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Showing posts from February, 2021

मेरा जाप

 माता गायत्री का आशिर्वाद। मेरे दादाजी ने उनके देहांत के बाद मुझे सपनों में आकर गायत्री मंत्र दिया है।जिसका आजतक मैंने चौबिस पुर:चरण मतलब छ: कोटी जाप पूर्ण किया है।और अनुभूती यह मिल रही है की, विश्व कार्य के रास्ते धिरे धिरे खुलते जा रहे है। इसके साथ ही मैंने दुसरे मंत्रों का भी आजतक बारह कोटी जाप पूरा किया है। कूल अठरा कोटी जाप पूरा किया है। विनोदकुमार महाजन

कौन बनेगा शासक ?

 *उत्तर तो देना ही पडेगा *  देश को तोडऩे के लिए देश में अनेक मार्गों से फैलाई गई अराजकता समाप्त करके देश में संपूर्ण शांती,सौहार्द, प्रगती,एकता निर्माण करने का आज एकमेव उत्तर क्या है ? देश के विकास को रोकने वाले राष्ट्र द्रोही ताकतों का सदा के लिए नामोनिशान मिटाने का सही और कानूनी उत्तर क्या है ? ठंडे दिमाग का आध्यात्मिक, अनुशासन प्रिय,कठोर निर्णय लेनेवाला,क्रूर शासक ही स्थिति को काबू में ला सकता है ? उत्तर आपको देना है। और संपूर्ण देश में विशिष्ट उद्दीष्ट सामने रखकर जानबूझकर फैलाया गया अराजक समाप्त होकर देश आगे भी बढ सकता है तथा विश्व गुरू  भी बन सकता है। जरूरत है तुरंत ,अनेक बाधाएं तथा रूकावटें, जो प्रगति तथा विकास के आड आ रही है,उसे समाप्त करनेवाला एक ठंडे दिमाग का शासक। कौन बनेगा ? ऐसा कठोर शासक ? ( ठंडे दिमाग का क्रूर मगर आध्यात्मिक युगपुरुष देश में और विश्व पर राज करेगा ,जो भारत में अवतरित होगा। : - एक फ्रेंच भविष्य वेत्ता नेस्ट्रोडमस की भविष्यवाणी ) क्या यह भविष्यवाणी सत्य साबित होने का समय नजदीक आया है ? हरी ओम्  *विनोदकुमार महाजन*

आया रे आया

 आया रे आया बिएनएन और सिएनएन का जमाना आया नई उर्जा,नई प्रेरणा लेकर आया हमारा नया चैनल आया सबसे निराला,सत्य का रखवाला हमारा चैनल आया बिएनएन और सिएनएन चैनल का जमाना आया

जोर का झटका धिरे से लगे

 जोर का झटका, धिरे से लगे... मोदिजी क्या करते है पता है भाईयों ? बिल्कुल कृष्ण निती से चलते है देश में अराजकता फैलाने वाला राक्षस चाहे कितना भी बडा हो... मोदिजी एक निती बनाते है राक्षस को चक्रव्यूह में फँसने का इंतजार करते है और जैसे ही राष्ट्र द्रोही चक्रव्यूह में फँसता है उसे ... जोर का झटका धिरे से लगे धिरज रखो भाईयों भविष्य में सत्य की और ईश्वरी सिध्दांतों की जीत होकर रहेगी इंतजार करो हरी ऊँ विनोदकुमार महाजन

तोड निकालेंगे तभी जितेंगे

 जो भी व्यक्ति हिंदुत्व के लिए सत्य के लिए कार्य करता है और जैसे जैसे उसका कार्य और नाम बढता है तो राक्षसों द्वारा उसे चारों तरफ से घेरकर, भयंकर षड्यंत्र द्वारा उसे समाप्त किया जाता है आजादी के बाद अभी तक ठीक ऐसा ही चलता आया है इसके लिए तो जबरदस्त तोड़ तो निकालनी ही पडेगी तभी हम संपूर्ण विश्व में चारों तरफ से हमारा ईश्वरी कार्य तेजीसे आगे बढायेंगे कौन कौन साथ देगा मुझे इस कार्य के लिए ??? विनोदकुमार महाजन

सैतानी राज और निद्रीस्त हिंदु

 भयानक सैतानी राजवट चल रही है भयंकर अराजकता... राक्षस हमारे सर पर बैठकर पेशाब कर रहे है और हम ( हिंदु )फिर भी बहुमात्रा में निद्रीस्त है और जो जागृत है अधर्मीयों से भयंकर परेशान है अराजकता तुरंत समाप्त करने का उत्तर बताव और बक्षीस प्राप्त करो... विनोदकुमार महाजन

