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Showing posts from January, 2024

मुजरीम ?

 आजादी के बाद ? हिंदुत्व को समाप्त करने  का महाभयानक षडयंत्र किसने रचा ?? देश के असली मुजरीम कौन ?? संबंधीतों को ढूंडकर  कठोर कारवाई कौन करेगा ?? विनोदकुमार महाजन

कीमत

 जब इंन्सानों के सामने तुम्हारी कीमत शून्य होती है तब ईश्वर के सामने तुम अनमोल होते हो !! विनोदकुमार महाजन

हिंदुद्रोही

 हिंदुद्रोहीयों के बुरे दिन आरंभ हो गये है ! यही विधी का विधान है !! इसे कौन रोकेगा ?? विनोदकुमार महाजन

रामराज्य

 *रामराज्य कैसे आयेगा ?*   *कौन लायेगा ?* ✍️ २४४३  *विनोदकुमार महाजन*  🕉🚩🕉🚩🕉🚩 रामराज्य कैसे आयेगा ? कौन लायेगा ? वैसे तो राम पृथ्वी पर अब प्रत्यक्ष अवतरित हुए है ! विशेषत: भारतभूमि में ! और अयोध्या में ! मतलब रामराज्य तो आरंभ हो ही गया है ! मगर और भी अनेक महत्वपूर्ण कार्य बाकी है ! जो रामराज्य के लिए अभिप्रेत है ! जैसे ? जैसे... १ ) हिंदुराष्ट्र की घोषणा ! २ ) हिंदुओं पर सख्ती से थोपे         गये अत्याचारी कानून तुरंत हटाना ! ३ ) गली ,गाँव , शहरों के आक्रमणकारियों के अत्याचारीयों के नाम एकसाथ तुरंत हटाकर सनातन संस्कृति पूरक नाम घोषित करना ! ४ ) शिक्षा प्रणाली में बदलाव करके तुरंत धार्मिक शिक्षा प्रणाली तथा धर्म ग्रंथों पर आधारित शिक्षा प्रणाली आरंभ करना ! ५ ) फिरसे हर नगर ,गांव में संस्कृति संवर्धक गुरूकुल का आरंभ करना ! ६ ) हर एक जाती - धर्म के लिए समान न्यायप्रणाली आरंभ करना ! ७ ) अनेक विषयों पर तज्ञ व्यक्तियों द्वारा तथा गुणवत्तापूर्ण महात्माओं द्वारा सामाजिक सौहार्द तथा सामाजिक परिवर्तन द्वारा सुसंस्कृत समाज निर्माण के लिए निरंतर और कानूनी तौर पर प्रयास जारी रखना ! ८ ) स्वर्ग

बहुसंख्यक

 *बहुसंख्यक हिंदुओं का*   *आदर करो !!*  ✍️ २४४२ 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 बहुसंख्यक हिंदुओं ने यह हिंदुराष्ट्र चाहिए ऐसी माँग की तो उसमें गलत क्या है ?? जिसकी लोकसंख्या जादा उसीकी कानून व्यवस्था ऐसा लोकतंत्र ही सिखाता है तो इसमें गलत क्या है ? और कुछ मुठ्ठीभर लोगों का इसके लिए विरोध क्यों ? और उनके विरोध की सामाजिक तथा राजनैतीक सिध्दांतों पर किमत भी नगण्य है तो ? हिंदुराष्ट्र बनना ही चाहिए ! और जल्द बनेगा भी !! इसिलिए बहुसंख्यक समाज  का आदर करों ! अनादर नहीं ! इसीमें ही सभी की भलाई है ! हर हर महादेव !! 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩  *विनोदकुमार महाजन*

