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स्वस्ति मंत्र

 सनातन हिंदू धर्म में सभी के कल्याण के लिए ऐसी स्वस्ति प्रार्थना की जाती है !  धर्म ग्रंथ पढकर और कलमा पढकर किसीके गले काटने की नहीं ! इसिलिए हिंदू धर्म महान है.!

क्या होगा ?

 *कुछ भी नहीं होगा ???* ✍️ २६५० 👆👆👆👆👉 कुछ भी नहीं होगा ! जी हाँ ! चार दिन शोरशराबा होगा ! हल्ला गुल्ला होगा ! बंदूकें तानी जायेगी ! और एक दिन ? सदा के लिए ? सबकुछ शांत हो जायेगा ! थोडा बहुत जागनेवाला , मुर्दाड मन से जीनेवाला , अन्याय सहनेवाला और भागने की लत लगनेवाला, हिंदू ?? फिर से सो जायेगा ❓⁉ क्योंकी ? इच्छाशक्ती का अभाव ! कुछ कर दिखाने का अभाव ! अत्याचार के प्रती प्रतिशोध का अभाव ! राजनितीयाँ चलेगी ! राजनितीयाँ शेकेगी ! राजकीय दाँवपेंच चलाये जायेंगे ! और....?? फिरसे ? भयभीत करनेवाले भयंकर हमले भी आरंभ हो जायेंगे ! और हिंदू ? मुर्दाड मन से सबकुछ सहता जायेगा ! हमेशा की तरह ! स्वाभिमान , आत्मतेज मरा हुआ चैतन्य शून्य समाज , आखिर कब जागेगा ? संपूर्ण परिवर्तन के लिए , महाक्रांति अभियान के लिए , कब आगे बढेगा ? जगाने वालों को , महापूरूषों के आदर्शों को भी ? यह निस्तेज समाज भूल जायेगा ? हमेशा की तरह ?? ऐसा डर लगता है ? क्योंकि आजतक ऐसा ही होता आ रहा है ! यह निराशावाद नहीं है , बल्कि हकीकत है ! इससे उपर उठकर अगर , प्रतिशोध की आग में , कृष्णनिती द्वारा आगे बढेगा ? कौटिल्य निती के अनु...

पाकिस्तान प्रेमी

 उधर 👉पाकिस्तान पर 👹बंदूक तानी...देश में छूपे पाकिस्तान प्रेमी भी थरथराने लगे ! जब पाकिस्तान राख होगा तब 💀पाकिस्तान प्रेमी भी मिट्टी में मिल जायेंगे !! हर हर महादेव !!! विनोदकुमार महाजन

जनहितार्थ

 सरकार द्वारा ऐसी घोषणा करो  👉👉👉 संपूर्ण देश में छूपे हुए ,  सभी घुसपैठीयों के लिए , भारत सरकार द्वारा ,घोषित किया जाता है की 👉 सभी घुसपैठी एक महिने के अंदर देश छोड दें ! एक महिने के बाद , सर्च आँपरेशन तेज होगा , और जो भी घुसपैठी देश में सूचना देने के बावजूद भी रह रहे है , उन्हे कठोर दंडित किया जायेगा ! 👉 भारत सरकार द्वारा जारी !  👆👆👆 विनोदकुमार महाजन

सावधान

 सत्पुरूषांचे प्रेम संपूर्ण समर्पित असते व त्यात उच्च स्वर्गीय आनंद असतो...सत्पुरूषांचा क्रोधही महाभयंकर असतो , त्यांच्या शापामुळेही संपूर्ण आयुष्य बरबाद होऊं शकते.सावधान !!! हरी बोल. विनोदकुमार महाजन

साँप बिच्छू

 भारत में रहकर भारत से गद्दारी करनेवाले सभी जहरीले साँप , बिच्छू , किडे मकौडे तुरंत देश के बाहर फेंक दो ! स्वच्छता अभियान जारी रहेगा !! विनोदकुमार महाजन

देश का भविष्य

 *रामभरोसे देश !??* ❓ ✍️ २६४२ भलेही सर्वोच्च सत्तास्थान तुम्हारे हाथ में हो ?  सिस्टम तो उनका ? ही चल रहा है ! ऐसे दुर्दिन खत्म करने के लिए , तुरंत , विनाविलंब , लंबे समय तक राष्ट्रपति शासन लगा दो ! केवल दो दिन में ही देश का संपूर्ण अराजक समाप्त होगा ! मगर ऐसा करेगा कौन ??? मगर ऐसा योग्य कदम कोई भी नहीं उठायेगा ! क्योंकि इच्छाशक्ति का अभाव ! अब इस देश को केवल और केवल ईश्वर ही बचायेगा !.? सबकुछ रामभरोसे !!❓ हनुमान तु चिरंजीव है , कलियुग में भी तेरी चैतन्य शक्ति जागृत है ! बजरंग बली तु कहाँ है ?? सत्य ,धर्म और ईश्वरी सिध्दांतों को अब ❓ हिंदू ⁉बचा पायेगा ❓ इच्छशक्ति का अभाव !? देश को अब.... कौन बचायेगा ❓⁉ ❓⁉ मोदिजी , विनाविलंब नेतान्याहू बनो ! तभी देश बचेगा ! अन्यथा ?❓⁉ सबकुछ.... तबाह ,बरबाद हो जायेगा ! यही एकमेव और अंतिम मौका है !!  *विनोदकुमार महाजन*

दुष्ट

 साँप के मूंह से कभी भी अमृत नहीं निकलेगा ,हमेशा जहर ही जहर निकलेगा ! वैसे दुष्टों का आचरण भी हमेशा परपिडादायक ही रहेगा !! विनोदकुमार महाजन

कटते रहो

 *कटते रहेंगे ⁉*  ✍️ २६४१ जबतक हिंदू  ❓जागृत नही होता है और एक नहीं होता है तबतक हिंदू ⁉ कटता रहेगा !! प्रतिशोध और प्रतिघात के लिए हरेक के अंदर की ज्वाला , आग ,तेज , लाव्हा जागृत होना और संगठित होकर , आक्रामक होना , यही बचने का अंतिम उपाय है !  मगर ? निद्रीस्त , आत्मघाती हिंदुओं को जागरूक और आक्रामक बनायेगा कौन ❓⁉ क्योंकि ? जो भी जगाने आता है ? उसका भी हिंदू ?  घात करता है ?? सदियों से इतने भयावह अन्याय , अत्याचार सहने के बाद भी अगर हिंदू जागरूक और संगठित नही होता है....विनाशकारी सेक्युलरिज्म में लटकता रहता है....? ऐसे समाज का अध:पतन और विनाश क्या ? स्वयं ईश्वर भी रोक पायेगा ?? सभी हिंदुओं का एकगठ्ठा मतदान हिंदुत्ववादी पार्टियों को होना भी अत्यावश्यक है ! मगर.... हिंदुत्ववादी पार्टीयों को छोडकर , हिंदुविरोधी पार्टीयों को मतदान करते रहेंगे तो ?❓निश्चित ही कटते ही रहेंगे !! जागरूक बनो !! संगठित बनो !! आक्रामक बनो !! हर हर महादेव !!!  *विनोदकुमार महाजन*

कृष्णनिती

 शत्रु को सावध मत किजिए उन्हे बेसावध रखकर हमला किजिए.... कृष्णनिती !! विनोदकुमार महाजन

आभार

 ईश्वरी कार्यासाठी मला संपूर्ण सहयोग करायचा सोडून , मी वारंवार अडचणीत यावा म्हणून गुप्त प्रयत्न करणा-या विषधारी सापांचे मनापासून आभार . ईश्वर त्यांना सन्मार्ग दाखवो . विनोदकुमार महाजन

घाततंत्र

 हिंदुओं का नाश करने के लिए , अनेक सालोंतक घाततंत्र का प्रयोग हुवा ! अब , प्रतिघात से ही हिंदुत्व बचाया जा सकता है !! विनोदकुमार महाजन

अत्याचार

 *अत्याचार ?🤔🤔*  ✍️ २६४० सरकार चाहे कौनसी भी हो हिंदुओं पर अत्याचार रूकते नहीं है !  काँग्रेस राज में कश्मीर कांड हुवा ! आज भी बिजेपी राज में बंगाल कांड भयावह है ! यह सब देखकर , अंदर आग सी लग जाती है ! बेचैनी , अस्वस्थता बढती रहती है ! और हिंदुओं की रक्षा के लिए , ईश्वर से झगडा शुरू हो जाता है ! करें तो आखिर क्या करें ❓❓❓ उफ्फ्...नरदेह का आखिर फायदा भी क्या ???  *विनोदकुमार महाजन*

मौका

 *आड में...!?? ❓❓*  ✍️ २६३९ अगर , खां ग्रेस ने आड़ से , तानाशाह बनकर , हिंदुत्व पर प्रहार किया , ठीक वैसे ही , मोदिजी हिंदुओं को बचाने के लिए , यही निती तुरंत क्यों नहीं अपना रहे हैं ?  बचने का यही एकमात्र और अंतिम उपाय बच चुका है ! यही अंतिम उपाय बर्बादी संपूर्ण रूप से रोक सकता है ! पहले से ही पाणी सर से उपर बह चुका है ! उपरी मलमपट्टी से केवल समय की बर्बादी ही होगी ! हाथ में कुछ भी नहीं लगेगा ! यह व्यर्थ का टाईमपास होगा ! और ऐसा टाईमपास, शैतानों को शक्ति बढ़ाने के लिए सहायभूत होता है !  और शैतानों की हरपल बढ़ती हुई प्रचंड शक्ति , भविष्य में हमारे संपूर्ण तबाही का कारण भी बन सकती है ! उदाहरण :- पाकिस्तान, बांग्लादेश ! सत्ता स्थान का ऐसा मौका बार-बार नहीं आता है ! एकबार मौका मिलने पर ही सारे काम फतेह करना समय की माॅंग ही नहीं तो , अत्यावश्यकता भी है !  *विनोदकुमार महाजन*

युध्द

 *युध्द...!!??❓*  ✍️ २६३८ युध्द... कौनसा भी हो , आखिर तलवार की धार पर ही खेला जा सकता है और ? जीता भी जा सकता है ! धर्मयुध्द में भी कुटनैतिक युध्द जरूर खेला जाता है ! मगर शस्त्र और अस्त्र के सिवाय युध्द जीतना असंभव होता है , यह अनेक देवी-देवताओं ने भी सप्रमाण सिध्द किया हुआ है ! सुदर्शन चक्र धारी भगवान श्रीकृष्ण की जय हो !!  *विनोदकुमार महाजन*

जयचंद

 जिस देश में गद्दार , बेईमान , जयचंदों की संख्या ज्यादा होती है , वह देश बर्बाद हो जाता है !! विनोदकुमार महाजन

व्हिलन कौन ?

