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Showing posts from July, 2023

कमाल ही कमाल

 कमाल ही कमाल है ??? ✍️ २३२२ विनोदकुमार महाजन $$$$$$$$$$$$$$$ कमाल ही कमाल है !! इतने भयंकर हिंदुद्रोही और धर्मद्रोहियों को हिंदु आखिर स्विकारते कैसे है ? और सर्वोच्च सत्तास्थान पर बिठाते भी कैसे है ?? स्वाभिमान, आत्मसंम्मान सचमुच में मर गया है  हिंदुओं का ? और प्रखर राष्ट्रप्रेमीयों को और राष्ट्राभिमाननीयों को यहीं हमारे हिंदु नकारते है ?? अजब गजब का न्याय है हिंदुओं तुम्हारा !! बरबादी करनेवालों का साथ ? और आबादी करनेवालों का ? दुस्वास ?? धन्य है तुम्हारी ! विनाश की ओर धकेलते जा रहे हो ? और फिर भी आँखें नहीं खोल रहे हो ?? तो तुम्हें मोदी, योगी ही क्या ? प्रत्यक्ष ईश्वर भी कैसे बचायेगा ?? हे प्रभो , मेरे भाईयों को सद्बुद्धी दे !! हरी ओम्

जहरीले साँपों को आशिर्वाद ??

 साँप को आशिर्वाद ?? ✍️ २३२१ विनोदकुमार महाजन 🐍🐍🐍🐍🐍 साँप को , कोई आशिर्वाद देता है क्या ? यशस्वी भव , किर्तीमान भव ,दिर्घायु भव , सुखी भव... ऐसा कोई आशिर्वाद देता है क्या ?? विशेषतः बारबार डसनेवाले जहरीले साँप को ? मगर हमारे अविचारी कुछ हिंदु भाई भी देखो ना ? साँप बारबार डसता है ! और हिंदु बारबार साँपों पर प्रेम करते है ! निष्पाप, निरपेक्ष प्रेम !! और साँप ?? आजादी के बाद ,अबतक डसता ही आया है ! हमें बरबाद ही करता आया है ! हमें तबाह ही करते आया है ! कौनसा साँप ? " भारत तेरे तुकडे होंगे " कहनेवालों का साथ देनेवाला ! " रामजी को कोर्ट में शपथपत्र देकर काल्पनिक कहनेवाला ! " " रामसेतू तोडने का प्रयास करनेवाला ! " समझे कुछ ? या अभी भी अनाडी ही है ? " शुरु में ' काँ....अंत में स ' लगानेवाला ! " जिसे " ग्रेस " नही है ऐसा ! सोचो,समझो,जानो,जागो ! विनाशकारी, जहरीली कुटनिती द्वारा ,हमें ,समारी आदर्श संस्कृती को समाप्त करने का... " अष्टौप्रहर , दिनरात ,चौबिसों घंटे " , प्रयास करनेवाला ! जी हाँ भाईयों ! वही... " काँग्रेस...

मोदिजी को पत्र ( ८ )

 ईश्वरी वरदान प्राप्त महात्माओं को कौन रोकेगा ? मोदिजी को भी ईश्वरी वरदान प्राप्त है... तो मोदिजी को भी कौन रोकेगा ? सारे...महा...ठगबंधन ...वाले एक हो... या फिर दुनिया के सारे आसुर भी एक हो... इसिलिए जाँर्ज सोरेस का भी संपूर्ण खेल २०२४ में समाप्त होगा...

वक्त

 जीवन का वास्तव दर्शन !! कदर और वक़्त भी कमाल के होते हैं ! जिनकी कदर करो वो वक़्त नहीं देता ! और जिनको वक़्त दो वो कदर नहीं करता ! कमाल की दुनियादारी है यारों !! सौजन्य : - महेंद्र शर्मा 👍👍👍

मोदिजी को पत्र ( ७ )

 १ ) मुर्तीपूजक २ ) मुर्तीभंजक दोनों का अंतर स्पष्ट है देव × दानव का यह सिलसिला युगों युगों से चलता आया है ! युगों युगों तक चलता रहेगा कोई अवतारी पुरुष आकर देवताओं का विजय करता रहेगा

मोदिजी को पत्र ( ६ )

 बच्चों के है प्यारे प्यारे मोदिजी हमारे सबसे निराले गरीबों के भी तारणहार मोदिजी बनाते है नितदिन नया आविष्कार दयालू ईश्वर ने मोदिजी को मानवता की जीत के लिए ईश्वरी सिध्दांतो की रक्षा के लिए धर्म की ग्लानी रोकने के लिए आसुरों का बंदोबस्त करने के लिए धरती पर भेजा है ! संपूर्ण विश्व के उध्दार का रूप आपका निराला है गरीबों के तारणहार उन्मत्त, उन्मादी पापीयों के मोदिजी है कर्दनकाल नया जमाना आ गया नया युग आरंभ हुवा युगपरिवर्तन की नई घडी है नई आशा ,नई उमंग जाग उठी है वैश्विक कल्याण की नई चेतना मोदिराज का है ये सारा जमाना जय हो जय हो मोदिराज की जयजयकार हो घर घर मोदी का नारा बुलंद है हर हर मोदी का नूत नया ध्यास है हरी ओम् जय श्रीकृष्ण विनोदकुमार महाजन, अंतरराष्ट्रीय पत्रकार 🙏🙏🙏🕉🕉🙏