समर्पण और स्वार्थ

 जहाँ समर्पण है वहाँ ईश्वर रहता है जहाँ समर्पण नही तो केवल और केवल स्वार्थ ही है वहाँ से ईश्वर दूर चला जाता है क्योंकि समर्पण ही सच्चा प्रेम है और ईश्वर सदैव सच्चे प्रेम का भूका होता है मायावी और मोहमई दुनिया में क्या सच्चा प्रेम भी मिलेगा ? हरी ऊँ विनोदकुमार महाजन

सद्गुरु

 सद्गुरु!!!!! ------------------------------ खुद भगवान ने मेरी सच्चाई, अच्छाई, नेकी ईमानदारी, सत्य, ईश्वरप्रेम की, इतनी कठोर सत्वपरिक्षिएं, अग्नीपरिक्षाएं ली की, तोबा-तोबा.....। हर राह पर संकट,रुकावट जालीम जहर,अनेक जहरीले साँप,धधकती अग्नी का सामना। चारों तरफ ही नही... दस दिशाओं में आग ही आग... और लडाई के लिए? अकेला... ना संगी... ना साथी.... अकेले सद्गुरु पिछे खडे...पहाड जैसे... कभी साकार, कभी निराकार.... मनोबल बढाते रहे, आत्मबल बढाते रहे.. रास्ता दिखाते रहे। होश और जोश,चैतन्य जगाते रहे। और आज....? सद्गुरु जीत गए... भगवान भी स्तिमीत और दंग रह गया मेरे सद्गुरु के सामने। आज समय हार गया काल हार गया प्रारब्ध हार गया नशीब भी हार गया। और मैं जीत गया। मेरे सद्गुरु जीत गए। इसिलिए मुझे भगवान से भी प्यारे है मेरे सद्गुरु... मेरे आण्णा......। आज मैं जीवन की लडाई.... मेरे सद्गुरु की वजह से मैं जीत गया। मुझे जलाने को आनेवाला अग्नि भी आज मेरी सद्गुरु कि कृपा से जल गया। ऐसी महीमा होती है, सद्गुरु कृपा की। ------------------------------- --  विनोदकुमार महाजन।

हमारा चैनल, हमारा परिवार

 https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1164670893953295&id=100012311854534 क्या आप पत्रकार है ? क्या आप न्यूज चैनल के लिए काम करना चाहते है ? करियर भी करना चाहते है ? क्या आप देश विदेश में पत्रकारीता में नाम कमाना चाहते है ? तो जुड जाईये हमारे जल्दी ही आनेवाले  बिएनएन और सिएनएन न्यूज चैनल से एक भरोसा एक विश्वास बिएनएन और सिएनएन शुध्द भारतीय, संस्कार, संस्कृति रक्षक  हमारे दो वैश्विक न्यूज चैनल सज्जन शक्तियों का रखवाला दुष्ट शक्तियों पर निरंतर प्रहार करनेवाला हमारा, आपका,हम सभी का आ रहा है नया न्यूज चैनल हरी अप् हरी ओम् आप सभी का, लोकप्रियता की ओर तेजिसे बढता हुवा, बिएनएन और सिएनएन न्यूज चैनल और परिवार

ईश्वर प्राप्ति

 भगवान की प्राप्ति आसान नहीं है, कठिन है। ------------------------------- सृष्टि रचियते भगवान को पहचानना आसान नहीं है।और उसे प्राप्त करना तो बहुत ही कठिन होता है।जनम जनम तक खडतर तपश्चर्या तो करनी पडती ही है।और उसके प्राप्ति के लिए सर्वस्व त्यागना भी पडता है।सर्वस्व समर्पित प्रेम ही भगवत् प्राप्ति की ओर ले जाता है।सर्वस्व समर्पित प्रेम होकर भी,भगवान किसीको युंही अपने नजदीक नही आने देता है।अनेक कठोर अग्नीपरिक्षाएं,सत्वपरिक्षिएं देनी होती है। इसीलिए यह कोई बच्चों का खेल नहीं है। और आज इंन्स्टंट जमाने में तो तुरंत फलप्राप्ति चाहिए लोगों को। आग में जलना पडता है ईश्वर प्राप्ति के लिए। मगर जो सद्गुरु के चरणों में समर्पित हो जाते है तो सद्गुरु, भक्त और भगवान को जोडते है।और भवसागर पार कराके ही देते है। इसके लिए सद्गुरु भी पहुंचे हुए चाहिए और चेला भी हार नही मानने वाला चाहिए।तभी आज्ञाचक्र में शिव-शक्ति का सुंदर मिलन हो जाता है।और सद्गुरु कृपा से चेला भी एकदिन ईश्वर स्वरूप हो जाता है। सो अहम्..सो अहम्.. मगर हर जिव मोह माया, धन वैभव,यश किर्ती, मान सन्मान, अपमान अहंकार में,माया के मोहमई बाजार में इ