 *है कोई माई का लाल ?*  ✍️ २६३७ जानबूझकर पाकिस्तान  बनाया गया ! वहाॅं हिंदुओं के खात्मे की पूरी तैयारी की गई ! अलग से हिंदुस्तान भी बनाया गया ! यहाॅं भी ठंडे दिमाग की हिंदुओं के गुपचुप खात्मे की , भयंकर षड्यंत्रकारी और पुर्व नियोजीत तैयारी की गई ! कौन है परदे के पिछे का असली मुखौटा ? असली व्हिलन कौन ? उसका असली चेहरा कब सामने आयेगा ? उसका असली रूप तमाम भारतीयों को कब समझ में आयेगा ? अभी भी वह हर कोने पर आदर्शवादी पुतले बन बैठे हैं ! पुतलों का असली चेहरा और राक्षसी रहस्य कब उजागर होगा ? कौन उजागर करेगा ? है कोई माई का लाल ??  *विनोदकुमार महाजन*

निती समझो

 *सैतानों की निती समझो !!*  ✍️ २६३६ ⁉❓⁉❓⁉ उपद्रवी , विनाशकारी हैवानों की संख्या अति भयंकर है ! कौरवों से भी बढकर ! और ? उन्मादी , हहा:कारी राक्षसों की शक्ती भी अति भयंकर है ! और उनकी योजनाएं भी भयावह होती है ! और उन्हे ? सदा के लिए हराने की कौनसी भी प्रभावी योजना ,यशस्वी निती तुम्हारे पास नही है ! विध्वंसकारी , अराजकता वादी शक्तियों को हराने की नितीही तुम्हारे पास नहीं है तो ? तुम क्या सत्य , ईश्वरी कानून और मानवता की अंतिम जीत करा पाओगे ? हरगीज नही ! मगर सनातन धर्म में असंभव को संभव करने की दिव्य , अद्भूत और अद्वितीय शक्ती जरूर है ! क्या सनातन धर्म की असली निती और हैवानियत की अंतिम काट आपको पता है ! प्रश्न सभी को है ! उत्तर कोई भी नहीं देगा ! जय श्रीकृष्ण !! 🚩🚩🚩🚩🚩  *विनोदकुमार महाजन*

चुपके से

 " जैसे " सेक्युलर शब्द संविधान में चुपके से चिपकाया गया , ठीक वैसे ही यह शब्द चुपके से हटाईये और उसके जगहपर " हिंदुराष्ट्र " शब्द जोड दिजीए ! हो गया काम ! विनोदकुमार महाजन

घात

 *हमारा ? " घात " किया* *गया ❓❓*  ✍️ २६३५ 😭😭😭😭😭 मुगल और अंग्रेज भी जो नहीं कर सकें....उससे भी भयावह...हमारे साथ हो गया...!! हिंदुओं के खात्मे का ? इतना भयंकर, भयानक, बड़ा षड्यंत्र ? इतना बड़ा धोखा ? इतना बड़ा फरेब ? बाप रे बाप...❓🤔🙃😭 एक बन गया ? चच्चा ? और दूसरा ? महान संत ? पिता ?? इतना भयंकर धोखा ? और हम ? आज भी गहरी नींद में ? " उनको ? " ही सत्ता स्थान पर बिठाने के लिए ? उत्सुक ? ? हाय रे दुर्देव ? विनाश की घड़ी सामने दिखाई देने पर भी ? गहन निद्रिस्त ? " हम ? " सिदेसादे ,भोले-भाले  " उनसे निरंतर प्रेम करते रहे और वो ? " हमें स्मशान में पहुंचाने का ? इंतजाम करते रहे ! " निरंतर ... लगातार ! " सोचो समझो जानो पहचानो जागो असली " हैवानों को * पहचानो ! हैवानों का ? नामोनिशान? मिटाने की ? कसम खा लो ! आपसी कलह त्याग दो ! हर हर महादेव !!! 🙏🙏🕉️🚩👆  *विनोदकुमार महाजन*

ईश्वर

 निष्पाप जीवों को मत काटो एक दिन ईश्वर भी तुम्हे ऐसा ही काट डालेगा ! ईश्वर का न्याय , जैसे को तैसा रहता है !!ईश्वर दयालू भी है और भक्तों की रक्षा के लिए क्रूर भी !! ज्वाला नारसिंव्ह !! विनोदकुमार महाजन

बिना माँगे मोती मिले

 *पैसा और प्रेम !!*  ✍️ २६३४ 🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️ जिसे केवल पैसा ही चाहिए उससे रिश्ता मत रखिए ! एक लाख , दस लाख , एक करोड़ भी दिए तो भी ऐसे लोगों का समाधान नहीं होता है ! इसलिए ? जिसे केवल पवित्र और ईश्वरीय , निरपेक्ष प्रेम ही चाहिए , उससे ही नाता रखिए ! ऐसे रिश्तों में पछताने का समय नहीं आयेगा ! अगर ऐसा रिश्ता नहीं भी मिलेगा तो केवल और केवल ईश्वर से ही नाता रखिए ! इससे पछतावा नहीं बल्कि आनंद ही आनंद होता है !  जीवनभर के लिए भी ! और जन्म जन्मांतर तक भी ! ईश्वरीय कार्यों के लिए , वैश्विक कार्य के लिए , सनातन धर्म के वैश्विक कार्य के लिए भी ? किसी मनुष्य की सहायता मत माॅंगिए ! सहयोग मिलेगा या नहीं ? बता नहीं सकते हैं ! सहयोग माॅंगना ही है तो ईश्वर से माॅंगिए ! ईश्वर जरूर सहयोग करेगा ! और अगर ? हमारी योग्यता है तो ? स्वयं ईश्वर ही हमें जो चाहिए वह सबकुछ बिना माॅंगे ही देगा ! बिना माॅंगे मोती मिले ! माॅंगनेवालों को मिले ना कुछ ! अनुभव और दिव्य अनुभूति खुद को ही करनी पड़ती है ! जय श्रीकृष्णा !! 🙏🙏🙏🙏🙏  *विनोदकुमार महाजन*

मस्तक

 बिना तिलक मस्तक  ?  किस काम का ? तिलक विहीन मस्तक का  हमेशा बहिष्कार !! घुसपैठी मुक्त भारत का  यही है प्रभावी हथियार ? जय श्रीराम!! विनोदकुमार महाजन

खिलाडी

 दुनियावालों ? तुम क्या  खेल करोगे ? सबसे बडा खिलाडी...स्वयं भगवान श्रीकृष्ण तो ? निरंतर ... मेरे पास ही रहता है ! विनोदकुमार महाजन

श्रीकृष्ण

 जिसके साथ प्रत्यक्ष भगवान श्रीकृष्ण हमेशा रहता है..." वहाँ का पलडा " हमेशा भारी ही रहता है ! युगे युगे !! विनोदकुमार महाजन

अभिमन्यू

 भगवान श्रीकृष्ण प्रत्यक्ष देहरूप में...साथ में होकर भी "*अभिमन्यु*" मारा गया ? दोष किसका...?? हर एक का प्रारब्ध भोग ❓  *विनोदकुमार महाजन*

पिता

 आसमान में गरूडभरारी लेने की इच्छा है मगर...? " हमारे पितानेही." *हमारे..?*  पंख ही जानबूझकर  काटे हुए है...? पहचानो ?? ....... *दुर्दैवी हिंदू...*❓  *विनोदकुमार महाजन*

असली रिश्तेदार

 *असली रिश्तेनातें कौनसे ?*  ✍️ २६३३ 🕉🚩🕉🚩🕉 लौकिक अर्थों से हमारे रिश्तेनातें , खून के होते है ! जो इसी जन्म से संबंधित होते है ! मगर अलौकिक में हमारा असली रिश्तेदार खूद ईश्वर होता है , जो जन्म जन्मांतर तक साथ रहता है ! जब ईश्वर से अटूट रीश्ता जूड जाता है तब ? खून के रिश्तेनातों से संपूर्ण संबंध विच्छेद हो जाता है ! ईश्वर से नाता साधता है वही साधू होता है और साधू स्थितप्रज्ञ होकर , विश्वोध्दार में ही अपना संपूर्ण जीवन बिताता है !  *जय जय रामकृष्णहरी !!!*  🙏🙏🙏🕉🚩  *विनोदकुमार महाजन*

खाओ पिओ

 *खाओ पिओ ऐश करो ?*     ✍️ २६३२ " उसने " इतनी जमीन ली , उतना पैसा कमाया , इतने का सोना लिया , इतने फ्लैट लिये , इतनी संपत्ति कमाई.. इसके आगे हमारी सोच , हमारे विचार , आगे नहीं बढ सकते है ना ? अडोस पडोस में , रिश्तेनातों में किसी का बूरा हाल होता है ? कोई मुसीबत में फँसता है ? कोई परेशान रहता है तो ? उसकी सहायता करना दूर की बात , उसपर जोरजोर के ठहाके लगाकर उसे ही हँसना , उसका हँसी मजाक बनाना ? उसे और परेशानी में डालना ? लगभग यही सभ्यता और संस्कृति बन गई है ? दूसरा ? जब दुखी होता है तब ? आनंद से पटाखे फोडना ? क्या ऐसी मानसिकता सही है ? दूसरों के दुखों में , उसे सहायता करों न करों चलेगा ! मगर दूसरों के दुखों में , कम से कम उसे तडपाओ तो मत !? याद रखिए , दुख हरेक मनुष्य प्राणी को भोगना ही पडता है ! किसी को कम , किसीको जादा ! और हमारे ? हिंदुस्तान में शायद अब एक नया ,  " फार्मुला " बना हुआ है... ऐसा लगता है... दूसरों के दुखों में तडपाने का ! विकृत मानसिकता !?? धर्म, संस्कृति, देश,ईश्वरी सिध्दांतों की जीत , इसके बारे में हम कब विचार करेंगे ? कब जागृत होंगे ? आत्मोध्दार...

मजबूर हिंदू

 *हिंदू कमजोर है ??*  ✍️ २६३१ 👆🤔🤔🤔🤔 " डायरेक्ट एक्शन डे " के नामपर पश्चिम बंगाल, नोआखाली में उस समय भयंकर नरसंहार हुवा ! चूनचूनकर हिंदू मारे गये ! ४८ घंटों में लगभग ४० हजार हिंदू मारे गये ? ना जाँच हुई ? ना गुनहगारों को दंड ? ऐसा क्यों ?? कश्मीर में भयंकर नरसंहार हुवा ! अनेक हिंदू चूनचूनकर मारे गये ! अनेक बेघर हो गये ! ना जाँच ना गुनहगारों को कठोर शासन हुवा ? आखिर ऐसा क्यों ? कारण क्या है ? हिंदू कमजोर है ? हिंदू डरा हुवा है ? हिंदू आपसी कलह में मस्त है ? हिंदू अज्ञानी है ? हिंदू निद्रीस्त है ? हिंदू बेफिकर है ? अन्याय का प्रतिकार और प्रतिशोध लेने में भी ? हिंदू असमर्थ है ? आज भी पश्चिम बंगाल , केरला जैसे अनेक प्रदेशों में हिंदू हतबल है ? बांगलादेश , पाकिस्तान में हिंदू नामोहरम है ?  नामोनिशाण मिटने की कगार पर है ? वैश्विक हिंदू समाज भी हतबल है ??? तो फिर हिंदुओं के लिए आवाज उठानेवाला , हिंदुओं का तारणहार कौन है ? होगा ?? " एक के बदले ? हजारो ? " यह इस्राएल का न्याय है ? मगर हमारे यहाँ ? लाखों , करोडो मरनेपर भी ? स्मशान शांतता है ? भयभित करनेवाला हिंदूओं का मौन...

बिमारी

 हिंदुत्व का नाश करने का सपना देखनीवाली राजकीय पार्टियों को ही हिंदू ? अगर लगातार मतदान करता है तो ? हिंदू ?? अपनी कबर ?? खुद खोद रहा है !? ऐसी भयंकर बिमारी का ? रामबाण इलाज क्या है ?? विनोदकुमार महाजन

काँग्रेस राज

 काँग्रेस राज में ? " कुछ लोगों को " देश में अराजकता फैलाने की खुली छूट थी ? मगर मोदिराज में ? अराजकता वादीयों को बाँर्डर पर ही ठोका जाता है ! मेरा देश बदल गया है ! विनोदकुमार महाजन

हिंदू चोर है ??