भूत आणी गाढव

 भूत आणी गाढव .... तात्पर्य : - अविचाराने आणी अफवांवर विश्वास ठेवून निर्णय घेऊ नका.अन्यथा,आपल्यासह अनेकांचे जीवन बर्बाद होईल. ही सुंदर बोधकथा नक्कीच वाचा. हरी ओम् विनोदकुमार महाजन घटनाक्रम लक्षात घ्या... एका कुंभाराने आपले *गाढव* दोरीने खुंट्याला बांधून ठेवले होते. रात्री एका *भूताने* दोरी कापून गाढवाला मोकळे केले.  त्या गाढवाने एका शेतकऱ्याच्या शेतातील ज्वारीचे पीक नष्ट करून टाकले.  हे पाहून चिडलेल्या शेतकऱ्याच्या बायकोने भला मोठा दगड घालून गाढवाला ठार केले.  गाढव मेल्यामुळे कुंभार उध्वस्त झाला.  प्रत्युत्तरादाखल कुंभाराने त्याच दगडाने शेतकऱ्याच्या बायकोची हत्या केली.  बायकोच्या हत्येमुळे संतप्त झालेल्या शेतकऱ्याने कुऱ्हाडीचे सपासप वार करून कुंभाराचं डोकं धडावेगळे केलं.  कुंभार मेल्याचे बघून कुंभाराच्या बायको व मुलाने शेतकऱ्याच्या घराला आग लावली.  हे पाहून क्रोधीत झालेल्या शेतकऱ्याने कुऱ्हाडीचे घाव घालून कुंभाराच्या बायको व मुलाला ठार केले...  शेवटी जेव्हा शेतकऱ्याला पश्चात्ताप झाला तेव्हा तो त्या भूताला म्हणाला, "तुझ्यामुळे माझी पत्नी, कुंभार, कुंभाराची बायको व मुलगा मेले अन् मा

मोदिजी को पत्र ( ५ )

 वैदिक सनातन हिंदु धर्म की जय हो। सनातन संस्कृति को विश्व के कोने कोने में पहुंचाने का कार्य आरंभ करनेवाले युगपुरुष मोदिजी की जय हो।

मोदिजी को पत्र ( ४ )

 जय हो प्रभुजी तीसरी टर्म भी आप की ही होगी। और तीसरी टर्म जबरदस्त होगी। वैश्विक उंचाईयों का जबरदस्त समय आयेगा। हिंदुस्तान विश्वगुरु बनेगा। सौ प्रतीशत। पक्का..। इस बार.....४०० पार...

मोदिजी को पत्र ( ३ )

 कर्नाटक में काँग्रेस को चुनने का विपरीत परिणाम लोगों को समझ में आयेगा। और अगले लोकसभा चुनाव में कर्नाटक सह दक्षिण भारत में भी कमल ही खिलेगा। दक्षिण में भी सिटों की बेहतरीन बढोती होगी।

मोदिजी को पत्र ( २ )

 ग्रामीण विकास से देश अनेक उंचाईयों पर पहुंच सकता है।और आपका ग्रामीण विकास का ध्यास ऐसी उंचाईयों को छू सकता है। मैं भी एक छोटेसे गाँव से ही हूं।और किसान परिवार से ही हूं।इसिलिए ग्रामीण समस्याओं का संपूर्ण अनुभव है।और आप इसके लिए जो भरसक प्रयास कर रहे है, सचमुच में अद्भुत है। मैं देखता हूं की,मेरा गाँव भी अब धिरे धिरे संपूर्ण विकास की ओर तेजी से बढ रहा है। देहात में भी आर.सी.सी.बिल्डींगे बढ रही है।लोगों का आर्थिक स्तर भी बढ रहा है। शहरों के बदले अब युवक भी ग्रामीण भागों में ही रोजगार की उपलब्धियों को विकसित कर रहे है। इससे शहरों का बोझ भी हल्का हो रहा है। हर हर मोदी। घर घर मोदी। मोदी है तो मुमकिन है,इसका प्रत्यक्ष प्रमाण लोगों को मिल रहा है। हरी ओम् 🙏🙏🙏

मोदिजी को पत्र ( १ )

 Congress is equal to muslim leuge. So congress wants muslim raj in India. And many Hindus didn't understand this real fact. And this is the main discis for india. And krishna niti, chankya niti and also modi niti is sufficient solution for this old discis. Go ahead sir. All Nation is waiting for you. धर्म रक्षा के लिए,भगवान ने ही आपको धरतीपर भेजा है। हरी ओम्