विशेष चेतावनी

 बिएनएन और सिएनएन की चेतावनी हमारे सभी पत्रकारों को,हमारे न्यूज चैनल के हितचिंतकों को,हमारे परिवार पर प्रेम करनेवालों को तथा देश विदेश के सभी भाईबहनों को हम सुचित करते है की, कोरोना की दुसरी लहर संपूर्ण देश में तेजीसे फैलाने की संभावना है।इसलिए सभी को सुरक्षित रहने के लिए हम विशेष चेतावनी देते है। सावधान रहे।सतर्क रहे। खुद सुरक्षित रहे,दुसरों को सुरक्षित रखें। मास्क, सोशल डिस्टंशिंग,बारबार हाथ धोना,स्वच्छता का पालन करना हम सभी को बंधनकारक तथा अनिवार्य है। देश बचाये, विश्व बचाये। हरी ओम् आप सभी का, बिएनएन और सिएनएन न्यूज चैनल तथा परिवार

मन का अमीर

 वास्तव आर्थिक स्थिती भी अमीर और मन से भी अमीर ऐसा उदाहरण बहुत कम दिखाई देता है आर्थिक स्थिती से गरीब मगर मन का अमीर ऐसे व्यक्तियों की दोस्ती भी आनंददायी होती है क्योंकी ऐसा व्यक्ती निरपेक्ष होता है और मुसिबतों में भी सहाय्यक होता है मगर ऐसे उदाहरण बहुत कम मिलेंगे आर्थिक स्थिती से उत्तम मगर मन का सदैव भिकारी ऐसे व्यक्तियों का सहवास भी हमेशा पिडादायक होता है आर्थिक स्थिती से भी भिकारी और मन का भी भिकारी ऐसे व्यक्तियों का सहवास तो भयंकर नारकीय जीवन जैसा होता है इसिलिए दोस्ती करनी ही है तो मन के अमीर व्यक्तियों से ही किजिए उसकी आर्थिक स्थिती चाहे  अच्छी हो या बूरी ऐसे व्यक्तियों के सानिध्य में हमेशा आनंद ही मिलता रहेगा मगर मन के अमीर कितने मिलेंगे यह भी तो एक प्रश्न ही है हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

स्वर्ग

 स्वर्ग।!!!!!!!🕉 ----------------------------- जहाँ पावित्र्य होता है,मांगल्य होता है,श्रेष्ठत्व होता है,भव्यत्व-दिव्यत्व होता है,जहाँ दिव्य प्रेम होता है,जहाँ ऐश्वर्य होता है,जहाँ हमेशा शुभ ही होता है ,जहाँ अमृत होता है,और जहाँ शुध्द आत्माओं का विचरण होता है,जहाँ जन्म-मृत्यु का भय नही होता है,जहाँ देवत्व होता है,जहाँ सच्चाई-अच्छाई, नेकी ही सदा के लिए श्रेष्ठ होती है-वही स्वर्ग होता है। कुछ ज्ञानेश्वर, तुकाराम, रामदास स्वामी, शंकराचार्य, अक्कलकोट स्वामी, गजानन बाबा जैसे पवित्र आत्मे जब स्वर्ग से सिधे पृथ्वी पर अवतीर्ण होते है,पंचमहाभूतों का देह धारण कर लेते है,विश्वोध्दार,समाजोध्दार,मानवता की जीत,ईश्वरी कानून की पुनर्स्थापना करने को,पृथ्वी का स्वर्ग बनाने के लिए अवतरित होते है..... तब...... यहाँ का स्वार्थ, मोह,अहंकार, अधर्म का अंधियारा, पैसों का बाजार, मेरा तेरा जैसा कनिष्ठ नारकीय जीवन देखकर बहुत दुखी होते है।पछताते है।साक्षात अमृतसागर में नहाने वाले ईश्वरी आत्मे जब मनुष्यों के अंदर की गंदगी की वजह से जब परेशान होते है-परोपकारी जीवन की बजाए यहाँ का अत्यंत भयंकर और भयानक स्वार्थी इंन्

