शक्तिमान...!!! ( लेखांक :- २०८५ ) विनोदकुमार महाजन 🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 ✅✅✅✅✅✅✅ एक रावण के लिए राम को आना पडा ! कंस,दुर्योधन, कौरवों के लिए परमात्मा कृष्ण को आना पडा ! एक हिरण्यकशिपु के लिए धधगता तेज लेकर नारसिंह को ज्वाला बनकर आना पडा ! भयंकर उग्र तेज लेकर ! तो सोचो, आज हर घडी,हर पल हर जगहों पर, जगह जगहों पर, पग पग पर,एकसाथ, अनेक उन्मादी, उन्मत्त, हाहाकारी अनेक विनाशकारी रावण,कंस,दुर्योधन, कौरव, हिरण्यकशिपु दिखाई देते है ! कितना भयावह समय चल रहा है ? संपूर्ण पृथ्वी पर ? विनाशकारी माहौल ? अतीभयंकर विपदाओं की, मुसीबतों की घडी ! धर्म संकट !!! चारों तरफ से भयंकर धर्म संकट ! कौन अपना और कौन पराया, यह भी समझ में नहीं आ रहा है ! इतना भयानक स्वार्थांधता का माहौल ? कली का भयंकर , अक्राल - विक्राल रूप ! भयंकर विनाशकारी थैमान ! और सत्य को,सत्य सनातनियों को अदृश्य रूप से घेरने वाले, हर जगह सत्यवादीयों का रास्ता रोकने वाले, अनेक अदृश्य नाग और उन्मत्त, उन्मादी कली का, हर जगहों पर गुप्त नागपाश ! अंदर से भी बाहर से भी ! भयंकर चक्रव्यूह ! अदृश्य नागपाश का ! भेदने की कोशिश करेगा, तो समाप्त हो