वैश्विक

 सनातन धर्म के राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय कार्यों को तेज गति देने के लिए वैश्विक जागृति अभियान तेज करना होगा ! इसके बारे में आपके योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त होगी, ऐसी अपेक्षा करता हूं ! हरी ओम् जय श्रीकृष्णा 🙏🙏🙏🕉🚩 विनोदकुमार महाजन

ईश्वर के ह्रदय में

 जो ईश्वर के ह्रदय में स्थान प्राप्त करता है उससे बडा सौभाग्य कौनसा होता है ? विनोदकुमार महाजन

हिदुराष्ट्र

 बहुत कम समय में हमें जीतना है ! जीतना ही है !! हिंदुराष्ट्र बनाना है ! अखंड भारत भी बनाना है !! विनोदकुमार महाजन

आत्मा

 ताई, मला आत्म्याचे वारंवार अनुभव येतात. माझी आई माझ्या लहानपणीच स्वर्ग वासी झाली. आईच्या आठवणीने मी अन्नपाणी सोडले. पण थोड्या दिवसातच माझ्या आईने पुनश्च देह धारण करून मला दर्शन दिले. असे आत्म्याचे असंख्य अनुभव मला नेहमीच येत असतात. पण विज्ञान आत्मा मानत नाही. कारण आत्म्याचा शोध घेण्याची शक्ति विज्ञानात नाही. पण आध्यात्मामध्ये नक्कीच आहे. 🙏🙏🙏

आत्मा

 *आत्म्याचे  अस्तित्व खरंच आहे का??*       उत्तर  =  जी माता  गरोदर असते, त्या मातेला सुद्धा, आपण गरोदर आहोत, हें दोन महिन्यांनी कळते, याचा अर्थ *तो सूक्ष्म जीव* *कसा प्रवेश करतो कसा संघर्ष करतो?* दोन महिन्यांनी त्या मातेला कळते कि आपण आई होणार आहोत  *मग त्या आधी का नाही कळले?? कारण कि तो आत्मा संघर्ष करत असतो*, जेव्हा एक संपूर्ण चेहरा तयार होतो, आणि दोन हात तयार होतात, तेव्हा तो *आईच्या गर्भात दोन्ही हात जोडून, प्रार्थना करतो,* आणि *बोलतो कि, सोडविशी येथूनी, तर मी स्वहीत करिन, स्वहीत म्हणजे, परमार्थ करिन,*  हें वचन तो ईश्वराला देतो, आणि *पण जसा मोठा होतो, तसे ईश्वराला दिलेलं वचन विसरतो,* आईचा गर्भ म्हणजेचं नरक, या गर्भात *असंख्य यातना गर्भ सहन करत असतो,* *पृथ्वीवर जन्म घेणे, याचाच अर्थ स्वर्गात* *ऋण घेणे होय*  अवकाशात फक्त ब्रह्मांड आहे, आणि *पृथ्वी म्हणजेचं स्वर्ग आहे*  संत ज्ञानेश्वर महाराजांनी, ज्ञानेश्वरीत, शुक्राणूची माहिती दिली आहे, आठशे वर्षापूर्वी हें लिखाण केले आहे,  *गरुड पुरणातही* हे स्पष्ट व स्वच्छ लिहले आहे.आपण गरुड पुराण अनेकवार वाचले आहे .मग त्या काळात तर सोनोग्राफी नव्

घर घर मोदी

 अलीबाबा और चालीस  चोरों का है ये  " महा - ठगबंधन ! " नाम दिया है.... I.N.D.I.A. देश का बजायेंगे  तीन तेरा...! मगर एक शेर सभी के लिए भारी है.... नाम है.... नर - इंदर... नरेंद्र !! जय हो मोदिराज ! घर घर मोदी ! हर हर महादेव ! विनोदकुमार महाजन

धर्म रक्षा सूत्र !

 धर्म रक्षा सूत्र !! अधर्मी शत्रू अगर बलवान है तो कृष्णनिती से ही मारा जाता है ! जैसे को तैसा !  छल - बल का उत्तर छल - बल से ! चाणक्य भी यही निती पर चलकर विजयी हुए ! और महान राजा छत्रपति शिवाजी महाराज भी !! ।। षठ् प्रति षाठ्यम् ।। ।। अहिंसा परमो धर्म :।। ।। धर्म हिंसा तदैवच ।। जानो और जागो ! सोचो ,समझो ! मानवी देह व्यर्थ ना गंवाओ ! धर्म और धर्म कार्य के लिए समर्पित हो जाओ ! दूसरों को भी जगाओ ! जय श्रीकृष्णा हरी ओम् 🙏🙏🙏🕉🚩 विनोदकुमार महाजन

कृष्ण निती !