हमारा चैनल

 आया रे आया रे राष्ट्र हित सर्वोपरि लेकर नया न्यूज चैनल आया रे सुरज की लालिमा भगवे का भगवा रंग बिएनएन का उगता सूरज आया रे विश्व में नया उजाला लाने के लिए हमारा चैनल आया रे संस्कृति रक्षक आसुरिक सिध्दान्त का विरोधक प्रखर राष्ट्र प्रेमी हमारा चैनल आया रे देश का चैतन्य जगाने को विश्व स्वधर्म रवि देखे सिध्दांतों को आगे बढाने हमारा चैनल आया रे दादा,ताई,माई,आक्का भाऊ,काका,मौशी,चाची आवो हमारे चैनल की ओर सत्य की रक्षा की ओर  सब मिलकर आगे बढते है सत्य सनातन संस्कृति द्वारा विश्व को नया रास्ता दिखाते है चलो चलो,चलो चलो उजाले की ओर नये यूग की ओर मेरे भाईयों, चैनल के डायरेक्टर श्री.अजयकुमार पांडेय तथा मैं चिफ एडिटर श्री.विनोदकुमार महाजन हम आपको आवाहन करते है की, हमारे विश्व नवनिर्माण के प्रयासों की शक्ति बढाने के लिए संपूर्ण विश्व से और विश्व के कोने कोने से हमारे न्यूज चैनल के साथ जूड जाईये हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

मेरे देशप्रेमी भाईयों

 भाईयों, आज देश में देव विरूद्ध दानव ऐसा घनघोर संघर्ष और समुद्र मंथन चल रहा है। देविदेवताओं की भूमि में आपको सिर्फ बस्स एक ही काम करना है.... देविदेवताओं का साथ देना है और राक्षसों का जमकर विरोध करना है। अंतिम विजय तो हमारी ही,तेजस्वी ईश्वर पुत्रों की ही होगी,यह बात भी पक्की याद रखनी है। अपना अंदरूनी तथा बाहर का सामाजिक ईशत्व बढाने के लिए बस्स....लगातार डटें रहो। राक्षस हारकर भाग जायेंगे हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

मेरे देश को मैं झूकने नही दूंगा

 मेरे देश को झूकने नही दूंगा। काला धन बहुमात्रा में छुपाने के लिए खेती एक बडा माध्यम था।मगर अब नये कानून की वजह से काले धन छुपाने वाले सभी भेडिये परेशान है।इसीलिए यह आंदोलन चल रहा है। वास्तव में यह देशविरोधी और देशविघातक आंदोलन है।क्योंकि इसके आड में अनेक देशद्रोही शक्तियाँ भी अपना उल्लू सिधा कर रहे है।इसी लिए यह अराजक तत्व कानून वापस लेने की निरंतर मांग कर रहे है। और अगर सरकार यह कानून वापस लेती भी है तो अगला अजेंडा सि.ए.ए.और एन.आर.सी.कानून वापस लेने का चलेगा। और मोदी और योगी यह अंदरूनी बात समझते है और जानते है।और इसीलिए बिल्कुल ठंडे दिमाग से अगली यशस्वी रणनीति बनाई जा रही है। जिन्होंने अनेक सालों की 370,बाबरी जैसी क्लिष्ट और पूरानी बिमारी बडे योजनाबद्ध तरीकों से समाप्त की है,उनके लिए, यह प्रश्न हल करने में क्या दिक्कत होगी भाईयों ? जरा आप ही बता देना। आगे आगे देखिए होता है क्या। मोदीजी मुख्यमंत्री थे तब नर्मदा सरोवर का प्रश्न भी ऐसा ही अंतरराष्ट्रीय बनाया गया था।फिर भी नर्मदा सरोवर बन ही गया। तब मोदीजी केवल गुजरात के मुख्यमंत्री थे। और आज तो सर्वशक्तिमान प्रधानमंत्री बन गये है।उपर से