सौभाग्यशाली

 *हमारे जैसा सौभाग्यशाली कोई नहीं होगा !!* ✍️ २४४१  *विनोदकुमार महाजन* 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 दोस्तों , सचमुच में हमारे जैसा सौभाग्यशाली कौन हो सकता है ? कैसे ? हमने मोदी - योगी का संपूर्णत: और क्रांतिकारी युग देखा ! हमने युगपरिवर्तन होते हुए भी देखा ! ईश्वरी सिध्दांतों की और सत्य की जीत होते हुए भी देखी ! और भयंकर कुटिल , देशविघातक और धर्मद्रोही षड्यंत्रकारियों की भयंकर हार भी देखी ! हमने रामजी को सदियों बाद , अयोध्या के भव्य मंदिर में , प्राणप्रतिष्ठित होते देखा ! उसी दिन में संपूर्ण देश में और संपूर्ण विश्व में जल्लोष का माहौल देखा ! पटाखों की अद्वितीय आतशबाजी भी देखी ! संपूर्ण देश भगवामय देखा ! भेदभाव भूलकर सभी हिंदुओं को एक होते देखा ! भयभीत हिंदू से लेकर ,भयमुक्त हिंदू होते देखा ! हमने ३७० जैसा भयंकर अत्याचारी कानून हटते देखा ! हमने कोरोना जैसी महामारी भी देखी और कोरोना जैसी महाभयंकर महामारी पर विजय भी प्राप्त की ! हमने लातूर किल्लारी का १९९३ का भयंकर विनाशकारी भूकंप भी देखा ! इसी आँखों से हमने नवयुग भी देखा ! अब देखना बाकी है... हिंदुराष्ट्र निर्माण अखंड भारत और विश्वगुरु भारत का दैदीप्

सत्पुरुष

 सत्पुरुष खुद के लिए कभी भी जीते नहीं है ! सत्पुरुष हमेशा दूसरों के सुखों के लिए ही जीते है ! और जो खुद के सुखों के लिए जीते है वह सत्पुरुष नहीं हो सकते है ! जय श्रीकृष्णा !! विनोदकुमार महाजन

प्रेम

 प्रेम हमेशा समर्पित ही  होता है ! स्वार्थी नहीं होता है ! और जो स्वार्थी होता है वह प्रेम होता ही नहीं है !! विनोदकुमार महाजन

मोदिजी को पत्र ( ६४ )

 बेटा तेजस्वी तेरा नाम खाली तेजस्वी है मगर तुझमें तो एक प्रतिशत भी तेज नहीं है रही बात खेला की तो याद रखना बेटा यह मोदियुग है और मोदिराज है भले भले की बोलती बंद होती है और मती गुंगी हो जाती है मोदिराज में तो तु किस खेत की मुली हो बेटा ? धधगता ईश्वरी तेज है मोदिजी ! और तु नालायक ? मोदिजी के आदमी को मुंडी हिलाहिलाकर , ओवैसी जैसा एक्शन करता है ?? तेरे पापों के घडे भरते ही तेरा भी हाल तेरा बाप चाराचोर लालू जैसा होगा ! याद रखना बेटा हिंदुओं का तेज अब जाग उठा है और हिंदुस्तान का चप्पा चप्पा जाग गया है ! हिंदुओं के अंदर का अंगार ही तेरे जैसे पाकिस्तान प्रेमी महाराक्षसों का सर्वनाश कर देगा ! २४ का चुनाव आ रहा है ! घोडामैदान नजदीक है ! तब तेरी बोलती ही बंद होगी ! मोदिराज जींदाबाद !!

ठगबंधन

 हा हा हा...ठगबंधन की ऐसी की तैसी मोमोता बानु ने पश्चिम बंगाल से बोल भी दिया... होम अकेले लडेंगे अब खेला होबे नही होगा बल्कि २४ के चुनाव से पहले ही मोमोता जेल में होगी तभी निष्पक्ष चुनाव भी होंगे तभी और तभी हिंदू निडर होकर मतदान के लिए बाहर निकलेगा मोमोता बाहर रहेगी तो फिरसे लंगडी बनने का ड्रामा करेगी और मतदाताओं को फँसायेगी भी और  मतदाताओं पर मानसिक दबाव डालकर लोकसभा में जादा सिटों का प्रयास भी करेगी इसीलिए... मोमोता बानो का अंदर जाना जरूरी है चिटफंड घोटाला और सारदा घोटाला तो इसके लिए काफी है... कृष्णनिती... जय श्रीकृष्ण विनोदकुमार महाजन 🙏🙏🙏

मिठी बातें

 एक दूसरे को मिठी बातें करने में धन थोडे ही लगता है ? बोल मिठे बोल !! शुभ रात्रि विनोदकुमार महाजन

