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हमारा पैसा

 " हमारा " पैसा चाहिए ? " हमारे " मठ मंदिरों का भी पैसा चाहिए ? और ?? " हमारे " पैसों से ही ? हमारा , हमारे सर्वनाश का सपना देखते हो ? ऐसी अनेक गुप्त योजनाएं भी चलाते हो ? वारे बेईमानों , नमकहरामों ,गद्दारों ! मगर हमारे सर्वनाश का तुम्हारा भयंकर सपना कभी भी पूरा नहीं होगा ! क्योंकि ? सत्य का रखवाला और  सृष्टि का विधाता दिनरात जागता रहता है ! और तुम्हारे जैसे भयावय उन्मादीयों का ऐन मौका आते ही सर्वनाश भी कर देता है ! युगों युगों से युगों युगों तक  संभवामी युगे युगे और तुम्हारे भयावय उन्माद के अंत का समय सृष्टिकर्ता के अनुसार नजदीक है ! उन्मादीयों सावधान !! चक्रधर भगवान श्रीकृष्ण की जयजयकार हो !! विनोदकुमार महाजन

सत्ययुग

 " मेरा " सत्य का , ईश्वर का , ईश्वरी सिध्दांतों का , कुदरत के कानून का , सनातन धर्म का , राज्य आरंभ हो रहा है ! सत्ययुग आ रहा है !! भयंकर , भयावय ,भयानक विनाशकारी , उन्मत्त , उन्मादी ,हाहाकारी कलीयुग के चंगूल से सत्य छूट गया ! अब अधर्म का भी नाश होगा ! अधर्मी , हाहाकारी , उन्मादीयों का भी संपूर्णत: सर्वनाश होगा ! धरती पर स्वर्ण युग लौटकर आयेगा !  धरती पर फिरसे सत्ययुग आयेगा ! सनातन का स्वर्णीम युग आरंभ होगा ! " रामराज्य " धरती पर फिरसे लौट के आयेगा ! अंधेरा छट गया ! सूरज निकल गया !! ।। सुर्य देवाय नमः ।। विनोदकुमार महाजन

गणेशजी

https://youtu.be/a4VljA-vEsU  My Puja  धनलाभ एवं ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए यहाँ होता है अनुष्ठान यह स्थान मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर से तकरीबन पांच कलोमीटर दूरी पर है ! यहां पर एक जागृत गणेश जी का मंदिर है ! धनप्राप्ति तथा ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए यहां पर विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है ! राजा विक्रमादित्य ने भी यहां पूजा की थी ! बनवास के समय जब यहां राम , लक्ष्मण और सीतामाता आये थे तब यहांपर तीनोंने एक ही स्थान पर पूजा की थी ! भगवान श्रीराम ने चिंतामणि गणेशजी की , लक्ष्मण ने इच्छामण गणेशजी की और माता सिता ने सिध्दीविनायक की पूजा की थी ! यहां पर तीनों गणेशजी एकसाथ विराजमान है ! चींता हरनेवाला चिंतामणि , इच्छीत फल देनेवाला , इच्छामण और हर प्रकार की सिध्दीयाँ देनेवाला सिध्दीविनायक यहां पर एकसाथ उपस्थित है ! इसीलिए यहां के पूजा विधान का विशेष महत्व होता है ! अष्ट ब्राह्मणों द्वारा मेरे नाम और गोत्रोच्चार से , मैंने भी यहां पर विशेष अनुष्ठान एवं अभिषेक कराया ! इस वीडियो में यह अनुष्ठान दिखाई देता है ! ।। जय गजानन श्री  गजानन ।। ।। गण गण गणात बोते ।। गणेशजी की आप सभी पर कृपा बनी रहे ! विनोदकुमा

तडपती मछली !

 *जलबीन मछली ?* ✍️ २५५१ ( बोधकथा ) 🦈🐟🦈🐟🦈🐟 एक थी मछली ! स्वच्छ समंदर में आनंद से विहार करनेवाली ! अमृतसागर में मस्त होकर रहनेवाली ! मगर ? एक लहर आ गई ! विनाशकारी लहर ! और उस आनंदी मछली को सागर के किनारे पर ले गई ! लहर वापिस गई ! गहरे समंदर में एकरूप हो गई ! निष्पाप मछली को समंदर के किनारे अकेला छोडकर ... जलबीन तडपने के लिये ... अनेक सालों तक... समंदर किनारे पर भटकने के लिए ,मौजमजा करने के लिए... अनेक लोग आते थे... हँसीमजाक करते थे ! तडपती हुई , अकेली , अनाथ मछली की ओर भी देखते थे.... और...चले जाते थे ! उस बेचारे मछली को , कर्मगति से तडपती मछली को ... ऐसा लगता था... कोई तो भी देवदूत आयेगा.. उस जलबीन तडपती मछली को अपने हाथ में लेकर , गहरे समंदर में छोड़ देगा... फिर से आनंद से विहार करने के लिए.... मगर अनेक साल बितते गये मछली तडपती रही ! ना समंदर में वापिस जा सकती थी ! और...? ना ही उसकी मृत्यु होती थी ! तडप और तडप ! कर्मगति का फेरा ! ईश्वर भी उस निष्पाप , निष्कलंक मछली को ना तो समंदर में पहुंचाने के लिए सहायभूत होता था ! ना मृत्यु देता था ! कर्म गति के उल्टे फेरे के आगे ईश्वर भी क्या

सुख के सब साथी ?