 हिंदू ? चोर है ?? ✍️ २६२८ 🚩🚩🚩🚩🚩 बहुसंख्यक हिंदुओं के देश में सचमुच में ? हिंदुही चोर है ? दुय्यम है ? कानून भी हिंदुओं को न्याय नहीं देता है ? उलटा कुछ कानून ही हिंदुओं का नामोनिशान मिटाने के लिए ही बनाये गये है ?  जैसे ? १ ) शैक्षणिक संस्थानों में हिंदुओं को ही हिंदू धर्म ग्रंथ पढाने की अनुमति नहीं है और उल्टा दूसरे धर्मों के लिए इसकी विशेष छूट है ? ऐसे ही अनेक अन्यायकारी कानून है ? और अनेक हिंदुओं को इसकी जानकारी तक नहीं है ! इसके विरूद्ध आवाज उठाने वाले और जागरूक हिंदुओं को अनेक मार्गों से दबाने की षड्यंत्रकारी भयंकर निती भी इस देश में तैयार है ? फिर भी हिंदू एक नहीं होता है ? उलटा निरंतर आपस में ही झगडता रहता है ? और सबसे महत्वपूर्ण और दुखपूर्ण बात यह है की , जिसने भी ऐसे विनाशकारी , अत्याचारी कानून बनाये है ? उनको ही सर्वोच्च सत्तास्थानपर अनेक सालों से बैठा भी रहा है ? हिंदू ?? और भी बहुत कुछ है ! बहूत कुछ ! अगर मेरे जैसे कोई हिंदू ऐसे अत्याचार के विरूद्ध लडते भी है तो ? मेरे ही हिंदू भाई मुझे सहयोग करना दूर ,मेरे ही विरूद्ध लगातार षड्यंत्र करते है ? मुझे ही दिनरात ...

सूर्यदेव

 पृथ्वी होरपळतेय...?? ✍️ २६२७ 🌞🌞🌞🌞🌞 सुर्यदेव आग ओकू लागला आहे. असह्य पणा वाढला आहे. स्वार्थी माणसांच्या अक्षम्य चुकांची फळं समस्त सजीव सृष्टिला भोगण्याची वेळ आली. अजूनही सुधरण्याची संधि आहे. झाडे लावा , झाडे जगवा. तसेच , सनातन संस्कृती चा स्विकार करा.हाच एकमेव व अंतिम तारणहार मार्ग आहे. सनातन हिंदू संस्कृति मध्ये असाध्य गोष्टीही साध्य करण्याची प्रचंड शक्ति आहे. सनातन हिंदू धर्म हे मानवजातिला व समस्त सजीव सृष्टिला लाभलेले एक ईश्वरी वरदान आहे. अजूनही वेळ हातात आहे. अन्यथा ? सुर्यदेवच सगळंच जाळून भस्म करेल. विश्व स्वधर्म सुर्ये पाहो. 🌞🌞🌞🌞🌞 विनोदकुमार महाजन

मूलमंत्र

 तुम्हारे प्रति अगर किसीके दिल में थोडाबहुत भी आदर है तभी उनसे रिश्ता रखो ! उपर से प्रेम का दिखावा और अंदर से नफरत करनेवालों से सदा के लिए संबंध विच्छेद कर दो ! यही आनंदी रहने का मूलमंत्र है ! जय श्रीकृष्ण !! विनोदकुमार महाजन

प्रहार

 " उनपर ? " विजय प्राप्त करने का केवल और केवल एक ही सही रास्ता है ! " नेस्तनाबूद " होने तक  " उनपर " जमकर प्रहार करो !! शक्तिशाली  " प्रहार "करेंगे तभी बचेंगे !! अन्यथा ? संपूर्ण नेस्तनाबूत और अस्तित्व शून्य हो जायेंगे ! विनोदकुमार महाजन

युगों युगों से

 *युगों युगों से....*  ✍️ २६२६ ✅✅✅✅✅ उन्मादी , हाहाकारी , परपिडा देने में ही सदैव आनंदित रहनेवाले , रावण , दुर्योधन , कँस , हिरण्यकशिपु ,जरासंध जैसे अनेक भयंकर महाराक्षस ईश्वरी शक्तियों द्वारा , चुनचनकर मारे जाते है ! जी हाँ मारे ही जाते है ! कोई भी नहीं बचता है ! युगों युगों से युगों युगों तक ! अब भी उन्मादी , हाहाकारी असुरों के सर्वनाश का समय ? नजदीक है ?? आपको क्या लगता है ??? सुदर्शन चक्रधारी भगवान श्रीकृष्ण की जय हो !! भगवान विष्णु की जय हो !! 🌞🌞🌞🌞🌞  *विनोदकुमार महाजन*

कर्मगती

 आयूष्यभर सगळ्यांच चांगल चिंतुनही जर एखादा आयुष्यभरासाठी द्वेषाचा धनी होणार असेल तर त्याला काय करणार ? यालाच कदाचित कर्मगतिचा फेरा म्हणत असावेत. जय हरी विठ्ठल. 🙏🙏🙏🕉🚩 विनोदकुमार महाजन

सफलता

 *कार्य सफल कैसे होगा ?*  ✍️ २६२५ 🚩🚩🚩🚩🚩 हिंदुराष्ट्र निर्माण और अखंड भारत बनाने की अपनी अंतरात्मा की आवाज , अंदर की आग , लाव्हा और ज्वाला कायम रखेंगे और उसी दिशा में चौतरफा यशस्वी रणनीती बनायेंगे तो ? दयालू ईश्वर भी हमारे कार्यों में तुरंत सफलता देकर रहेगा ! मुर्दा मत बनो , जींदा रहो ! अंदर की आग जींदा रखो ! गलितगात्र , हतोत्साहीत ,हीन, दीन,लाचार मत बनो ! स्वाभीमानी , तेजस्वी , शूर , वीर बनेंगे तभी बचेंगे.... राजा शिवबा जैसा , छत्रपती संभाजी जैसा महापराक्रमी बनेंगे ! कसम शिवबा की खाते है... आक्रमणकारी , अत्याचारी , विदेशी आक्रांताओं का सदा के लिए नामोनिशाण मिटाते है ! हर गली गाँव शहरों के , आक्रमणकारीयों के नाम , सदा के लिए मिटाते है ! ( कार्य सफलता के लिए हर जगहों पर सामुहिक साधना और देवीदेवताओं का हवन जरूरी है ! ) जय भवानी जय शिवाजी ! भगवा राज ! हर हर महादेव !! ( लाखों , करोडो महात्मा हिंदू राष्ट्र और अखंड भारत की ओर आँख लगाकर बैठे है , उन सभी पुण्यपुरूषों को यह मनोगत समर्पित ) 🚩🚩🚩🚩🚩  *विनोदकुमार महाजन*

भाईचारा

 जिस गाय को हम माता मानकर पूजते है  उसी गाय को काटकर खानेवाला हमारा दोस्त कैसे होगा मंदिर में जाकर पूजा करने वाले हम हमारे मंदिरों को तोडनेवाला हमारा दोस्त कैसे होगा भाईचारे की नौटंकी बंद करो , अकल के अंधे बनना भी बंद करो और आँखें खोलों भाईचारा सब नौटंकी है  विनोदकुमार महाजन

नागा साधू

 नागा साधुओं का ? शस्त्र और शौर्य जिसदिन बाहर आयेगा तो क्या होगा ? पाप का अंत !  पुण्यात्माओं कि खुली श्वास ! विनोदकुमार महाजन

असुरमुक्त भारत

 असुरमुक्त भारत असुरमुक्त विश्व बनाने की एक यशस्वी रणनीति बनानी होगी और शक्तिशाली अंतरराष्ट्रीय टीम बनाकर और तर्क संगत बुध्दिवादीयों का यशस्वी नेटवर्क बनाकर कार्य संपन्न और सफल बनाना होगा ! कौन सारथी बनेगा ?? विनोदकुमार महाजन

मौलिक विचार

 *मौलिक विचार...*  ✍️ २६२३ दु:खी आहात ? तर मग ? एकटे जगायचं शिका.कुणाकडेही आधार मागू नका.दुनिया फार मतलबी आहे . तुम्ही दु:खी आहात हे बघून , तुम्हाला आधार देणारे कुणीचं भेटणार नाहीत.उलटपक्षी नरकयातनाचं देणारे भेटतील.अगदी पावलोपावली.  ज्यांना छातीची ढाल करून आधार दिला , तेही रडवतील.म्हणुनच दु:खात कुणाचाही आधार शोधू नका. प्रसंगी एकटे जगा. ईश्वरावर भार सोपवा , त्याचा आधार घ्या. ये भी दिन जायेंगे. तेरे भी दिन आयेंगे. असं मनोमन  सतत म्हणत रहा. ईश्वरी चिंतनाने सैरभैर मन शांत करा. वाटल्यास, " चंदन चावल बेल की पतीया , शिवजी का ध्यान धरो रे , हे प्रभो , मेरा काम करो रे..." हे गजानन महाराजांच आवडतं भजन सतत गुणगुणतं रहा. नक्कीच दु:खमुक्त व्हाल. हर हर महादेव.  *विनोदकुमार महाजन*

रणबीर सेना

 " रणबीर सेना ? " शायद नब्बे प्रतिशत हिंदुओं को  पता ही नहीं होगी ! जब ? सौ प्रतिशत हिंदू  " गोपाल पाठा " बनेंगे तो ?  उत्तर...अपने आप मिलेगा ! क्रांति, शौर्य , साहस और पराक्रम का धधगता अंगार ! सत्य का रखवाला ! और सत्य की अंतिम जीत का संग्राम ! विनोदकुमार महाजन

धर्मासाठी

 स्वतः साठी खूप जगलातं. आता थोडं तरी समाजासाठी , देशासाठी , धर्मासाठी जगा. विनोदकुमार महाजन

नियोजन

 ईश्वराने सुध्दा.. " नियोजन " करूनच उन्मादी , हाहा:कारी राक्षसांचा संहार केला. बोध ??? काय घ्याल ? विनोदकुमार महाजन

विश्व स्वधर्म

 *वैश्विक सनातन संस्कृति*  ✍️ २६२२ 🌞🕉🚩🌞🌞 इंन्सान के भरौसे , विशेषत: " हिंदुओं के " भरौसे नहीं बल्कि कठोर तपश्चर्या द्वारा ईश्वर प्राप्ति से और उसके मनचाहे वरदान से ही अब हिंदुराष्ट्र और अखंड भारत बनेगा !  क्या यह समय भी नजदीक है ? स्वयं ईश्वर भी यही चाहता है ? समय सचमुच में करवट बदल रहा है ? नया युग , नयी रोशनी लेकर आ रहा है ?  वैश्विक सनातन संस्कृति और वैदिक सनातन हिंदू धर्म का समय आरंभ हो गया है ? उत्तर के लिए ? बस्स्... समय का और थोड़ासा इंतजार ! ।। विश्व स्वधर्म सुर्ये पाहो ।। [ संत ज्ञानेश्वर : - पसायदान ] 🌞🌞🌞🕉🚩  *विनोदकुमार महाजन*

कौन है वो २

 *कहाँ से आयेगा वो ??*  ✍️ २६२१ 🚩🚩🚩🚩🚩 अब , हिंदुराष्ट्र निर्माण के लिए बहुत बडे " धमाके की " सख्त जरूरत है ! अखंड भारत निर्माण के लिए भी शक्तिशाली " धमाकेदार " व्यक्तित्व की भी सख्त जरूरत है ! केवल घोषणाबाजी और स्वप्नरंजन से कुछ भी साध्य नही होगा !⁉ कुछ भी हासिल नही होगा !! चर्चा पे चर्चा लोकसभा में चर्चा राज्यसभा में चर्चा अखबार में चर्चा टिव्ही पर चर्चा सोशल मीडिया पर चर्चा जनमानस में चर्चा इससे हल कुछ भी नहीं निकलेगा ! " तबतक जहरीला साँप " गुप्त रूप से अपनी शक्ति शतगुना बढायेगा ! और  " उसे जो चाहिए...🐍🐍 वह...सबकुछ ❓" हासिल करेगा ! करके ही रहेगा ! आजतक का " उसका " यही इतिहास है और इतिहास में " इसकी " अंतिम काट भी बहुत कम दिखाई देती है ! तेजीसे सख्त और कठोर कदम ही " इसकी ! " अंतिम तथा यशस्वी  काट है ! इसिलए , अब देश को चाहिए ?❓ धमाकेदार व्यक्तित्व ? धमाकेदार नेतृत्व ? धमाकेदार कर्तृत्व ? जो असंभव को संभव में बदल देगा !?? अब चाहिए केवल और केवल  " एक ही माई का लाल ? " जो देश की दशा और दिशा बदल देगा ! ...