 जब प्रेम से कुछ नहीं मिलेगा तब कपटनिती से हासिल करो ! प्रेम से हिंदुराष्ट्र नहीं बन सकता है तो.... कपटनिती से हिंदुराष्ट्र बनाना पडेगा ! कृष्णनिती !!! आपको क्या लगता है ? सही या गलत ? धर्म युद्ध में सबकुछ क्षम्य होता है ! भगवत् गीता भी यही सिखाती है ! तो ? चलो आगे बढते है !! हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

निती आयोग

 [23/07, 8:05 am] Narendra Tripathi: श्री राधे-राधे कृष्ण जय श्री कृष्ण विश्व के भविष्य पर एक ग्रंथ, डॉ नरेंद्र त्रिपाठी पुणे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल विश्व अखंड सनातन सेवा फाउंडेशन नीति आयोग भारत सरकार द्वारा पंजीकृत नमो [23/07, 2:03 pm] Vinodkumar ( Bapuji ): 👍👍👍👌👌 वैश्विक युगपुरुष यह सभ्यताएं स्थापीत कर देगा और सनातन संस्कृति को विश्व के कोने कोने में पहुंचायेगा। वैश्विक युगपुरुष ने धरती पर जन्म ले लिया है ,और गुप्त रूप से ,धिरे धिरे संपूर्ण विश्व में ईश्वरी कार्य बढा रहा है । शायद ऐसा महापुरुष आप भी हो सकते है ,अथवा मैं भी हो सकता हूं। अन्यथा और कोई भी हो सकता है । हरी ओम् जय श्रीकृष्ण 🙏🙏🙏🕉️🚩

वैश्विक कार्य के लिए

 सनातन धर्म के वैश्विक कार्य के लिए !! ✍️ २३१६ विनोदकुमार महाजन 🕉🚩🕉🚩🕉🚩 सनातन संस्कृति को विश्व के कोने कोने में पहुंचाने के लिए , मैंने चौबीस साल खडतर तपस्या की है ! बारह साल पांडूरंगजी के सानिध्य में, पंढरपुर में और बारह साल कृष्ण अवतारी संत ज्ञानेश्वर जी के सानिध्य में आलंदी में खडतर तपस्या की है ! और कार्य सफलता के लिए अनेक देवीदेवताओं के,सिध्दपुरूषों के आशीर्वाद और वरदहस्त प्राप्त कीये है ! हिंदुराष्ट्र निर्माण अखंड भारत और  हिंदुमय विश्व  के ईश्वरी कार्य को सफल बनाने के लिए आप सभी का आत्मीय सहयोग मिलेगा ऐसी आशा करता हूं ! विश्व के कोने कोने में संस्कृति प्रचार , प्रसार हेतु, हर देश में गुरूकुल, गौशाला निर्माण का संकल्प है ! विश्व के सभी भाषाओं में किताबें लिखकर ,सांस्कृतिक फिल्मों के निर्माण द्वारा , अखबार, टिवी जैसे प्रसार माध्यमों द्वारा ,कार्य वायुगती से आगे बढाने के लिए , आप सभी का आत्मीय सहयोग तथा तन - मन - धन से संपूर्ण सहयोग चाहिए ! युगपरिवर्तन की इस घडी में ईश्वरी सहयोग द्वारा हमें ,हमारे कार्यों में सफल होना ही है ! हम सभी पुण्यात्मा ,कार्य सफल बनाकर ही ,हमारे घर को

समय

 समय.....! ✍️ २३१५ विनोदकुमार महाजन ------------------------------ समय बहुत बलवान होता है !! इसीलिए सभी कार्यों में सफलता के लिए...??? यथोचित समय का इंतजार !! हिंदुराष्ट्र निर्माण अखंड भारत और हिंदुमय विश्व के लिए ? समय का इंतजार !!! हरी ओम् [ ये तो होना ही है !! ] 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩

मोदिजी ने

 मोदी ने क्या किया ?? ✍️ २३१४ विनोदकुमार महाजन --------------------------------- मेरे प्यारे सभी देशवासियों, जब विरोधी तुम्हें पुछेंगे की, मोदी ने क्या किया ? तो यह मैंने जो विस्तार से लिखा है, वह उनको बता देना ! १ ) मोदी ने भ्रष्टाचारियों का भ्रष्टाचार बंद कीया ! गरीब देशवासियों का खून चुनसेवाले भ्रष्टाचारियों का मोदी ने बंदोबस्त किया ! २ ) नोटबंदी करके , " भ्रष्टाचार का समांतर अर्थकारण बंद किया ! पापी पाकिस्तान का यह नोट छापने का षड्यंत्र बंद हुवा ! इसीलिए पाकिस्तान सदा के लिए भिखारी, कंगाल बना दिया ! ३ ) चाईना का चारों तरफ से बंदोबस्त किया ! ४ ) देश में हमेशा होनेवाले दंगे ,बाँम्बब्लास्ट बंद किया ! आतंकी हमले सदा के लिए बंद किए ! ५ ) आतंकी बाँर्डर पर ही ठोके जाने लगे ! ६ ) सर्जिकल स्ट्राईक हुवा ! ७ ) भव्यदिव्य राममंदिर बना ! ८ ) भयंकर जटिल ३७० हटा ! ९ ) काशी कोरीडोर बना ! १० ) उज्जैन का विशालकाय विकास हुवा ! ११ ) मेक इन इंडिया द्वारा अनेक नये उद्योग आरंभ हो गये ! अनेकों को रोजगार उपलब्ध हो गये ! १२ ) देश में चौतरफा विकास की गति बढ गई ! १३ ) बडे बडे अनेक नैशनल हायवे बन गये ! १४