मेरी वेबसाइट

 देहात में मेरी तीन एकड खेती है ! आर्थिक आय का कोई भी भरौसा नहीं है ! खेती भी कम बारीश क्षेत्र में है ! किसी का आर्थिक साथ या सहयोग नहीं है ! फिर भी मैं हिंदुत्व का और सनातन धर्म का कार्य विश्व के कोने कोने में फैलाने के लिए प्रयत्नशील रहता हूं ! इसके लिए मैंने मेरी दो ग्लोबल वेबसाइट बनाई है ! इनकम का पक्का भरौसा नहीं होनेपर भी , खुद के खर्चे से दो अंतरराष्ट्रीय वेबसाइट चलाता हूं ! संघर्ष भयंकर है और लगातार है ! पाकिस्तान ,अफगानिस्तान , इंडोनेशिया जैसे देशों से मेरी वेबसाइट पर अनेक बार सायबर एटेक होते रहते है ! मेरे कट्टर हिंदुत्ववादी और आध्यात्मिक तथा ईश्वरी सिध्दांतों पर आधारित लेख अनेक बार हैक किए जाते है ! वेबसाइट बंद की जाती है ! फिर भी प्रयास करके वेबसाइट फिरसे शुरू करता हूं ! हिंदुत्व का और सनातन धर्म का अंतरराष्ट्रीय कार्य खडा करने के लिए किसी का साथ नहीं है ! अकेला लड रहा हूं ! बिमारियां भी अब परेशान कर रही है ! उमर बढती जा रही है ! कोई संगी साथी नहीं है ! फिर भी हिंदुत्व के लिए अथक लडाई जारी है ! अंतरराष्ट्रीय कार्य के लिए मोदिजी का संपूर्ण और आत्मीय सहयोग प्राप्त होगा , ऐसी

पागल कुत्ते

 मोदिजी का नाम सुनते ही कुत्ते पागल हो जाते है ! अब हर एक का हिसाब पूरा होगा !  पाप का कलंक धो जायेगा ! रामराज्य आ गया !! विनोदकुमार महाजन

पंधरा लाख

 सोनिया गांधी , राहूल गांधी और देश के सभी भ्रष्टाचारी नेताओं का धन सरकारी तिजोरी में जमा होगा तो एक ही दिन में हरएक भारतीयों के खाते में पंधरा लाख रूपये जमा हो सकते है ! सरकार तुरंत सख्त एक्शन लेगी ऐसी आशा करता हूं ! हर हर महादेव !! विनोदकुमार महाजन

मोदिजी को पत्र ( ६२ )

 खबिशकुमार तो पागल हो गया बेटा खबिश तु चाहे कितना भी खबिश क्यों न हो ? मगर ईश्वरीकृपाप्राप्त और ईश्वरीगुणसंपन्न मोदिजी के सामने सब पागल होते है और तडपते रहते है ! तो तु कौन है ? और बेटा खबिश और एक बात पक्की याद रखना तेरी तरह अगला नंबर उद्धस्त ठाकरे , संज्या रौत , ममता दिदी का लगनेवाला है ! ईश्वरी सिध्दांत और हिंदुत्व के खिलाफ जो कार्य करेगा , उसकी भी खबिशकुमार जैसी बुरी हालत होकर रहेगी ! याद है ना ? फारुख अब्दुल्ला , मुक्ति मेहबूबा , सिध्दु , यशवंत सिन्हा ,शत्रुघ्न सिन्हा , उध्दस्त ठाकरे , शरदराव , पटोले , खडसे जैसे अनेक मोदिविरोधीयों की कितनी भयंकर दुर्दशा हो गई ? मोदिविरोधीयों ,याद रखना ,सत्य को ललकारना आसान बात नहीं है ! मोदिजी का ईश्वरी तेज सारा विश्व जान रहा है ! ये मोदियुग है ! ललकारो मत ! अन्यथा मिट्टी में मिल जाओगे ! मोदिजी के कारण , मेरे जैसे कट्टर हिंदुत्ववादी कार्यकर्ता भी अंगार बनते जा रहे है ! जो अंगार हिंदुद्रोहीयों को जलाकर राख कर देगा ! मोदिराज जींदाबाद ! हर हर महादेव ! विनोदकुमार महाजन