कौन है वो ?

 कौन है वो ? कहाँ है वो ? कहाँ से आयेगा वो ?? देश का सारा चित्र ही बदल देगा वो ??? 🌞🌞🌞🌞🌞 विनोदकुमार महाजन

सुरक्षितता

 " अलिकडे " सर्वच क्षेत्रात सुरक्षितता खूपच महत्वाची झाली आहे , कारण ?  माणूस ❓माणूसच राहिलेला नाही. बढती हैवानियत का इलाज ?❓⁉भी ❓ कुछ भी नहीं है !! सुरक्षित गेट , सिक्युरिटी , सिसिटिवी , सेफ्टी डोअर , सेफ्टी ग्रील ?? तरीही सुरक्षितता वाटतच नाही. उन्मत्त , उन्मादी भयंकर कली का प्रभाव ? ❓ और अराजकता ❓⁉ विनोदकुमार महाजन

सावधान

 हर डालपर तुम्हारे मौत का इंतजार करनेवाले गिद्द बैठे हुए है ! हर कदमपर तुम्हें बरबाद करने का सपना देखने वाले चालाक ऊल्लू बैठे है ! हर कदम , हर पल , हर क्षण तुम्हें फूंकफूंककर चलना होगा ! नये उजाले की ओर बढना होगा ! सनातन का उजाला करना होगा ! हर हर महादेव !! विनोदकुमार महाजन

श्रीकृष्ण

 *श्रीकृष्ण ऊवाच : -* माझ्या हातून एकही हैवान , सैतान कच्चा सुटत नाही. आजपर्यंतचं माझं हे किर्तीमान आहे.भलेही माझा सख्खा मामा कंस का असेना ? त्या उन्माद्यालाही मी माफ करत नाही. युगे युगे मी यासाठी अनेक देह धारण करून येतच असतो. पुढेही येतच राहीन. विनोदकुमार महाजन

अंदर का ईश्वर

 *ईश्वर कहाँ है ❓*  ✍️ २६१७ ईश्वर कहाँ है ? ईश्वर का धधगता तेज कहाँ है ?? वो तो हमारे अंदर ही है !? ईश्वर का सारा चैतन्य , तेज , धधगती ज्वाला भी हमारे अंदर ही है ! फिर भी हम ? हतोत्साहित , गलीतगात्र , नामोहरम , तेजोहीन क्यों ? क्यों ?? ❓⁉ राम भी हमारे अंदर है ! कृष्ण भी हमारे ही अंदर है ! धधगता नारसिंह भी हमारे अंदर है ! परशूराम भी हमारे अंदर ही है ! धर्म रक्षा के लिए रावणदहन करनेवाले राम अब बनना है ! मुरली की धून बजाने वाला , सुदर्शन चक्र धारी श्रीकृष्ण बनकर , सगामामा कँस , दुष्ट दुर्योधन , शकुनी जैसे अधर्मीयों का नामोनिशान ? मिटाना है ! सदा के लिए ! धधगता लाव्हा बनकर , नारसिंह बनकर , उन्मादी , हैवानी हिरण्यकशिपु का भी संहार करना है ! सिध्दांतों के लिए , माता रेणुका का का भी... सर ...??? करनेवाला चिरंजीव परशु धारी परशुराम भी बनना है ! धर्म संकट गहरा है ! अधर्म का अंधेरा भयानक है ! अधर्मीयों का उन्माद विनाशकारी है ! धरती माता भी पाप के भय से थरथर काँप रही है ! सजीव सृष्टि मुसिबतों में है ! सृष्टि चक्र भी असंतुलित है ! तो चलो .... फिर से रामकृष्ण बनते है ! नारसिंह परशुराम बनते ...

सृष्टिसंतूलन

 " सृष्टिसंतूलन " बिगाड़ने वाले...सब के सब , अधर्मी , उन्मादी ,पापी ठोकें जायेंगे ! जय कल्कि भगवान !! विनोदकुमार महाजन

चर्चा

 हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की " केवल " चर्चा हो रही है इस्त्रायल जैसे ठोस कदम  ? नही उठाये जा रहे है ⁉ चर्चा और चर्चा ...🤦‍♂️ विनोदकुमार महाजन

हम सब

 हम सब हिंदू है और हम सब एक है , इसका हमें अभिमान है ! एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे ! बटेंगे तो कटेंगे ! हर हर.महादेव !! विनोदकुमार महाजन

इतिहास

 *महापुरुष !!* 💎💎💎💎💎 ✍️ ( लेखांक )२६१६ ज्यावेळी एखाद्याच्या आयुष्यात अति भयावह घटना घडतात,जीवन मरणाचे सतत प्रसंग उद्भवतात,त्यावेळी ती व्यक्ति हतबल होऊन आयुष्यातुनच उठते. जर एखाद्या निष्पाप व्यक्तिचा कोणी वैयक्तिक राक्षसी स्वार्थासाठी , अनन्वीत , असह्य मानसिक छळ करून, त्यालाच उलटा भयंकर व चौफेर बदनाम करून , आयुष्यातून, माणसातून,समाजातून, नात्यासंबंधातून उठवण्याचा अहोरात्र प्रयत्न करत असेल ,तर हे अति भयावह व असह्य होय. विशेषतः अनेक महापुरूषांच्या बाबतीत, विशेषतः आदर्श सनातन हिंदू धर्मातच अशा घटना घडत असतील तर ती नक्कीच धर्मग्लानी होय. आद्य शंकराचार्य , ज्ञानेश्वर महाराज , शिवाजी महाराज अशी अनेक उदाहरणे आपल्याच धर्मात सापडतील. पण महत्त्वाचे म्हणजे अशा अति भयावह व असह्य कुठाराघातून सावरून सुध्दा , असे महापुरुष आपल्या वैयक्तिक कार्याने व धगधगत्या ईश्वरी तेजाने इतिहास घडवतात व अजरामरही होतात. इतिहास साक्षी आहे. भक्त प्रल्हाद व हिरण्यकश्यपू हे याचे ठळक उदाहरण आहे. ध्रुव बाळ हेही यातले आदर्श उदाहरण आहे. ।। जय जय रामकृष्णहरी ।।  *विनोदकुमार महाजन* 💎💎💎💎💎

दुष्ट

 दुष्टों का साथ ❓ जीवन का सत्यानाश 💀 विनोदकुमार महाजन

भगवंत

 भगवंत भगवंताच प्रेम फार जबरदस्त असतं. आणी भगवंताचा क्रोधही भयावह असतो. त्यामुळे भगवंताचा क्रोध जागृत करू नये तर भगवंताच प्रेम मिळवाव. मी तरी भगवंताचं दिव्य प्रेम मिळवलं आहे. भक्तरक्षणासाठी नारसिंव्हाने हिरण्यकश्यपूला टरटरा फाड़तानाचं भगवंताच क्रौर्य आपणच बघितल आहे. म्हणूनच रात्रंदिवस भगवंतावर प्रेम करा. जय हरी विठ्ठल. विनोदकुमार  महाजन

इलाज

 ऐसी 👆 भयंकर बिमारी का केवल एक ही इलाज है  = योगी आदित्यनाथ

अंतरराष्ट्रीय फिल्में

 हिंदुत्व पर आधारित अंतरराष्ट्रीय फिल्में बनानी है लगभग 300 करोड़ रूपयों की जरूरत लगेगी इससे संपूर्ण विश्व में हमारी और सनातन संस्कृति की पहचान बनेगी और अगले कार्यों का रास्ता आसान हो जायेगा कार्यों में तुरंत सफलता मिलेगी ऐसी आशा करता हूं जय श्रीकृष्ण 🙏🕉🚩

रामकृष्ण हरी

 https://youtu.be/NUy8Ntkdl6c?si=T6ntOGzQ92IdAOJ8 रामकृष्णहरी इस दिव्य, स्वयंसिद्ध, अलौकिक मंत्र जाप के अद्भुत अनुभव आपको भी मिलेंगे  रामकृष्णहरी जय जय रामकृष्णहरी  🙏🙏🙏🕉️🚩

ह्रदयशून्य ?

 *ह्रदयशून्य !!*  💔💔💔💔💔 ज्यावेळेला एखाद्याला मायेच्या दोन शब्दांची गरज असते, आधाराच्या चार शब्दांची गरज असते , अशावेळी जर हे नाही मिळालं,उलटपक्षी द्वेषाचं भयंकर विषच पावलोपावली मिळतं गेलं तर , अशा माणसांचं आयुष्यचं पार बदलून जातं. विशेषतः ज्याच्यावर निरपेक्ष ,निर्वाज्य प्रेम केलं आणी त्यांनीच उलटपक्षी मनावर भयंकर कुठाराघात केले तर त्याचा सगळ्या जगावरचाच विश्वास पार संपून जातो. आणी अशी माणसं एकाकी बनत जातात , मात्र  अंतिम सत्य असणाऱ्या ईश्वराच्या मात्र अगदी जवळ जातात. जय श्रीकृष्णा !!  *विनोदकुमार महाजन*  💔💔💔💔💔

दिवानसिंग

 [11/03, 3:49 pm] Divansingh Bist, Haldwani: नमस्कार महाजन जी।    मान्यवर, विपक्षी दलों द्वारा उलूल जुलूल मुद्दों का संसद में उठाया जाना और फिर बहस कराने, सार्थक बहस में सौम्यता के साथ सम्मिलित होने के बजाय  संसद से वाक आउट करना एक असंसदीय परम्परा है जिसका नुकसान देश को भुगतना पड़ता है। विपक्ष की इस परम्परा को रोकना अति आवश्यकीय है।          मेरे विचार से जब भी विपक्ष संसद से वाक आउट करे कोई भी सांसद कोई ऐसा विधेयक संसद के पटल पर रख दे जिसके पास होने से विपक्ष को हानि हो। विपक्ष न संसद से वाक आउट कर सके न बहस में बाधा डाल सके। यदि हंगामा करे तो इसका वीडियो देश भर में खूब प्रसारित किया जाए। पहले भी विपक्ष द्वारा वाक आउट किए जाने पर कई विधेयक लोक सभा में पारित किए जा चुके हैं। [11/03, 4:03 pm] vinodkumarm826: दिवानसिंगजी आपके विचार मोदीजी तक पहुंचाने का मेरा प्रयास रहेगा  आपके विचारों में काफी सच्चाई है  👍🙏

चारों ओर से

 चारों ओर से अ - धर्मींयोंपर चारों ओर से टूट पडने से पहले उसकी अदृश्य रूप से चारों ओर से बाँधी कर लो ! फिर सौ प्रतिशत जीत धर्म की ही है !! अ - धर्म का नाश हो ! धर्म की जयजयकार हो ! गीतामाता का उपदेश हो ! गायत्री माता का नितदिन जाप हो ! गौमाता की रक्षा हो ! गंगामैय्या की जयजयकार हो ! सत्य की जीत हो ! अ - सत्य का नाश हो ! संपूर्ण धरती पर सत्य सनातन धर्म की जयजयकार हो ! ईश्वरी सिध्दांतों की जीत हो ! हाहाकारी हैवानियत का सदा के लिए नाश हो ! चलो हम सभी भगवे के एकछत्र के निचे आते है ! संपूर्ण विश्व में वैश्विक महाक्रांति का शंखनाद करते है ! विश्व मानव को जगाते है ! जय श्रीराम ! जय श्रीकृष्ण ! हर हर महादेव ! विनोदकुमार महाजन