कमल का फूल

 अगर बिजेपी नहीं होती तो अभीतक काँग्रेस हिंदुस्थान का मुस्लिम राष्ट्र  कब का बनाया होता ! मंजूर है आप सभीको ? काँग्रेस हटाव ,देश बचाव ! काँग्रेस हटाव, हिंदुत्व बचाव ! काँग्रेस हटाव, संस्कृती बचाव ! काँग्रेस हटाव, रामसेतू बचाव ! बिल्कुल सही लिखा है ना मैंने ? इसिलिए, अगले चुनावों में ? ओन्ली बिजेपी ! वोट फाँर बिजेपी ! कमल का फूल !! मंजूर ?? डन....👍👍👍 🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷 विनोदकुमार महाजन

दुर्दैवी अंत

 दुर्दैवी अंत....! ✍️ २३१२ विनोदकुमार महाजन -------------------------------- रविंद्र महाजनी.... उमद व्यक्तिमत्व. तगडा अभिनय. सर्वांना हवहवस वाटणार अन् भुरळ घालणार प्रभावी व्यक्तित्व ! त्यांचा असा भयंकर अंत व्हावा ? त्यांचा मृत्यु काळजाला चटका लावून गेला. अख्खा महाराष्ट्र अन् देशही हळहळला असेल त्यांच्या मृत्युने. खरंच नियती एवढी क्रूर असते का हो ? एका लोकप्रिय व्यक्तिचा असा शेवट व्हावा ? मुळात प्रश्न असा आहे की,ते आपल्या कुटुंबापासून दूर जाऊन, एकटे अन् एकाकी जीवन का जगले ? अस कोणत दु:ख होतं त्यांना ?  कोणती सल होती त्यांच्या मनात ? जी जगाला शेवटपर्यंत समजू शकली नाही ? रवींद्र महाजनींच अस विपर्यस्त जीवन बघितलं म्हणजे खरंच मनाला चटका लागतो. अन् अस वाटत की किती रवींद्र महाजनी असे समाजात आहेत, जे अस एकाकी जीवन जगत आहेत ? चूक कुणाची ? त्यांची स्वत:ची ? परिवाराची ? की सामाजिक रचनेची ? खरंच कांहीं ही कळत नाही हो.समाजाला नेमकं काय झालंय ? असं आक्रीत विक्रीत समाजात का घडतंय ? खरंच माणूसपण खुज झालं ? माणूस छोटासा झाला ? अन् कलियुगात खरंच पैसा मोठा झाला ? पैसा सर्वस्व झाला ? कलियुगातील देव म्हणजेच

अन्याय ?

 हिंदु कब तक अन्याय सहते रहेंगे ?? और अत्याचार का सामना करते रहेंगे ?? है कोई माई का लाल ? जो तुरंत बहुसंख्यक  हिंदुओं को न्याय दे सकें....??? सोचो मत...उत्तर चाहिए...!!! विनोदकुमार महाजन 🫵🫵🫵🫵🫵

विघ्नशांती !

 विघ्नशांती !! ✍️ २३१० विनोदकुमार महाजन ------------------------------ दसदिशाओं से भी हमें विघ्न घेर ले तो सदैव यह शब्द बोलिए... बोलते रहिए... विघ्नशांती ! विघ्नशांती !! विघ्नशांती !!! और संपूर्ण विघ्नशांती होने तक धैर्य धारण किजिए ! तो आप महसूस करेंगे, धीरे धीरे सारे विघ्न शांत हो जा रहे है ! और विघ्नशांती के बाद.... आप निरंतर... आनंदसागर में डुबकीयाँ लगाते रहेंगे ! श्री हरी !!!

संगत

 संगत का परीणाम !! ✍️ २३०९ विनोदकुमार महाजन ------------------------------- साधारणतः, ईमानदार व्यक्तीयों के संगत में मनुष्य ईमानदार ही बनता है ! और बेईमान व्यक्तीयों के संगत में साधारणतः व्यक्ती बेईमान ही बन जाता है ! तो कुछ महात्माओं की संतती आसुरीक भी पैदा हो सकती है ! तो कुछ आसुरों की संतती कभी कभी महात्मा भी बन सकती है ! बडा विचित्र खेल है नियती का ! श्रीहरी !!!