सावधान

 *सावधान !!*  ✍️ २४४०  *सावधान*  लोकसभा चुनाव  आ रहा है ! देश को भ्रष्टाचार और अनेक भयानक षड्यंत्रो द्वारा बरबाद करनेवाले काँग्रेस को हराना ही नही बल्की संपूर्णतः हटाना है !  *इसिलिए*  आपका साथ ? भाजपा के साथ ! कमल का फूल कभी भी भूलना नही है !  *जय भाजपा !*   *तय भाजपा !!*  🪷🪷🪷🪷🪷  *विनोदकुमार महाजन*

साप आणी माणूस

 सापासारख्या कृतघ्न  माणसांना कितीही प्रेम दिल सहकार्य केल , आधार दिला तरीही अशी  माणसे सतत विषारी गरळच ओकत राहतात. अशा माणांपासून अखंड सावधान राहणे व दूर राहणे हेच हितकारक असते. विनोदकुमार महाजन

अमृत आणी विष

 जगात कांही माणसं अशीही असतात की त्यांना अमृत दिलं की विषच ओकायला  लागतात. आणी कांही माणसं अशीही असतात की त्यांना विष दिलं की मग मात्र व्यवस्थित वागायला लागतात. त्यामुळे कुणाला किती अमृत द्यायचं आणी कुणाला किती प्रमाणात विषाचा डोस द्यायचा हेही प्रकृतीअनुसार ठरवावं लागतं. आरोग्यशास्त्राचही हेच सूत्र असाव असं वाटत. विनोदकुमार महाजन

आत्मा

 जीसके अंदर आत्मा ही  नही है उसे आत्मीयता दिखाने से क्या फायदा ? वैसे पत्थरदिल लोगों से प्रेम करने से भी क्या फायदा ? और जीसका जीवन ही पैसा ही सर्वस्व है उससे रिश्ता रखने से भी क्या फायदा ? विनोदकुमार महाजन

धन संपत्ती

 धन आणी संपत्ती मिळवणं सोपी गोष्ट नाही. मिळवलेली  संपत्ती संभाळणं तर त्याहून कठीण. ती हडपण्यासाठी शंभर लांडगे गुप्त रूपाने टपलेले असतात. अखंड सावधान. महालक्ष्मी माता की जय. विनोदकुमार महाजन

मोदिजी को पत्र ( ६१ )

 पप्पू पागल हो गया रामजी के आने से परेशान हो गया मोदिजी के उत्तुंग कार्य के कारण अनेक विरोधीयों की भी यही स्थिती होनेवालीहै २०२४ के बाद ऐसे महाठग या तो जेल मे होंगे या पागलखाने में पाप का कलंक धो डाला मोदिजी नाम के युगपुरुष ने मोदिराज की जयजयकार हो

मोदिजी को पत्र ( ६० )

 रामलला अब आये है... वसूधैव कुटूंम्बकम् बनाने के लिए अखंड भारत निर्माण के लिए हिंदुमय विश्व के लिए विश्व विजेता हिंदू धर्म बनाने के लिए नया इतिहास बनाने के लिए असंभव को संभव में बदलने के लिए नवयुग निर्माण के लिए ईश्वरी सिध्दांतों की जीत के लिए असुरों के संहार के लिए... रामलला अब आये है... मोदिजी योगीजी जैसे पुण्यात्माओं के लिए करोडो भारतीयों के प्रेम के लिए रामलला अब आये है... जय जय श्रीराम राममय विश्व विनोदकुमार महाजन

हिंदू द्रोही

 राममंदिर विरोधीयों हिंदुद्रोहीयों तुम्हारा विनाश जल्दी ही हो जायेगा ! यही रामजी कि इच्छा है !! विनोदकुमार महाजन

मोदिजी को पत्र ( ५९ )

 दशानन रावण के अनेक नौटंकीबाज रूप वैसे राँल विंची के अनेक रंग मगर रामद्रोही रावण का और राँल विंची का सर्वनाश भी खुद रामजी के हाथों से ही होता है युगों युगों से युगों युगों तक अब भी राममंदिर निर्माण हो रहा है और राँल विंची जैसे रावण का और उनकी सोने की लंका काँग्रेस का सर्वनाश हो रहा है जय श्रीराम 👍🙏🙏🙏🕉🚩 विनोदकुमार महाजन