लोकं चालली पळून

 परदेशात लोकं ? चालली पळून ?? ✍️ २६११ 🤔😳🤔😳🤔😳 प्रोग्रेस, प्रगति याच्याविषयी ब-याचं लोकांना कांहीही घेणंदेणं नसतं. फक्त लाथाळ्या , लाथाळ्या आणी लाथाळ्या. आयुष्यभर लाथाळ्या अन् एकमेकांच उणदुणं काढणं. प्रोग्रेस साठी शून्य प्रयत्न. आयुष्यभर फक्त द्वेष, मत्सर ,हेवेदावे, निंदा,नालस्ती ,कुटील कारस्थान यांनीच अख्ख जीवन भरलेलं. कर्तृत्व ? शून्य ! अन् कुणी पुढे चालला , स्वकर्तृत्वाने मोठा व्हायला लागला की ? त्याला सहकार्य सोडाच... त्याचेच पाय ओढणं , त्याला बदनाम करणं,त्याला अपमानास्पद वागणूक देणं, त्यालाच स्वार्थी, मतलबी, ढोंगी म्हणणं.... हेच चाललंय का हो अख्खा देशात ? अन् हिंदू समाजात ? म्हणूनच हिंदू अन् देशसुध्दा मागं आहे का हो ? घरोघरी मातीच्या चुली ? ( स्साँरी...घरोघरी लोखंडी गँस ?...कारण काळ बदललायं ना ? चुली गेल्या अन् गँस आला ? ) डोकं खरंच चक्रावून जातं ना असल्या भयंकर प्रकारानं ? कांहीच सुचत नाही. स्वतः पुढं जायचं नाही. दुस-याला पुढं जावु द्यायचं नाही. पुढ जाणाराला रात्रंदिवस दुषण देऊन छळतं रहायचं ? त्याला एकट्याला तरी आनंदाने जगु द्या ना रे बाबांनो ? खरंच , आम्ही कधी सुधारणार ?...

ईश्वर

 एक बात ध्यान में रखिए जब मुसिबतों की घडी में कोई साथ नहीं देता है तो      स्वयं ईश्वर दौडकर आता है ! विनोदकुमार महाजन

यश

 अगर जीवन में यशस्वी होना है तो , बच्चों जैसा छोटासा बनो , आज्ञाकारी बनो , अहंकार शून्य बनो , नम्र बनो , अज्ञान बनकर रहो ! विनोदकुमार महाजन

सुखी रहो

 स्वर्गीय प्रेम मत करना !! स्वर्गीय पवित्र ईश्वरी प्रेम करनेपर भी , जिन्होने नरकयातनाओं के सिवाय , कुछ दिया ही नहीं , आजीवन आँसुओं के सिवाय कुछ दिया ही नहीं , दुखदर्द में भी तडपाया , उनसे प्रेम करने से , उनके घर जानेसे , उनसे संबंध रखने से क्या फायदा ? इससे बेहतर यही होगा की , आजीवन उनसे दूरी बनाये रखकर , निरंतर ईश्वर से नाता जोड देना ! किसी से झगडा करने से बेहतर यही होगा की , हमेशा दूर चले जाना ! किसीसे भी संबंध नहीं रखना !  संपूर्ण संबंध विच्छेद ! हम भी सुखी , वो भी सुखी ! विनावजह का झगडा खतम होने से , कम से कम मन को शांति तो मिलेगी ? और झगड़े में ही व्यर्थ जीवन गवाँने के बजाए , वही मौलिक समय , ईश्वरी कार्य के लिए ही काम आयेगा ? जय श्रीकृष्ण !!! विनोदकुमार महाजन

सुखी जीवन

 *सुखी जीवन के लिए ?*   *मंत्र , तंत्र और यंत्र ??* ✍️ लेखांक २६०९ 🩷🩷🩷🩷🩷 सनातन संस्कृति में अनेक ऋषीमुनियों ने , सिध्दपुरूषों ने , महात्माओं ने अनेक प्रकार के संशोधन किए हुए है ! वह भी केवल तर्क संगत ही नहीं , बल्कि वैज्ञानिक कसौटियों पर भी खरे उतरने वाले , आश्चर्यजनक , हर युग में प्रभावशाली रहनेवाले , सप्रमाण अनेक प्रयोग किए गये है ! योग, प्राणायाम ,आयुर्वेद जैसे अनेक अद्वितीय संशोधन भी तो सनातन धर्म की , सभी के कल्याण के लिए , दी हुई देन तो है ही ! समस्त मानवसमुह के लिए , यह एक अद्भुत वरदान है ! सभी के सुखों का , सभी सजीव सृष्टि का कल्याण का विस्तृत मार्ग सनातन धर्म में सिखाया - बताया जाता है !  *इसीलिए सनातन धर्म महान* *है !*  मंत्र ,तंत्र और यंत्र यह भी एक सनातन धर्म की विश्व कल्याण तथा मानवकल्याण की ईश्वर निर्मित अद्भुत देन है !  *फिर भी सनातन धर्म के* *विरुद्ध अपप्रचार क्यों ?*   *वह भी जानबूझकर ??*  इससे प्रदत्त और ईश्वर निर्मित सनातन धर्म पर खरोंच भी नहीं आयेगी ! बल्कि सनातन धर्म के विरूद्ध अपप्रचार करनेवालों के , नौटंकीबाज मुखौट...

सत्य सनातन

 *सत्य सनातन धर्म कि अंतिम* *विजय ??*  ✍️ २६०८ 🕉🕉🕉🕉🕉 चौ-याशी लक्ष योनियों में केवल मनुष्य प्राणीही प्रगल्भ , संपूर्ण विकसित और पूर्णत्व को प्राप्त करके , ईश्वर स्वरूप बननेवाला सजीव है ! इसिलिए ही ईश्वर ने सबसे हटकर , मनुष्य प्राणी का निर्माण किया है ! नर का नारायण बनकर , केवल आत्मोध्दार ही जीवन का अंतिम लक्ष नहीं है ! अथवा संपूर्ण मोक्षप्राप्ति यह भी जीवन का अंतिम उद्दिष्ट नहीं है ! इसके सिवाय भी , समाजोध्दार , राष्ट्रोत्थान , धर्म की जीत , अधर्मीयों पर और आसुरीक शक्तीयों पर प्रहार तथा संपूर्ण सजीव सृष्टि का कल्याण , तथा चौ-याशी लक्ष योनियों का  पालकत्व , ईश्वरी सिध्दांतों की जीत , यही महान उद्दीष्ट पूर्ति के लिए ही , स्वयं ईश्वर ने ही मानवसमुह का तथा मनुष्य देह का निर्माण स्वयं परमात्मा ने किया हुवा है ! और इसके लिए एक आदर्श जीवनप्रणाली तथा उच्च सैध्दांतिक जीवन पध्दति द्वारा , सृष्टि का संपूर्ण कल्याण , साधने के लिए , स्वयं ईश्वर ने ही.... " आदर्श सनातन संस्कृति का निर्माण भी किया हुवा है ! " जो विपरीत परिस्थितियों को भी अनुकूलता में बदलकर , सत्य की और धर्म की अंतिम...

कृष्णशिष्टाई

 जब ? " कृष्णशिष्टाई " ' फेल ' हो जाती हे तब ? " महाभारत " आरंभ हो जाती है और आसुरीक शक्तियों का क्रूरतासे निर्दालन किया जाता है !! विनोदकुमार महाजन

तीर

 केवल एक ही तीर ऐसा चलायेंगे की जो विश्व के सभी अधर्मीयों का नाश करके ही रहेगा और सनातन संस्कृती को विश्व के कोने कोने में पहुंचायेगा !! विनोदकुमार महाजन

फोन नंबर

 मैं किसीका अपरिचित फोन नंबर नहीं उठा सकता हूं ! किसी को मुझसे संपर्क करना है तो पहले व्हाटस्अप पर परिचय दिजीए ! विनोदकुमार महाजन

हमेशा

 हमेशा ? समय अनुकूल होने का इंतजार करो फिर ? जो चाहिए वह सबकुछ ? मिलकर रहेगा !! समय बडा बलवान !!! विनोदकुमार महाजन

अद्भुत

 *कहाँ से आती है ?*   *इतनी शांति ??* ✍️ २६०७ ❓🕉❓🕉❓🕉 महाभारत में.... भगवान श्रीकृष्ण का पात्र बडा ही आश्चर्यचकित करनेवाला है ! कृष्ण का संपूर्ण जीवन ही संघर्षों से भरा हुवा है और फिर भी परमशांति का भंडार है वह परमात्मा !? भगवान श्रीकृष्ण के , अवतार कार्य समाप्ति के समय में सारे यादव , आपस में लडने लगे और यादवकुल का संपूर्ण नाश हो गया !? इतना ही नहीं तो ....?? सोनेकी द्वारका भी अंत में समुद्र में डुबोनी पडी !?? फिर भी भगवान श्रीकृष्ण ? निश्चल , शांत मौन और स्थितप्रज्ञ ?? कहाँ से आती है इतनी शांति , स्थितप्रज्ञता , शांति का भंडार ?? साधारण मनुष्य प्राणी छोटी छोटी घटनाओं से विचलित होता है , टूट जाता है , हताश - निराश हो जाता है ? और ? खुद का अवतार कार्य भी एक साधारण व्याध के बाण से समाप्त होनेवाला है , यह ज्ञात होकर भी ? सदैव हास्यमुख ?? क्योंकि यह ईश्वर है ! इसकी सारी सृष्टिरचना , लीला भी अगम्य , अगाध होती है ! सबकुछ आश्चर्यजनक ! हमारे समझने से बाहर ! कुछ अद्भुत घटनाओं को भी गौर से देखीए ! पैठण के महान संत एकनाथ महाराज जी के साथ भगवान श्रीकृष्ण स्वयं श्रीखंड्या जैसा पाणक...

भागते रहो

 " तुम "हिंदुत्व के लिए लडने का काम करों , अब हम तुम्हारे कपडे संभालने का भी काम नहीं करेंगे बल्कि नितदिन हर जगहों से भागने का ही काम करेंगे !  विनोदकुमार महाजन

हिंदू

 हिंदुओं को सबसे जादा खतरा निष्क्रीय और षंढ हिंदुओं से है ! इतिहास साक्षी है !! जय श्रीराम !!! 🙏 विनोदकुमार महाजन

फिल्म

 [31/01, 10:27 pm] Vinodkumar Mahajan: अंतरराष्ट्रीय फिल्म बनाना चाहता हूं 🙏🕉🚩 [01/02, 7:11 am] सतीशकुमार स्वामी: जी जरूर बनाइए हम आपके साथ है [01/02, 7:16 am] सतीशकुमार स्वामी: हम पहले से ही 2 बड़ी मूवी अंतरराष्ट्रीय स्तर की अमेरिकल भाषा मैं एक आध्यात्मिक मूवी बना रहे हैं

जीना इसिका नाम है

 *जीना इसी का नाम है !??*  ✍️ २६०६ 🚩🩷🚩🩷🚩 नशीब का फेरा प्रारब्ध गती का फेरा कालसर्पयोग का फेरा शनीदेव का फेरा साडेसाती का फेरा करणी भानामती का फेरा भूतबाधा का फेरा यह सब मनुष्य जन्म में अती भयावह होता है ! जिसने भी इसका अनुभव किया हुवा है इसके दुखदर्द कितने भयंकर पिडादायक होते है ? वहीं जाने ! अकेले की लडाई ! बडे बडे महापुरुष भी ऐसे महाभयंकर चक्रव्यूह में फँस जाते है तब ? शक्तीमान ईश्वरी शक्तीयाँ भी सहायता नहीं कर  सकती है ? कैसे ? जब प्रत्यक्ष भगवान श्रीकृष्ण देहरूप में पांडवों के साथ अर्जून और अभिमन्यु के साथ होकर भी ? स्वयं भगवान भी अभिमन्यु को चक्रव्यूह से नहीं बचा पायें ? ऐसा क्यों ? आखिर ऐसा क्यों ? स्वयं भगवान श्रीकृष्ण भी जन्म से लेकर मृत्यु तक खुद के दुखों को ? नहीं टाल सकें !? आजीवन संघर्ष !!? जन्म होते ही ? खुद के माता पिता को छोडकर आसुरीक प्रहार से बचकर सुरक्षित जगहपर भगवान को जाना पडा ! स्वयं भगवान की मृत्यु भी ? व्याध का जहरीला बाण लगकर ? प्रारब्ध और प्रारब्ध भोग तो ईश्वर भी नहीं टाल सका ! राम को राजऐश्वर्य का त्याग करके , एक ही झटके में बनवास भोगना पडा ...