मुसिबतों के क्षणों में

 मुसिबतों में धैर्य रखें !! ✍️ २३०८ विनोदकुमार महाजन ------------------------------ जब दस दिशाओं से, मुसिबतों की भयंकर आग लग जाती है तब, समझ लेना की ईश्वर हमारी भयंकर कठोर सत्वपरीक्षा  एवं अग्नीपरीक्षाएं ले रहा है ! तब बडे धिरोदात्त बनकर और बिल्कुल ठंडे दिमाग से मुसिबतों का एकेक पहाड पार किजिए ! मुसिबतों के भयंकर क्षणों में मन भयंकर उद्विग्न बन जाता है ! अंदर दुख ही दुख होता है ! और मनुष्य जलबिन मछली की तरह तडपता रहता है ! शायद ऐसे क्षणों में कोई सहयोगी भी नहीं मिलता है ! जिसपर भरौसा,विश्वास किया था वह भी दूर भाग जाता है ! और हम अकेले पड जाते है ! समाज, स्वकीय भी ऐसे भयंकर क्षणों में नरकयातना देते है ,सहयोग करने के बजाए दूर से तमाशा देखते है ! ऐसे विपरीत क्षणों में सद्गुरू के शरण में जाकर, निरंतर ईश्वरी चिंतन ,मनन , जाप करने से मन:शांती मिलती है ,और आत्मबल भी बढता है ! सपनों में आग देखना ,बडे बडे साँप देखना ,जलप्रलय देखना,बाघ - सिंह देखना ,मतलब...मुसिबतों का बढ जाना ! और अगर सपनों में नेवला , लोमडी ,फूल ,फल ,सिध्दपुरूष ,देवीदेवता,मंदिर दिखाई दिये तो समझ लेना, आपका बूरा समय समाप्त होनेव

शिवाजी महाराज

 शिवाजी महाराज के कानून संपूर्ण देश में तुरंत लागू करो ! एक ही दिन में देश की सारी समस्याएं खतम् ! विनोदकुमार महाजन

हिंदु

 २०२४   हिंदुराष्ट्र निर्माण २०३६   हिंदुमय विश्व विनोदकुमार महाजन

सावधान !!

 सावधान....!!! ✍️ २३०७ विनोदकुमार महाजन ------------------------- सावधान ! आँनलाईन फरेब का एक नया तरीका मार्केट में चल रहा है ! ओ.टी.पी.वगैरह का जमाना अब पुराना हो गया है ! तुम्हारे फोन पर एक अननून नंबर से फोन आयेगा ! अगर तुम वह फोन उठायेंगे तो , हो सकता है , तुम्हारा अकाउंट ही कुछ क्षणों में गायब हो जायेगा ! इसिलिए अगर आपको भी अननून नंबर से फोन आता है तो वह फोनकाँल मत उठाईये ! अगर आपको व्हाटसअप पर पहले ही परिचय देकर ,फोन करता है तो ,केवल वही नंबर उठाईये ! अथवा अपने परिचितों द्वारा दिया गया नंबर ही उठाईये ! अगर आपको व्हाटसअप पर परिचय भेजा है तो भी उस व्यक्ती की सर्वप्रथम जाँच किजिए ! और अगर आपको लगता है की वह व्यक्ती योग्य है , तो उसका नंबर अपने मोबाईल में सेव्ह करके रखिए ! और बाद में ही फोन उठाईये ! मोबाईल फोन जितना आवश्यक होता जा रहा है , उतना घातक भी साबित होता जा रहा है ! यह दुधारी शस्त्र जैसा बनता जा रहा है ! विशेषतः आँनलाईन मनी ट्रांसपर के लिए जादा सचेत एवं सावधान रहने की जरूरत है ! छोटे छोटे बच्चों को भी ऐसे दुधारी और घातक वस्तू से दूर रखिए ! और हो सके तो मोबाईल का उपयोग केवल जर

ईशतत्व और मनुष्य

 क्या मनुष्य ईशतत्वों से दूर गया है ?? ✍️ २३०६ विनोदकुमार महाजन 🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉 ब्रम्हांड में हर जगहों पर ईशतत्व निरंतर व्याप्त तथा जागृत रहता है ! इसिलए चराचर में भी ईशतत्व जागृत है ! सजीव निर्जीव में भी ईशतत्व है ! हर सजीवों में ,पशुपक्षियों में और हर मनुष्य प्राणीयों में भी ईशतत्व जागृत रहता है ! इसीलिए वैदिक सनातन हिंदु धर्म में यह मान्यता है कि, " कण कण में है भगवान ! " मगर आज के भयंकर अधर्म के माहौल में सचमुच में ,मनुष्य प्राणीयों के अंदर का ईशतत्व सचमुच में जागृत है ? क्योंकी मनुष्य प्राणीयों के अलावा लगभग सभी सजीव ईश्वरी सिध्दांतो पर ही चलता है ! कुदरत के कानून के अनूसार ही जन्म से लेकर मृत्यु तक का संपूर्ण सफर इसी सिध्दातों के अनुसार होता है ! सिर्फ मनुष्य प्राणीयों के व्यतीरीक्त ? इसी कारणवश लगभग सभी मनुष्य प्राणी ईश्वरी कानून तथा कुदरत के कानून से दूर हो गया है ! और खुद के ईशतत्वों को भी भूल गया है !  और अंधेरे में भटक रहा है ! अज्ञान का अंधेरा ! मैं कौन हूं ? कहाँ से आया हूं ? जीवन का उद्देश्य क्या है ? मनुष्य योनी का ईश्वरी प्रायोजन क्या है ? लगभग यही बात मनुष्य प