मोदिजी को पत्र ( ५८ )

 पाखंडी विरोधियों का रामजी का प्रेम कबसे आने लगा ? नौटंकीबाज ,फरेबी ,पाखंडी विरोधीयों का सफाया जरूरी है हम सफाया करके ही रहेंगे मगर फरेबी काँग्रेस का और हिंदुद्रोहीयों का सफाया करने के लिए मोदिजी का वरदहस्त तो चाहिए ही चाहिए वरदहस्त मिलेगा तो हम ईश्वर प्रेमी विश्व के सारे रावण , दुर्योधन , कँस ,हिरण्यकशिपु जैसे अनेक महाराक्षसों को जलाकर खाक कर देंगे जय श्रीराम

हिंदू मौन क्यों ?

 *बहुसंख्यक हिंदू मौन क्यों है ?*  ✍️ २४३६  *विनोदकुमार महाजन* ???????????????????? हिंदू , हिंदुत्व और हिंदुत्व की हुंकार धिरेधिरे जाग रही है , यह बात निश्चित ही स्वागतार्थ है ही ! मगर जो गति चाहिए वह गति नहीं मिल रही है ! आज भी अनेक हिंदू कुछ पाकिस्तान प्रेमी पार्टीयों को ही बढचढकर मतदान करते है...? यह वास्तव बहुसंख्यक हिंदुओं को मंजूर करना ही होगा ! राम को कोर्ट में शपथपत्र पर काल्पनिक कहनेवालों को आखिर हिंदू मतदान भी कैसे कर सकता है ? यह केवल आश्चर्य ही नहीं बल्कि हिंदू समाज का आत्मघात भी है !  *और ऐसा कबतक चलेगा ?* इसकी काट तो ढूंढनी ही पडेगी ना ? आज भी हम जिसे माँ कहते है ,उस गौमाता को  सरेआम ,हमारे आँखों के सामने काटा जाता है ? और फिर भी *हम मौन और शांत* बैठकर यह विनाशकारी तमाशा देखते रहते है ? हमारे आदर्श धर्म ग्रंथ जलाये जाते है , हमारे देवीदेवताओं को आज भी अपमानित किया जाता है ? बदनाम किया जाता है ? और हम बहुसंख्यक होकर भी ,षंड जैसे चूपचाप ,मौन ,स्तब्ध और शांत बैठते है ? हमारे अंदर स्वाभिमान ,खून है या नहीं ? अत्याचार के खिलाफ हमारी आवाज बुलंद क्यों नहीं होती है ? सामुहिक रूप

हिरों की तलाश

 *हीरों की तलाश !*  ***************** लोकतंत्र में... झूठे आश्वासन देकर फँसाने वाले और पैसा हडपने वाले हरपल मिलते रहेंगे ! मगर ईश्वरी कार्य को गती देनेवाला देवदूत शायद एकाध ही मिलेगा ! और वही असली हीरा भी होगा !! ढूंडते रहेंगे !! *****************  *विनोदकुमार महाजन*

संत

 जो खुद के सुखों के लिए  जीते है वह किडेमकौडे  की तरह होते है ! और जो दूसरों के सुखों के लिए जीते है वह संत - महापुरुष होते है !!  *आपको कौन बनना है ?*   *विनोदकुमार महाजन*

मोदिजी को पत्र ( ५७ )

 फरेबी लहेरू फरेबी डांडी फरेबी डांडी परिवार चोर लुटारूओं का सरदार पूरा का पूरा गांधी नेहरू परिवार देश को , हिंदुत्व को , हिंदुओं को बरबाद ,बदनाम करनेवाला फरेबी परिवार भयंकर, भयानक, भयावह षड्यंत्रकारी परिवार एकेक का कच्चा चिठ्ठा खुलता जा रहा है और आज भी कुछ मुर्ख , लालची ,सत्ता - संपत्ति के भूके हिंदु.... काँग्रेस का समर्थन करते है ? आश्चर्य है ! गिरने की भी कोई हद होती है ! ऐसे जयचंदों का भी जालिम इलाज ढूंढना पडेगा !