भगवंत

 जीवन में हमें कुछ मिले न मिले , हमारा भगवंत हमें मिले बस्स् और चाहिए ही क्या ? जीवन धन्य हो गया !! विनोदकुमार महाजन

कालसर्पयोग

 *कालसर्पयोग और मनुष्य ?* ✍️ २६०५ 🐍🐍🐍🐍🐍 वैसे तो लगभग सभी मनुष्यों का जीवन सदैव दुखों से ही भरा रहता है ! चींता , परेशानियां , भय ,आर्थिक परेशानियां , बिमारीयाँ जैसी अनेक मुसिबतें हर समय में साथ रहती है ! और मनुष्य प्राणी इससे निरंतर छूटकारा पाने की कोशिश में रहता है और हर समय में सुखों की खोज में रहता है ! इसीलिए रामदास स्वामी भी कहते है , " जगी सर्व सूखी असा कोन आहे ? " वास्तव में सूखी कोई भी नहीं है ! और ऐसे में फिर हमारे जीवन में , " कालसर्पयोग " बनता है तो लगभग पूरा जीवन ही दुखों से और भयंकर मुसिबतों से , कष्ट से भरा पडा रहता है ! " अदृश्य सर्पों द्वारा चारों ओर से घेरना अथवा जकडना ! " हम जैसे जैसे बाहर निकलने की कोशिश करते है , वैसे ही अदृश्य सर्पों का भयंकर जहरीले मुसिबतों का घेरा बढता है ! और फिर शुरू होता है इससे बाहर निकलने के लिए , अनेक दैवी उपायों का अखंड सिलसिला ! सौ प्रतिशत उपाय कभी मिलता नही और हम मुसिबतों के चक्कर से बाहर निकलते नही है ! आजीवन केवल और केवल दुख ही दुख ! छूटकारा नही ! एक मुसिबत टलती है तो दूसरी आती है ! दूसरी टलती है तो त...

रिटायरमेंट

 *रिटायरमेंट ?*  ✍️ २६०४ 🚩🚩🚩🚩🚩 हमारी ड्यूटी आखिर क्या है ? नोकरी धंदा करना ? चार पैसे कमाना ? ऐशोआराम की जींदगी बिताना ? शादी करके चार बच्चे पैदा करना ? और आखिर मर जाना ? क्या यही हमारी ड्युटी है ? नही ! हरगीज नही ! ना ही हम सभी केवल इसी छोटेसे कार्य के लिए धरतीपर आये है ! बल्की ईश्वर ने ही हमें बहुत ही महान उद्देश से धरती पर भेजा है ! महत्वपूर्ण ड्युटी करने के लिए ! जी हाँ ! और मनुष्य जन्म का उद्देश भी यही है ! नही तो ? किडे मकौडे जैसे जन्म लेते ! निरर्थक ! और एक दिन मर जाते ! फिर अगला कुछ ऐसा ही जन्म लेकर ! तो आखिर हमारी असली ड्युटी क्या है ? हमारी , हम सभी की ड्युटी है , सनातन हिंदू धर्म की धरतीपर आखिरी और अंतिम जीत करना ! क्योंकी वैदिक सनातन हिंदू धर्म ही ईश्वर निर्मित है ! और इसकी जीत के लिए ही स्वयं ईश्वर ने ही हमें स्वर्ग से धरतीपर भेजा है ! यही हमारी असली ड्युटी भी है ! और हमारी ड्यूटी पूरी होने के बाद , रिटायरमेंट के बाद , हमारा मूल घर....स्वर्ग को वापीस लौटके जाना ! तबतक सनातन के लिए ही लडते रहना ! क्योंकी यह मृत्यलोक है ! यहाँपर कोई स्थाई वास्तव्य करने के लिए न...

प्रेम

 किसीपर कभी भी सच्चा , पवित्र और स्वर्गीय ईश्वरी प्रेम मत करना , बहुत  धोखे खाने पडते है इस मायावी दुनिया में !! विनोदकुमार महाजन

ध्येयपूर्ती

 🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏🍏    *पूरे विश्वास के साथ अपने सपनो की तरफ बढो. वही जिंदगी जियो जिसकी कल्पना आपने की है....*  *मुश्किलें उन चीज़े मे होती है जो हमें तब दिखती है जब हमारा ध्यान लक्ष्य पर नहीं होता.....* *जब सबकुछ आपके विरुद्ध जाए, तब ये याद रखिये की airplane हवा के विरुद्ध ही उड़ान भरता है, उसके साथ नहीं....*  *एक रचनाशील व्यक्ति कुछ पाने की इच्छा से प्रेरित होता है ना कि औरों को हारने की.....* ध्येयपूर्ती के लिए पागल बनो ! लोगों की हँसी मजाक उडानेपर ध्यान केंद्रित मत करो ! जय श्रीकृष्ण !!         🍏  सुप्रभात   🍏

दुख

 तन मन धन से जिनका साथ दिया उन्होंने ने ही घात किया तो दुख तो होगा ही !! विनोदकुमार महाजन

नंपुसक लोग

 सर्पों का सहयोग ? ✍️ २६०२ ************** वैसे तो दुष्टों को सर्पों के जैसा ही समझा जाता है ! क्योंकि ऐसे लोग हमेशा सर्पों जैसा जहर ही निरंतर उगलते रहते है ! तो ऐसे दुष्टों का हमें हमारे कार्यों में सहयोग मिलने की संभावना भी कैसे कर सकते है ? वैसे तो सर्पों का स्थान भी नागदेवता के रूप में , जहरीले होकर भी पूजनीय होता है ! और देवीदेवताओं के सरपर , गले में भी सर्प विराजमान रहते है ! मगर समाज में दुष्टों का स्थान कौनसा होता है ? विश्वासघाती के रूप में ही रहता है ! और ऐसे विश्वासघाती लोगों का ईश्वरी कार्य में अथवा हिंदुराष्ट्र निर्माण कार्य के लिए हम सहयोग भी कैसे ले सकते है ? और अगर गलती से इनका सहयोग लेंगे तो भी ? कार्य सफलता के बजाए कार्य नाश ही होगा ऐसे लोगों द्वारा ! इसीलिए इनसे सहयोग लेना तो दूर की बात है , इनके नजदीक जाना भी गलत साबित होगा ! ऐसे लोगों से सदैव दूरी ही रखनी होगी ! और समाज में ऐसे ही विघ्न संतोषी लोग बहुत मिलेंगे ! हमारे वैयक्तिक मुसीबतों में भी हमसे सहयोग करने के बजाए , हमें निरंतर पीडा , आत्मक्लेश देनेवाले ही बहुत मिलेंगे ! तो ? सामाजिक कार्यों के लिए भी कितने प्...

बुरा करनेवालों

 *सत्य की जयजयकार हो !!*  " तुम " कितना ही बूरा चाहो बूरा सोचो ; होगा तो अच्छा ही , सैतानों ,हितशत्रुओं , और होगा तो ईश्वरी इच्छा  से ही सबकुछ मंगल ही !! यह हिंदुराष्ट्र बनकर ही रहेगा ! अंधेरा छटेगा ,सूरज उगेगा .. नयी रोशनी लेकर आसमान प्रकाशमान करेगा ! करकर ही रहेगा ! सत्य का , धर्म का प्रकाश चारों ओर , संपूर्ण विश्व में फैलेगा ही फैलेगा ! अंधेरा छटना , सूरज उगना यह तो सृष्टि का नियम है ! ठीक वैसे ही सत्य की जयजयकार होना , धर्म की जीत होना यह भी विधी का विधान ही है ! इसे कौन टाल सकेगा ? आज का भयावह अधर्म का अंधेरा भी हटेगा ! सत्य को हराने की , तुम कितनी भी लाख कोशिश करलो हैवानों , धर्म की जयजयकार होकर ही रहेगी ! सत्य की जीत होकर रहेगी ! यह कोई कवि कल्पना नहीं है , बल्कि ईश्वरी सिध्दान्त है ! और ? यह दिन भी दूर नहीं ! आखिर सत्य को और ईश्वर को भी ? कौन हरायेगा ? चार दिन के मजे ? करके लो  सैतानों ! क्योंकि ? तुम्हारा अंत नजदीक है !!  *भगवत् गीता माता की* *जयजयकार हो !!* *भगवान विष्णु की जयजयकार हो !!*   *भगवान श्रीकृष्ण की त्रिवार* *जयजयकार हो !!*  ...

महालक्ष्मी

 हमारे घर में अगर हमारी वात्सल्य मूर्ति माता महालक्ष्मी गुप्त रूप में रहती है तो , उसे दुख पहुंचे ऐसा आचरण कभी भी मत किजिए !! माता महालक्ष्मी की जय हो !! विनोदकुमार महाजन

उत्तर प्रदेश

 संपूर्ण देश में उत्तर प्रदेश पैटर्न तुरंत लागू करेंगे तभी देश बचेगा अन्यथा ? देश में अराजक बढेगा !! विनोदकुमार महाजन

साथ

 साथ देनेवालों का सदैव साथ दो ! घात करनेवालों पर प्रतिघात करो !?? तभी जीवन  सफल रहेगा !! विनोदकुमार महाजन

चमत्कार

 *मुसीबतें और ईश्वरी* *चमत्कार !!*  ✍️ २६०० लगभग हर एक के जीवन में कभी कभी मुसिबतों की आग और गहरे मुसिबतों का अंधेरा इतना भयंकर घना होता है की , लगता है , अब सबकुछ समाप्त हो गया है ! तभी ईश्वर ऐसे भयंकर समय में ऐसी अदृश्य शक्तीयाँ भेजता है की , मुसिबतों की आग भी थम जाती है , मुसीबतों का घना अंधेरा भी हट जाता है , और हमें नया जीवन प्राप्त हो जाता है ! ऐसी अद्भुत घटनाओं को देखकर हम भी अनेक बार हैरान रह जाते है ! यही ईश्वर की अदृश्य रूप से की गई सहायता होती है ! फिर भी कुछ मूर्ख लोग पुछते है की , ईश्वर कहाँ है पहले दिखाओ फिर हम विश्वास करेंगे ! अनेक बार ईश्वर दिखाई नहीं देता है , मगर उसकी दिव्य अनुभूति जरूर महसूस होती है ! अनेक बार ऐसी भी अद्भुत घटनाएं होती है की , कोई आदमी बीमार है , हाँस्पिटल में बेडपर पडा है और आखिरी साँस ले रहा है , घरवालों ने और डाँक्टर ने भी उसके जीने की आशा छोड दी है....तब इसे सिरिअस कहते है... और कोई आश्चर्यजनक चमत्कार हो जाता है और वह व्यक्ति बच जाता है ! और आश्चर्य से उसका आनंदी जीवन भी आरंभ हो जाता है ! तब रिश्तेदार कहते है की , इसका पुनर्जन्म हुवा है ...