सावधान भारत

 सावधान भारत -------------------------------------- तमाम भारतवासियों, आज जो भी भारतीय जागृत है,विषन्न है ,बेचैन है। मैं भी बेचैन हुं।माता भारती को बदनाम करने का,ध्वस्त करने का,बडे शातिरी दिमाग से भयंकर षड्यंत्र किया जा रहा है। किसान आंदोलन की आड में मोदी सरकार को और देश को अस्थिर करने की यह भयंकर अंतरराष्ट्रीय साजिश है। यही माहौल आज रशिया में भी पुतिन के खिलाफ बनाया जा रहा है। भाईयों, मतलब साफ है,किसान आंदोलन की आड में कुछ विघटनकारी शक्तियाँ चाईना और पाकिस्तान के फंडिंग के आधार पर देश में बडी साजिश रच रही है। हर एक देशप्रेमी इससे भयंकर दुखी है।विशेषत : २६ जनवरी को तिरंगे का अपमान। इसका हल क्या है भाईयों ? हल आसान है ? आसान जरूर नही है।मगर नामुमकिन भी नही है। दिल्ली में इस्त्राएल दूतावास के नजदीक बाँम्ब का प्रयोग क्या दर्शाता है ? क्या फिर भी हम सोये रहेंगे ? नही भाईयों, हमे यह साजिश पूरी तरह से ध्वस्त करनी ही है।एक होकर।एक दिल से।और देश को बचाने के लिए और विश्व गुरू बनाने के लिए यह अती आवश्यक भी है। और मोदी - शाह की कसी हुई जोडी इसका हल तो ढुंडेगी ही। जरूर ढुंडेगी। मगर हमारा, देशवासियो

सब भगवान की माया

 सब भगवान की माया सौतेली माँ ना होती तो ध्रुव बाळ को कोई पहचानता नही हिरण्यकश्यपू ना होता तो भक्त प्रल्हाद को कोई जानता नही रावण ना होता तो राम को कौन कैसे पहचानता ? कँस ना होता तो भगवान परमात्मा श्रीकृष्ण भी कैसे आते ? दुर्योधन ना होता तो अर्जुन को कौन पहचानता ? सब भगवान की माया सब भगवान का खेल हम सभी तो पंचमहाभूतों की निमित्त मात्र कठपुतलियाँ हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

एक सितारा...

 एक सितारा और चमकेगा  आसमान में एक सितारा हमेशा चमकता रहता है नाम है, " ध्रुव बाळ " अनेक जहरिले सागर पार करके अनेक जहर को हजम करके अनेक ज्वालाओं तथा आग में निरंतर जलने के बाद भी फौलाद जैसा... एक और तारा आसमान में फिरसे चमकेगा संपूर्ण पृथ्वी को प्रकाशमान करेगा अधर्म का अंधियारा मिटायेगा पापियों का सदा के लिए सर्वनाश कर देगा ऐसा एक तेजस्वी तारा दुबारा आ रहा है... ईश्वरी इच्छा से देखते है, प्रारब्ध गती के अनुसार उसका भी चमकने का समय कब आता है ? हरी ऊँ विनोदकुमार महाजन ३/२/२०२१

लोकतंत्र या बिघाडतंत्र

 लोकतंत्र या बिघाड तंत्र ??? जो भी मन में आये,भला बुरा कुछ भी कहें, बोले कोई कुछ बोलेगा नही... क्योंकि... यह भारतीय लोकतंत्र है सार्वजनिक जगहों पर हंगामा कर दें,तोडफोड कर दें, सरकारी संपत्तियों का नुकसान कर दें, कोई कुछ बोलेगा नही... क्योंकि ... यह भारतीय लोकतंत्र है देवीदेवताओं को बदनाम करें, मुर्तीयाँ तोडें फोडे, सज्जनों को,सत्पुरुषों को, साधुसंतों को अपमानित करें, बदनाम करें,भलाबुरा कहें कोई कुछ बोलेगा नही... क्योंकि... यह भारतीय लोकतंत्र है विद्वानों पर किचड फेंको दुर्जनों को संन्मानीत करों कोई कुछ बोलेगा नही... क्योंकि... यह भारतीय लोकतंत्र है सामने मारामारी चल रही है, बुरे लोग अच्छे लोगों को, पिडा दे रहे है, कोई कुछ बोलेगा नही... क्योंकि... यह भारतीय लोकतंत्र है अपघात से कोई तडप तडप कर मर रहा है सज्जन, बुजुर्ग, बिमारियों की वजह से घर में अकेला तडप तडप कर मर रहा है कोई ध्यान नही देगा... क्योंकि... यह भारतीय लोकतंत्र है आखिर क्या हो गया मेरे देश को ? क्या हो गया मेरे देशवासियों को ? देविदेवताओं की,ऋषीमुनियों की,साधुसंतों की,सिध्दपुरूषों की,महात्माओं की, भूमि पर, संस्कृति, संस्कार क