त्याग

 एक जबरदस्त समाचार ! ✍️ २३०५ ( संकलीत वृत्त ) विनोदकुमार महाजन ------------------------------- हिंदुस्तान सचमुच में त्यागी महात्माओं की भूमी है ! यहाँ पर, तपस्या, त्याग के अनेक अद्भूत उदाहरण देखने को मिलते है ! उसी में से एक नाम है, गुलजारी लाल नंदा ! समाचार पढेंगे तो आश्चर्यचकित रह जायेंगे ! क्या ऐसे निस्पृह महात्माएं आज देखने को मिलेंगे ? एक बार 94 साल के एक बूढ़े व्यक्ति को मकान मालिक ने किराया न दे पाने के कारण उसे मकान से निकाल दिया। बूढ़े व्यक्ति के पास एक पुराना बिस्तर, कुछ एल्युमीनियम के बर्तन, एक प्लास्टिक की बाल्टी और एक मग आदि के अलावा शायद ही कोई और सामान था। बूढ़े ने मालिक से किराया देने के लिए कुछ समय देने का अनुरोध किया। पड़ोसियों को भी बूढ़े आदमी पर दया आयी और उनके कहने पर मकान मालिक को किराए का भुगतान करने के लिए उस बूढ़े आदमी को कुछ दिनों की मोहलत देने के लिए मना लिया। वह बूढ़ा आदमी अपना सामान अंदर ले गया। रास्ते से गुजर रहे एक पत्रकार ने रुक कर यह सारा नजारा देखा। उसने सोचा कि यह मामला उसके समाचार पत्र में प्रकाशित करने के लिए उपयोगी होगा। उसने एक शीर्षक भी सोच लिया,  

सारेच डाव...

 सारेच डाव उलटे पडले... ✍️ २३०४ विनोदकुमार महाजन ------------------------------- असे कसे उध्दवा सगळेच विपरीत घडले ? सारेच डाव उलटे पडले. शरदाचे ही सगळे फासे उलटले. चाणक्याचे ही पार हसे झाले. स्वत:चाही खंजीर उलटा फिरला. दुस-याचा खेळ करता करता स्वत:चाच " गेम " होऊन गेला. उध्दवाचे ही राजकारण उध्द्वस्त झाले. उध्दवाचे ही सरकार खरेच अजब की हो ठरले. एकेक सरदार अन्यायाला कंटाळून दूर निघून गेले. उध्दव उध्द्वस्त मनाने हात चोळीत बसले. ना घर का ना घाट का अशी दयनीय स्थिती झाली. उध्दवा अशी कशी रे तुझी गत झाली ? कोण होतास तू ? काय झालास तू ? अरे वेड्या, कु - संगतीने पार वाया गेलास तू . " काय डोंगार , काय झाडी " " समद कसं ओके हाय ! " म्हणत म्हणत तुझे सरदार ही तुझ्यापासून दूर निघून गेले. सत्तेच्या लालसेने तू झाला होतास पूरता वेडा. ईमानदार सवंगड्याचा ही तू घात का रे केला ? अन् स्वतःचाच समाजातुन विश्वास संपवला ? अनाजी पंताने ही दोघांचेही हसे केले. सगळेच डाव उलटून टाकले. अनाजी पंतच निघाला पक्का आचार्य चाणक्य. भल्याभल्यांनाही त्याने केले भलतेच थक्क.  महाराष्ट्राच्या राजकारणात

आपके जीवन में....

 आपके जीवन में.... ✍️ २२०३ विनोदकुमार महाजन 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 मेरे आप सभी मित्रों का जीवन मस्त हो,स्वस्थ हो ! खुशहाल हो ,आनंदी हो ! आप सभी के जीवन में सुखों की बहार आयें ! सद्गुरू की और ईश्वर की कृपा आप सभी पर सदैव बनी रहे ! हर अच्छे कार्यों में ईश्वर आपको यश दें ! कोई भी दुखी न रहे ! कोई हीन - दीन न रहे ! सभी का जीवन अभाव मुक्त होकर , सभी का जीवन प्रभाव युक्त हो ! सुख,संपत्ति, आरोग्य, ऐश्वर्य, यश,किर्ती ,दिर्घायुष्य आप सभी को प्राप्त हो ! ईश्वरी कार्य के लिए, ईश्वर आपको संन्मती दें ! हिंदुराष्ट्र निर्माण अखंड भारत और हिंदुमय विश्व के कार्यों के लिए, खुद ईश्वर आपको नितदिन, हरपल प्रेरणा दें ! यशस्वी भव !! हरी ओम् 🕉🕉🕉🕉🕉🕉🚩