बालपण

 बालपण!!  ✍️ २५९९ माझ्या लहानपणी जवळ पैसा नव्हता खायला अन्नही नसायचं तरीही समाधान होतं.  कारण जवळ आण्णा सारखी देवतूल्य माणसं होती.  स्वतः पेक्षा दूस-यावर प्रेम करायला शिकवणारी ईश्वर स्वरूप माणसं. मोठ्या मनाची माणसं.  मायेची पाखर घालणारी ती माणसं कुठं शोधायची?  हरवलं ते बालपण.  आता भरभरून पैसा आला.  लाखो, करोडोनं. पण समाधान संपलं.  कारण आता जवळपास माझ्या आण्णा सारखी, मायेची पाखर घालणारी माणसंच राहिली नाहीत.  सगळा पैशाचा बाजार.  माझं काय, इतरांच काय.  समाजातलं देवपणचं हरवलं. अन् समाजाचं गणितचं राक्षसी झालं.  सगळं गणितचं पार बिघडून गेलं.  घोर कलियुगाचं सारं गणितचं पारं बिघडलं.  सारं सारं विपरीत घडलं. सामाजिक गणितचं पार आक्रीत ठरलं.  खरंच मित्रांनो जगबुडी जवळ आली?  होय जगबुडी अगदी जवळ आली.  पार उंबरठ्यावर आली.  कशी?  दिसेलचं तुम्हाला.  सृष्टी पण नवसृजनासाठी आसुसली. हरी बोल.  विनोदकुमार महाजन

विश्वयुद्ध

 *तीसरा विश्वयुध्द ? ❓* ✍️ २५९८ *************** क्या तीसरा वैश्विक युध्द संभव है ? संपूर्ण विश्व का और संपूर्ण विश्व में हो रही घटनाओं का बारीकी से अध्ययन करेंगे तो क्या दिखाई देता है ? क्या संपूर्ण विश्व तेजी से विश्व युध्द की तरफ बढ रहा है ? जी हाँ ! यही हो रहा है ! संपूर्ण विश्व पटलपर आसुरीक शक्तियों ने हाहाकार मचा रखा है ! और शांती से रहनेवाले सभी मानवी समुदायों को परेशान ही नही तो त्राही माम् कर रखा है ! दिनबदिन स्थिती भयंकर बनती जा रही है ! सारा विश्व और विश्वमानव परेशान है !हतबल भी है ! हतोत्साहीत भी है ! आनंद से और शांतीपूर्ण तरीकों से जीनेवाला मानवी समाज भी ऐसे उन्मादी तथा आसुरीक संपत्तीयों से भयभीत है ! और सदा के लिए छुटकारा पाने का प्रयास कर रहा है ! और इसकी अंतिम काट तथा अंतिम उत्तर ढूंड रहा है ! मगर रास्ता नही मिल रहा है ! इसी कारण हरेक के अंदर की बेचैनी , अस्वस्थता तेजी से बढती जा रही है ! दिनबदिन तेजीसे बढती असुरक्षितता सभी को परेशान कर रही है ! और...इसी कारण से संपूर्ण विश्व में , भयभीत समाज में ध्रुवीकरण आरंभ हो गया है ! असुरक्षित समाज एक हो रहा है ! और बढती हैवानि...

शहाणा

 खरा शहाणा कोण?  एखाद्याला कुणी कांही ही खोटंनाटं सांगेल, अफवा पसरवेल, पण शहाणी माणसं, खरंखोटं ठरवल्याशिवाय व शहानिशा केल्याशिवाय कधिही विश्वास ठेवत नाहीत . मुर्ख माणसं मात्र याला लगेच बळी पडतात. आणी आपली मते बनवतात.  भारतात खरे शहाणे किती अन् मुर्ख किती हा खरंच संशोधनाचा विषय आहे.  विनोदकुमार महाजन

मानसिकता

 हिंदुओं की विनाशकारी मानसिकता कभी भी नहीं बदलेगी , उसे सक्ती से बदलना होगा  ? ⁉️ विनोदकुमार महाजन

निष्पाप

 निष्पाप जीवाला छळलं की देव माफ करत नाही , असं म्हणतात. निष्पाप गाईची हत्या केल्यावरही देव माफ करत नाही , असंही म्हणतात. खरं खोटं देव जाणे. विनोदकुमार महाजन

ईश्वर

 ईश्वर परम दयालु भी है और भयंकर क्रूर भी !!  जैसे? भक्त प्रतिपालक और दुष्टों का संहारक !!  विनोदकुमार महाजन

दुष्ट

 जहरीले सांप और दुष्ट आदमी दोनों भयंकर घातक होते है ! इसिलिए दोनों को भी नमस्कार करके सदा केलिए,उनसे दूर चले जाईये! तभी  जीवन सुरक्षित हो सकता है!  विनोदकुमार महाजन

अपडेटर

 " सिस्टम अपडेटर " कहाँ मिलेगा? जो जानबूझकर बनाई गई " संपूर्ण देश की सिस्टम को ही " तुरंत और एक ही झटके में दुरूस्त कर सकें??  तानाशाह ❓⁉️ विनोदकुमार महाजन

गुप्तता

 कार्य सफलता में दुष्टलोग हमेशा बाधक होते है ! इसिलिए ऐसे दुष्टों से हमेशा सावधान,सतर्क एवं दूर रहना ही हितकारक होता है ! दुष्टों को अपनी रणनीती भी कभी भी बतानी नही चाहिए ! गुप्तता यश की चाबी है !! विनोदकुमार महाजन

कसम

 *कसम गौमाता की !!* ✍️ २५९६ गौमाते , तु हमारी माँ है और तेरे दूध का कर्जा हम सभीपर है , इसीलिए आज हम सभी , तेजस्वी गौमाता के पूत्र तेरी कसम खाकर कहते है की , तेरे हत्यारे दुष्टात्माओं को जबतक कठोर दंडित नहीं करते है , तबतक स्वस्थ और शांति से नहीं बैठेंगे ! स्वर्गीय कामधेनु गौमाता की त्रिवार जयजयकार हो !!  *विनोदकुमार महाजन*

जागो

 *जागो सत्य के रखवाले?* ❓ ✍️ २५९५ आमच्या?     "पित्याविरूध्द ? " कुणी कांही बोललं रे बोललं?  की लगेच अटक करायची? अन्? तुरूंगात डांबायचं? अन्? सडवायचं?  आयुष्यभर...  अथवा ? घात...  कारण? पित्याचं बींग फुट नये!?  असली चेहरा कुणाला समजु नये!  आधुनिक शुक्राचार्य ? ❓ अनेक वर्ष असंच चाललं इथं!  " तेजस्वी ईश्वर  पुत्रांना  ? " जमीनीत गाडण्याची? यशस्वी कपट निती!? करणारा पिता? ❓❓ और? " असुरों " को यहाँ के  " सम्राट... ." बनाने की गुप्त रणनीति ?  बनाने वाला पिता!  वा रे वा सत्य जमीनीत गाडण्याची निती ?  हमारा पिता ❓❓ संपूर्ण तबाही का भयंकर ठंडे दिमाग का षड्यंत्र?  अभी भी समझे या नही कुछ? या अभी भी अनाड़ी ही है?  समझने वाले समझ गये,  ना समझ ओ अनाडी है !!  जागो मोहन प्यारे!  जानो सत्य के रखवाले?  जय श्रीकृष्णा  *विनोदकुमार महाजन*

ईश्वर

 ईश्वर आयेगा पापीयों का संहार भी करेगा और कब स्वर्ग को वापीस चला जायेगा किसी को पता भी नहीं चलेगा !!  ईश्वर की लीला अगाध!!  विनोदकुमार महाजन

गर्जना

 हिंदुहितों की गर्जना करेंगे  ?  और कृती  ??  शून्य.... सोचो....  विनोदकुमार महाजन

प्लान

 " उनका " कम समय में भगाने का प्लान पक्का है और " तुम्हारा  ? " भागने  का  ❓❓ विनोदकुमार महाजन

हिरण्यकशिपु

 भयावह हिरण्यकशिपू को अगर ईश्वर जैसा भी पूत्र होता है तो  ? भी ऐसे दुष्ट ऐसे ईश्वर समान पूत्र को भी मारने का निरंतर प्रयास करते है  !! विनोदकुमार महाजन

रणसंग्राम

 रणसंग्राम धरतीपर कल्की अवतार अवतरित हो गया है !  उसके प्रकट होने का समय नजदिक है !!  अब घनघोर रणसंग्राम होगा ! पापीयों का अंत होगा ! धरती माता भयमुक्त , भारमुक्त ,  पापमुक्त होगी !!  विष्णू अवतारी कल्की भगवान की त्रिवार जयजयकार हो !!  गगनगिरी महाराज की जय हो!!  विनोदकुमार महाजन

भागते रहो

 *भागते रहो !!!*  ✍️ २५९३ जिस देश में मुर्दाड पडे हुए, मरे हुए मन से जीनेवाले , अत्याचार सहनेवाले , लाचार, हतबल ,हीन दीन लोग रहते है , वहाँ की संस्कृति, धर्म और वह देश नामशेष हो जाते है ! इतिहास गवाह है !! हिंदुस्थान की क्या स्थिति है ??  सबकुछ बदलना होगा !  सबकुछ !!  कौन बदलेगा ?? हो सके तो सोचो नहीं तो मुर्दाड मन से पडे रहो , नितदिन अत्याचार सहते रहो ! यही तुम्हारा नशीब है !! भागम् भाग... भागते रहो... भागते रहो... जागते रहो का तेजस्वी नारा छोडकर आत्मसंन्मान बेचकर जीवन बिताते रहो.... बँटते रहो कटते रहो आपस में लडते रहो मरते रहो ! जगाने को जो आयेगा ? उसे भी बदनाम करते रहो साधुसंतों को तडपाते रहो जीवन भर के लिए धन्य है ऐसे लोग धन्य है ऐसा समाज 🙊🤦‍♂️🙏🙏🙏  *विनोदकुमार महाजन*

ईश्वर मेरा साथी

 *ईश्वर मेरा साथी !!*        ✍️ २५९२ हिंदुत्व बचाने की ही नहीं बल्कि विश्व पटल पर वायुगती से हिंदुत्व बढाने की कौनसी रणनीति तुम्हारे पास है ? ऐसा पूछता हूं तो ? सब निरूत्तर हो जाते है ! ठोस उपाययोजना और ठोस रणनीति लगभग किसिके भी पास दिखाई नहीं दे रही है , ऐसा लग रहा है ! मगर परम ईश्वरी कृपा के कारण मेरे पास ऐसी ठोस रणनीति और उपाययोजना तैयार है ! जिसका अमल जल्दी ही दिखाई देगा ! जिसके असर भी जल्दी ही दिखाई देने लगेंगे ! दुर्दैव से इस महान ईश्वरी कार्य का साथ देने के लिए , कितना भी समझाने के बाद भी और रणनीति बताने के बाद भी कोई ठोस तथा आत्मविश्वास पूर्वक साथ नहीं दे रहा है !? मगर खुद ईश्वर ही मेरे हाथों से ईश्वरी कार्य करना चाहता है तो ? किसी मनुष्य के साथ देने न देने का प्रश्न ही नहीं उठता है ! ईश्वर मेरा साथी !! खैर.....?!!! ।। श्रीकृष्ण: शरणं मम् ।। हरी ओम्  *विनोदकुमार महाजन*