कौन चाहिए ?

 *कौन चाहिए ??*  ✍️२४३४ 🕉🚩🕉🚩🕉🚩 राम को कोर्ट में शपथपत्र पर काल्पनिक कहकर देश को बरबाद करनेवालों को मतदान करेंगे ? या फिर ? भव्य राममंदिर निर्माण करके संपूर्ण देशवासियों को पुनर्जीवित करनेवालों को मतदान करेंगे ?? फैसला आपके हाथ में है ! २४ का लोकसभा चुनाव आ रहा है ! और आप सभी के उज्वल भविष्य के लिए आप सभी को जागृत करने का दाईत्व मेरा है ! एक प्रखर राष्ट्रप्रेमी तथा जागरूक पत्रकार के नाते से आपको जगाने आया हूँ !! जागो !!  *जय जय श्रीराम !!*  🕉🚩🕉🚩🕉🚩  *विनोदकुमार महाजन*

मोदिजी को पत्र ( ५६ )

 और ईश्वरी इच्छा से ही ऐसे महाभयंकर राक्षसों का नाश भी हुवा है ! और अब मोदिजी के हाथों से ही ऐसे उपद्रवी राक्षसों का सर्वनाश भी हो रहा है ! इसिलिए सारे राक्षस तिलमिला रहे है , पागल भी हो रहे है , और एक भी हो रहे है !! मगर इन राक्षसों का संपूर्णत: नाश अटल है ! अब मोदिराज नही बल्की मोदियुग आरंभ हो गया है ! काँग्रेस राज में राम का नाम लेना भी पाप था... मगर अब देश बदल गया है ! सारा देश राममय हो गया है ! इसिलिए ? सारे हाहाकारी हैवान डरे हुए है ! २०२४ के बाद ? उपद्रवी राक्षसों का संहार अटल है ! रामराज्य आरंभ हो गया है ! भारत विश्वगुरू बनता जा रहा है ! अखंड भारत और हिंदुमय विश्व की शुरूवात हो चुकी है ! समय ने करवट बदल ली है ! फरेबी लहेरू...डांडी का हिसाब अब पूरा होकर रहेगा ! जय श्रीराम ! मोदिराज जींदाबाद ! मोदियुग की जयजयकार हो ! विनोदकुमार महाजन 🙏🙏🙏🕉🚩

मोदिराज

 मोदिराज में देश ? विकसित नहीं बल्की ? हर क्षेत्र में तेजीसे ? दौड रहा है !! हर हर मोदी !! 🙏🕉️🚩 विनोदकुमार महाजन

जलबीन मछली

 *जलबीन तडपती मछली !?*  ✍️ २४३३ 🦈🦈🦈🦈🦈🦈🦈 जलबीन तडपती मछली को कौन समंदर में छोड देगा ? शायद ? कोई इंन्सान तो दयालू नही होगा ! जो तडपती मछली पर दया दिखायेगा ? मछली को पकाकर खाने की ही सब सोचते रहेंगे ! अथवा उसे तडपती ,मरती देखकर दूर चले जायेंगे ? मगर ईश्वर तो तडपती मछली पर प्रेम भी दिखायेगा और खुद समंदर ही तडपती मछली के पास भेज देगा !? ( मछली का प्रारब्ध अच्छा हो तो....? ) और जलबीन तडपती मछली फिरसे आनंदीत हो उठेगी ! तात्पर्य : - मुसिबतों में फँसनेवाले सिध्दपुरूषों को खुद ईश्वर ही मुसिबतों से छुटकारा देता है और उसे अनेक सिध्दीयाँ भी देता है ! रिश्तेनाते ऐसे समय में दूर भाग जाते है और दूरसे ठहाके लगाकर उसे हँसते रहते है और तमाशा देखते रहते है !? और समाज ?  ऐसे समय में भयंकर क्रूरता से नरकयातनाएं देता रहता है ! अनाथ ... बिना माँबाप के , संत ज्ञानेश्वर और उनके भाई निवृत्ति ,सोपान और मुक्ताबाई दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहे थे , तडप रहे थे ... ऐसे समय में उन्हें रोटी देना तो दूर , ढसढसा रूलाया ऐसे पवित्र आत्माओं को ! समाज ने भी और स्वकियों ने भी !? जरा उनके अंदर उसी स्थिति में परकाया प्