मेरे लेखों पर एक प्रतिक्रिया

 आदरणीय, जय श्री राम। आपके विचार और आपकी रचनाएं अद्वितीय हैं। आप का राष्ट्र प्रेम और हिंदू राष्ट्र के प्रति आपकी कृतसंकल्पता प्रशंसनीय है। राष्ट्रीय हिंदू संगठन को आप जैसे लोगों की सेवाओं की आवश्यकता है। क्या आप प्रतिदिन एक/दो  घंटा राष्ट्रीय हिंदू संगठन के लिए निकाल सकते हैं? आपसे चर्चा करने के लिए योग्य समय कब होगा? डाॅ रामबदन चौहान कार्यकारी अध्यक्ष केंद्रीय सांस्कृतिक समिति राष्ट्रीय हिंदू संगठन।

आश्चर्य की बात !

 आश्चर्य की बात है ना दोस्तों ? ✍️ २३०२ विनोदकुमार महाजन ---------------------------------- लखनौ के मेरे एक बहुत अच्छे मित्र है !  देवेंद्रजी शर्मा ! शासकीय सेवा में रहकर भी देशप्रेम का जज्बा अप्रतीम ! मेरा हर एक लेख गहराई से पढते है ! उसपर चिंतन, मनन भी करते है ! और मुझे अनेक बार ,मेरे लेखों पर जागृत प्रतिक्रिया भी देते है ! ऐसे जाँबाज और प्रखर राष्ट्रप्रेमियों की शक्ति एक की जायेगी तो ,देश का आज का भयंकर माहौल बदल जायेगा ! मुझपर और मेरे लेखों पर ,मेरे विचारों पर ,देशविदेशों से हजारों ही नहीं लाखों महात्माएं ठीक देवेंद्रजी जैसा प्रेम करते है, यह मेरा परम सौभाग्य है ! धीरे धीरे काफिला बढता जायेगा !  पवित्र गंगा का उद्गम हो चुका है ! सागर तक जाते जाते गंगा विशाल रूप धारण करेगी ! मतलब वैश्विक क्रांति और शांति का माहौल बनाने में सहायभूत सिध्द होगा ! वैश्विक क्रांति के लिए, आज की घडी में,हर क्षेत्र से ,अधर्म पर चौतरफा हल्लाबोल करना अनिवार्य हो गया है ! हमारे देश में ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व पर ऐसा संकट और हैवानियत का घनघोर अंधेरा दिनबदिन बढता ही जा रहा है ! और सबसे महत्वपूर्ण और आश्चर्य

कमाल है ?

 कमाल है ??? ✍️ २३०१ दिव्यत्व प्राप्त, विनोदकुमार महाजन  🤔🤔🤔🤫🤫 कमाल है ?? सारा फ्रांस जल रहा है ! सारी दुनिया भी आतंकवाद से भयभीत है ! दिनबदिन मेरे देश की भी स्थिति भयावह होती जा रही है ! कमाल है !! फिर भी सारी दुनिया मौन और शांत है ? क्यों ?? सारे मानवताप्रेमी भी मौन और शांत है ? क्यों ? सारे मानवताप्रेमी एक होकर, वैश्विक क्रांति की लहर क्यों नहीं ला रहे है ? कमाल है !! क्या सभी मानवताप्रेमीयों को साँप सूंघ गया है ? या सारा समाज ही तेजोहीन हो गया है ? सारे मानवताप्रेमी मुकदर्शक तमाशाई क्यों और कैसे बन गये है ?? क्या इसकी कोई भी अंतिम काट नहीं है ?? जालिम जहर का उपाय ढंडो ! अन्यथा ? वैश्विक तबाही रोकना असंभव होगा ! एक तरफ भयंकर अत्याचार तो दूसरी तरफ नंपुसंक समाज ? आखिर इतना भयावह होनेपर भी हम सब स्वस्थ, मस्त,मौन और शांत रह भी कैसे सकते है ?? वैश्विक तेजोहीन समाज को, नवसंजीवनी तो देनी ही पडेगी ! अरे उठो ! कोई तो भी वैश्विक क्रांति की लहर लाओ ! है कोई माई का लाल ?? आगे आ जाओ ! 🤔🤔🤔🤫🤫 मेरे अनेक आध्यात्मिक ,हिंदुत्ववादी, सामाजिक , राजकीय तथा अनेक गूढ विषयों के  दिव्य लेख पढने के ल

आभार

 जिन्होंने सहयोग किया उनका भी आभार ! जिन्होंने सहयोग नही किया उनका भी आभार ! जिन्होंने विरोध किया उनका भी आभार ! और जिन्होंने आजीवन जहर ही जहर दिया उनका भी आभार ! हरी ओम् विनोदकुमार महाजन