समाजसुधारक

 *समाज सुधारक !!*  ✍️ २५९१ साधुसंत, समाजसुधारक, क्रांतीकारक, महापुरुष कभी भी खुद का, खुद के स्वार्थ का विचार नही करते है बल्कि हमेशा समाजहित का ही विचार करते है!  और फिर भी मतलब की यह दुनिया उनको ही निरंतर तडपाती रहती है!  धन्य है दुनियादारी !!  *विनोदकुमार महाजन*

अदृश्य शक्ति

 *अदृश्य शक्ति !!*  ✍️ २५९० तुमच्या आजूबाजूला अदृश्य रूपाने सतत शक्ति वावरत असतात.त्या चांगल्याही असतात व वाईटही असतात.  तुम्ही जर सतत निगेटिव थिंकिंग करत असाल तर आसपासच्या अदृश्य निगेटिव शक्ति तुम्हाला अजून जास्त त्रास देतात , व अशा वेळेला पाँझीटिव शक्ती पूर्ण मौन आणी शांत असतात. आणी तुम्ही जर सतत पाँझीटिव थिंकिंग करत असाल तर तुमच्या आसपासच्या निगेटिव शक्तिचा संपूर्ण नाईलाज होतो आणी अशावेळी पाँझीटिव शक्ती सुध्दा अदृश्य रूपाने तुम्हाला संपूर्ण सहकार्य करतात. म्हणून नेहमी पाँझीटिव थिंकिंग करावे म्हणजे शुभच घडत राहते.आणी तुम्ही जर सतत निगेटिव थिंकिंगच करत असाल तर तुमच्या आयुष्यात सतत निगेटिवच घडत राहते. म्हणून ? ओन्ली पाँझीटिव थिंकिंग. बी पाँझीटिव. शुभबोल ना-या. विज्ञान ही हेच सांगते. म्हणूनच आपल्या श्रेष्ठ हिंदू धर्म शास्त्रामध्ये आपल्या आसपास अदृश्य पाँझीटिव वेवलेंथ बनवण्यासाठी गुरूमंत्र जप अथवा ईश्वरी साधना सांगीतली जाते. आत्ताच असा शुभसंकल्प करू या की मी सदैव पाँझीटिव च राहणार . जय श्रीराम.  *विनोदकुमार महाजन*

जालिम

 *जालीम !*  ✍️ २५८९ जो जहर हजम करता है केवल उसे ही पता होता है की जहर कितना जालिम होता है ? बगल वाले को इसका दुखदर्द कैसे समझ में आयेगा ? जो आग में जलता है उसे ही पता होता है आग क्या होती है ! अगलबगल वाले इसकी दाहकता क्या समझेंगे ? हरी ओम्  *विनोदकुमार महाजन*

हिंदुओं का पैसा

 *हिंदुओं का पैसा ?*  ✍️ २५८८ बहुसंख्यक हिंदुओं के टैक्स का पैसा , बहुसंख्यक हिंदुओं के मंदिरों का पैसा , सही दिशा में ,बहुसंख्यक हिंदुओं के विकास के लिए जा रहा है ? या फिर वही पैसा अधर्म को बढाने में और हिंदुत्व पर प्रहार करने के लिए जा रहा है ? यह देखने का और इसपर प्रत्यक्ष अमल करने का , कानूनी अधीकार हमें प्राप्त है ! और इसका सदुपयोग करने का पूरा अधिकार भी हमें प्राप्त है ! जागो बहुसंख्यक समाज , तुम्हारे पैसों से ही , देश की अर्थ व्यवस्था चलती है ! और यही पैसा हमारे ही विकास के लिए जा रहा है या फिर हमारे ही विनाश के लिए जा रहा है , यह देखने का , और इसपर प्रत्यक्ष उपाययोजना करने का कानूनी अधिकार हमें प्राप्त है ! जो बहुसंख्यक हिंदू समाज हमेशा दूसरों के हितों का निरंतर विचार करता है , उसे अब आत्मपरीक्षण करना चाहिए और गलतीयों में सुधार करना चाहिए ! जो हमारे विकास की बात करेगा ,वही देशपर राज करेगा ! जो हिंदू हितों की बात करेगा , केवल वही और वही देशपर राज करेगा ! बहुसंख्यक मतों का जो आदर करेगा , वही असली राजनितिज्ञ कहा जायेगा ! हमारा पैसा हमारा विकास ! बीच की अधर्मीयों की सैंधमा...

अन्याय

 अन्याय करनेवालों से जादा दोषी अन्याय सहनेवाले होते है ! कबतक अन्याय सहते रहेंगे...?? हिंदुओं ⁉ विनोदकुमार महाजन

सुख

 जो दूसरोंं के सुखों के  लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है, ईश्वर उसे भी सदैव सुखी ही करता है! हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

प्रार्थना

 हम सभी के आरोग्य , ऐश्वर्य , संपूर्ण यश , किर्ती के लिए ईश्वर से सब मिलकर प्रार्थना करते है !! हर हर महादेव !!! विनोदकुमार महाजन

समाज सुधारक

 *समाज सुधारक !!*  ✍️ २५९१ साधुसंत, समाजसुधारक, क्रांतीकारक, महापुरुष कभी भी खुद का, खुद के स्वार्थ का विचार नही करते है बल्कि हमेशा समाजहित का ही विचार करते है!  और फिर भी मतलब की यह दुनिया उनको ही निरंतर तडपाती रहती है!  धन्य है दुनियादारी !!  *विनोदकुमार महाजन*

अदृश्य शक्ति

 *अदृश्य शक्ति !!*  ✍️ २५९० तुमच्या आजूबाजूला अदृश्य रूपाने सतत शक्ति वावरत असतात.त्या चांगल्याही असतात व वाईटही असतात.  तुम्ही जर सतत निगेटिव थिंकिंग करत असाल तर आसपासच्या अदृश्य निगेटिव शक्ति तुम्हाला अजून जास्त त्रास देतात , व अशा वेळेला पाँझीटिव शक्ती पूर्ण मौन आणी शांत असतात. आणी तुम्ही जर सतत पाँझीटिव थिंकिंग करत असाल तर तुमच्या आसपासच्या निगेटिव शक्तिचा संपूर्ण नाईलाज होतो आणी अशावेळी पाँझीटिव शक्ती सुध्दा अदृश्य रूपाने तुम्हाला संपूर्ण सहकार्य करतात. म्हणून नेहमी पाँझीटिव थिंकिंग करावे म्हणजे शुभच घडत राहते.आणी तुम्ही जर सतत निगेटिव थिंकिंगच करत असाल तर तुमच्या आयुष्यात सतत निगेटिवच घडत राहते. म्हणून ? ओन्ली पाँझीटिव थिंकिंग. बी पाँझीटिव. शुभबोल ना-या. विज्ञान ही हेच सांगते. म्हणूनच आपल्या श्रेष्ठ हिंदू धर्म शास्त्रामध्ये आपल्या आसपास अदृश्य पाँझीटिव वेवलेंथ बनवण्यासाठी गुरूमंत्र जप अथवा ईश्वरी साधना सांगीतली जाते. आत्ताच असा शुभसंकल्प करू या की मी सदैव पाँझीटिव च राहणार . जय श्रीराम.  *विनोदकुमार महाजन*

जालीम

 *जालीम !*  ✍️ २५८९ जो जहर हजम करता है केवल उसे ही पता होता है की जहर कितना जालिम होता है ? बगल वाले को इसका दुखदर्द कैसे समझ में आयेगा ? जो आग में जलता है उसे ही पता होता है आग क्या होती है ! अगलबगल वाले इसकी दाहकता क्या समझेंगे ? हरी ओम्  *विनोदकुमार महाजन*

हमारा पैसा

 *हिंदुओं का पैसा ?*  ✍️ २५८८ बहुसंख्यक हिंदुओं के टैक्स का पैसा , बहुसंख्यक हिंदुओं के मंदिरों का पैसा , सही दिशा में ,बहुसंख्यक हिंदुओं के विकास के लिए जा रहा है ? या फिर वही पैसा अधर्म को बढाने में और हिंदुत्व पर प्रहार करने के लिए जा रहा है ? यह देखने का और इसपर प्रत्यक्ष अमल करने का , कानूनी अधीकार हमें प्राप्त है ! और इसका सदुपयोग करने का पूरा अधिकार भी हमें प्राप्त है ! जागो बहुसंख्यक समाज , तुम्हारे पैसों से ही , देश की अर्थ व्यवस्था चलती है ! और यही पैसा हमारे ही विकास के लिए जा रहा है या फिर हमारे ही विनाश के लिए जा रहा है , यह देखने का , और इसपर प्रत्यक्ष उपाययोजना करने का कानूनी अधिकार हमें प्राप्त है ! जो बहुसंख्यक हिंदू समाज हमेशा दूसरों के हितों का निरंतर विचार करता है , उसे अब आत्मपरीक्षण करना चाहिए और गलतीयों में सुधार करना चाहिए ! जो हमारे विकास की बात करेगा ,वही देशपर राज करेगा ! जो हिंदू हितों की बात करेगा , केवल वही और वही देशपर राज करेगा ! बहुसंख्यक मतों का जो आदर करेगा , वही असली राजनितिज्ञ कहा जायेगा ! हमारा पैसा हमारा विकास ! बीच की अधर्मीयों की सैंधमा...

देवीदेवता

 देवीदेवता भी निरंतर हाथ में शस्त्र लेकर अखंड सावधान रहते है ! और हम हिंदू ? तेजोहीन ?? क्यों ??? असुरमर्दीनी भवानी माता  की त्रिवार जयजयकार हो !!  *विनोदकुमार महाजन*

मास्टर चाबी

 हिंदुत्व तेजी से जगाने की , बढाने की और अधर्मी हराने की और वैश्विक क्रांती की "मास्टर चाबी " मेरे पास है!  समय का....? इंतजार !! विनोदकुमार महाजन

हमारे पैसों से

 हमारे ही पैसों से पलकर , हमारे ही विध्वंस का सपना देखनेवाले , कृतघ्न महापापीयों , तुम्हारे सर्वनाश का समय नजदीक है !! सावधान !! हर हर महादेव !! विनोदकुमार महाजन

कैसा लगा

 *चाहे कुछ भी*  ✍️२५८७ 🤔🤔🤔🤔🤔 चाहे कुछ भी होने दो कितने भी हिंदू तडपतडपकर मर रहे हो देवीदेवताओं का विडंबन किया जा रहा हो साधुसंतों को बदनाम ,बरबाद किया जा रहा हो मुझे आखिर इससे क्या लेनादेना ? चाहे कितना भी संस्कृती भंजन होने दो धर्म की हानी होने दो सत्पुरूषों की , महापुरूषों की बदनामी होने दो आखिर इससे भी मेरा क्या लेनादेना ? जी हाँ सच कहता हूं मैं हिंदू हूं ! मैं हिंदू ही हूं ! संवेदना शून्य आत्मा मरा हुवा मुर्दाड मन से जीनेवाला मैं एक हिंदू हूं ! मैं तो मरा हुवा हूं चैतन्य शून्य भी हूं मरे हुए मन से निचे मुंडी करके जीनेवाला मैं हिंदू हूं ! तेजोहीन , स्वाभिमान शून्य , लाचार मैं एक हिंदू हूं ! और हर जगहों से भागना मेरी आदत है ! अफगानिस्तान भी गया , पाकिस्तान भी गया , बांग्लादेश भी गया ,  बर्मा - श्रीलंका भी गया ! आखिर इससे मेरा लेनादेना ही क्या है ? चाहे कुछ भी कितने भी निष्पाप हिंदू मरने दो , कितनी भी भयंकर धर्म हानी ह़ोने दो आखिर इससे ही मेरा क्या लेनादेना ? मैं तो मस्त हूं पैसा कमाने में ऐशोआराम करने में विदेशों में जाकर बडी बडी नौकरीयाँ करके खूब पैसा कमाने में मस...