यशस्वी

 इंन्सानरूपी अनेक जहरीले साँपों का और कर्मगती के जहर का दंश होने के बावजूद भी आज मैं , मेरे सद्गुरु कृपा से जींदा भी हूं !  और यशस्वी भी हूं ! हर हर महादेव !! विनोदकुमार महाजन

औदुम्बर

 वठलेल्या औदुंबर वृक्षास पालवी फुटली व फुलाफळांची बहार पण आली. ।। अवधूत चींतन श्री गुरूदेव दत्त ।। विनोदकुमार महाजन

मेरा सपना

 *मेरा सपना* एड.अश्विनीकुमार उपाध्याय सुप्रीम कोर्ट 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 कड़वा सच गुलामी का नाम गुलामी का निशान गुलामी की परंपरा गुलामी की कुरीतियां गुलामी का नियम कानून गुलामी की कर व्यवस्था गुलामी की न्याय व्यवस्था गुलामी की शिक्षा व्यवस्था गुलामी की पुलिस व्यवस्था गुलामी की व्यापार व्यवस्था गुलामी की चिकित्सा व्यवस्था गुलामी की प्रशासनिक व्यवस्था *********** मेरा सपना सबल भारत संपन्न भारत स्वस्थ भारत साक्षर भारत स्वच्छ भारत समृद्ध भारत सशक्त भारत सुरक्षित भारत समावेशी भारत स्वावलंबी भारत स्वाभिमानी भारत संवेदनशील भारत क्षेत्रवाद मुक्त भारत पंथवाद मुक्त भारत वंशवाद मुक्त भारत भ्रष्टाचार मुक्त भारत जातिवाद मुक्त भारत भाषावाद मुक्त भारत 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🕉️

तरकीब

 ऐसी तरकीब बनानी पडेगी की संपूर्ण देश हमारे महाक्रांती अभियान से स्फुर्ती और आनंद से जूड सकें !! विनोदकुमार महाजन

क्रांती

 संपूर्ण देश में क्रांति अभियान तेज करना होगा ठंडे दिमाग से क्रांति शांति से क्रांति साप भी मरे ,लाठी ना टूटे यही निती अपनाकर अधर्म और अधर्मीयों पर चौफेर हमला करना होगा हल्लाबोल इसके लिए एक जबरदस्त और शक्तिशाली रणनीति चाहिए जीत की पक्की रणनीति ईश्वरीकृपाप्राप्त व्यक्तियों का शक्तिशाली समूह बनाकर कार्य तेज करना पडेगा 🙏🙏🙏

अच्छे इंन्सानों की कद्र

 *अच्छे इंन्सानों की कद्र ?*  ✍️ २४३२ ******************** सिध्दपुरूषों की दिव्यशक्ती की जो कीमत समझता है उसका बेडा पार हो जाता है ! उसका कल्याण हो जाता है !! और सिध्दपुरूषों के दिव्यशक्ती को जो पीडा देता है उसका बेडा गर्क हो जाता है !! उसका जीवन बर्बाद हो जाता है !! अनुभव करके देख लो !! गजानन महाराज जी जैसे महासिध्दयोगी को एक नास्तिक ने विनावजह गन्ने से मारा था ! और थोडे ही दिनों बाद उस नास्तिक की मृत्यु हुई थी ! खुद ईश्वर ही अपने श्रेष्ठतम भक्तों के साथ हो रहे अन्याय सहन नहीं करता है ! अत्याचारी को कठोर दंडित करता ही है ! इसीलिए हमेशा अच्छे इंन्सानों की कद्र करने से ही जीवन का कल्याण हो जाता है !!! कालभैरवनाथ की जयजयकार हो !! जय महाँकाल !! हर हर महादेव !! शिवगोरक्षनाथ की जय हो !! अलख निरंजन !! आदेश !! ********************  *विनोदकुमार महाजन*

अनुभूति

 अनुभूति !! एक दिन... भोर पांच बजे खुद रामजी ,सितामैया ,लक्ष्मणजी और हनुमानजी सपनों में आये ! मगर कुछ बोले नहीं ! मैं इसका अर्थ भी समझा नहीं सका ! और उसी दिन में न्यायालय का राममंदिर के पक्ष में फैसला आ गया ! अब राममंदिर निर्माण चल रहा है ! और कल ही सपनों में सज्जनगढ़ में रामदास स्वामी द्वारा स्थापित रामजी और सितामैया के अद्भुत दर्शन हो गये ! मगर इस बार लक्ष्मणजी और हनुमानजी साथ में नहीं थे ! केवल सितामैया और राम ? इसका मतितार्थ अभीतक समझ में नहीं आ रहा है ! वैसे मुसिबतों की भयंकर घडी में हनुमानजी मुझे हमेशा सहायक होते है ! फिर भी ऐसा क्यों होता है ? यह समझ में नहीं आता है ! दिनभर हम मन में जो देखते है वहीं साधारणतः सपनों में दिखाई देता है ! यह मनोविज्ञान भी है ! मगर मुझे तो अनेक बार पहले सपनों में घटना दिखाई देती है ! और बाद में अनुभूति मिलती है ! दिव्य हनुमान दर्शन , दिव्य नारसिंह दर्शन , अनेक देवीदेवताओं के दिव्य दर्शन भी इसी अनुभूति का भाग है ! कारण तो ईश्वर ही जाने !! जय श्रीराम ! सिताराम की जय बोलो ! 🙏🙏🙏🕉🚩 विनोदकुमार महाजन

मोदिजी को पत्र ५५

 देशद्रोही काँग्रेस रामविरोधी काँग्रेस पाकिस्तान प्रेमी काँग्रेस हिंदुद्रोही काँग्रेस हटानी ही पडेगी काँग्रेस जबतक नेस्तनाबूत नही होगी तबतक विकास कार्यों में रोडा अटकाए रहेगी काँग्रेस हटाव देश बचाव काँग्रेस हटाव हिंदुत्व बचाव काँग्रेस हटाव सत्य बचाव काँग्रेस हटाव मानवता बचाव काँग्रेस पर यशस्वी चौतरफा हमलों के लिए तगडी निती मेरे पास है जरूरत है आपके आशिर्वाद की भयंकर और भयानक मुसिबतों के दौर से गुजर रहा हूं सत्य सनातन के वैश्विक कार्य के लिए तुरंत सहयोग की जरूरत है जय श्रीकृष्ण विनोदकुमार महाजन व्हाटसअप 8329894106 🙏🙏🙏🕉🚩🪷🪷

कर्मगती का खेल

 *अजब होता है , कर्मगती का खेल !!* ✍️ २४३०  *विनोदकुमार महाजन*  ------------------------------ कर्मगती का खेल बडा विचित्र होता है ! किसी के भाग्य में क्या लिखा होता है ? यह कौन जान सकता है ? प्रारब्ध ,कर्म , नशीब सब एक ही सिक्के के अनेक पैलू ! और हर एक का नशीब ,प्रारब्ध भी अलग अलग ! और प्रारब्ध के खेल भी अलग अलग ! इसिलिए हर एक का सुखदुख भी अलग अलग ! कौन जादा सुखी ? और कौन जादा दुखी ? यह बात कौन बता सकेगा ? इसिलिए एक संस्कृत सुभाषित है.... " *स्र्तियस्य चरीतम् पुरूषश्य भाग्यम् देवो न जानयेत ! "*  बिल्कुल सही है ! इसिलिए कब ,कहाँ , क्या होगा ? यह बात भी कौन समझ सकेगा ? इसके लिए पढते है एक सत्य घटनाओं पर आधारित एक सुंदर बोधकथा ! आकाश मार्ग से एक गरूड़ पक्षी अपने पैरों में पकडकर एक जहरीले साँप को लेकर जा रहा था ! मगर एकाएक वह साँप गरूड़ के पैरों से फिसल गया ! और निचे गिर गया ! निचे गिरा तो एक इंन्सान के शरीर पर ! साँप गुस्से में था और जहरीला भी ! वह साँप तुरंत उस आदमी को डस गया ! और ? उसी बेचारे की साँप के जालिम जहर के कारण तत्काल मृत्यु भी हो गई ! और थोडी देर बाद फिरसे वहीं गरूड़ प