 *जब हम मुसिबतों में होते* *है ?* ✍️ २५५० 👆👇👆👇👆👇 जब हम मुसिबतों में होते है , चारों ओर से घोर मुसिबतों में फँस जाते है , दुखी मन हमेशा तडपता रहता है ... तब.... हमें ऐसा लगता है की , मुसिबतों की घडी में हमें कोई सहायता करें , आधार दें ! आर्थिक ना सही कम से कम दो प्रेम के शब्दों का आधार दें ! " चींता मत करना , ईश्वर सबकुछ ठीक करेगा ! " ऐसे दो शब्द बोलें ! ऐसे समय में ऐसे दो शब्दों के लिए , आत्मा तडपती रहती है ! मगर ऐसे पत्थरदिल समाज में , ह्रदयशून्य समाज में , हमारी अपेक्षा पूरी होना तो दूर की बात.... उल्टा हमारे कोमल ह्रदय पर , ह्रदयशून्य लोगो द्वारा , क्रूर समाज द्वारा , कुठाराघात होता है तब... सचमुच में मृत्यु भी अच्छी लगने लगती है ! चारों तरफ से घोर उपेक्षा , विडंबना , अपमान , मनस्ताप से ह्रदय भी घायल हो जाता है ! जिसके साथ जी जान से प्रेम किया , जीसके मुसिबतों की घडी में पहाड़ बनकर आधार दिया , वोभी हमारे मुसिबतों में और पीडा और नरकयातनाएं देते रहते है ...तब ? जीवन ही असह्य लगने लगता है ! मुसिबतों की घडी में साथ देना तो दूर की बात है , सब दूर ही भाग जायेंगे ! कुछ नामर्

सिरीअस ??

 *काम बंद ? रास्ता चालू ??*  ( *सिरिअस मैटर ?? )*  ✍️ २५४९ ❓❓❓❓❓❓ आज के लेख का विषय ? गंभीर ! सिरिअस मैटर ?? सारे प्रश्न ही प्रश्न !? उत्तर ? शून्य ? फिर वहीं विषय ? वैश्विक समस्या ! विनाशकारी राष्ट्रीय समस्याओं का भयंकर प्रश्न ? और...शायद वैफल्यग्रस्त वैश्विक मानवसमुह के पास  उत्तर ? हल ? ना के बराबर ! वैश्विक स्तरपर समस्त मनुष्य प्राणी इतने भयंकर गहरे चक्रव्यूह में फँस गया है कि , इसके बारे में , विचार करने के लिए भी , सामुहिक मनुष्य प्राणी के पास समय नहीं है ! समस्याएं , चिंताएं गहरी होती जा रही है ! वैश्विक समस्याएं ! और ऐसे महत्वपूर्ण विषय पर , चर्चा करके यथोचित रास्ता निकालकर , समस्त मानवसमुह तथा समस्त सजीव सृष्टि को ऐसे विनाशकारी मुसिबतों से बाहर निकालने के लिए , ... शायद... सारे रास्ते बंद से हो गये है ! मतलब ? मुख्य काम बंद है मगर रास्ता तो चालू है ! संपूर्ण विश्व के जो दो चार प्रतिशत तत्ववेत्ता है , सृष्टि के हितचिंतक है , वह पुण्यात्माएं इस विषय पर जरूर विचार करेंगे !  मगर फिर भी , अगली रणनीति बनाना असंभव लगता है !? क्योंकि उन्हें एक करना , एक व्यासपीठ पर लाना भी असंभव है !

खेला होबे ??

 क्या ? दुनिया का अंत ?? निश्चित है ??? ✍️ २५४८ 🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞 अगर कल्कि आयेगा तो ? धरती का नब्बे प्रतिशत पाप जलाकर राख कर देगा ! ?? इसमें केवल पुण्यपुरूष ही बचेंगे ?? और अगर कल्कि नहीं भी आयेगा तो भी सुर्यदेव धरती के बढते भयंकर तापमान ( ग्लोबल वार्मिंग ) से ? सजीव सृष्टि को जलाकर भस्म कर देगा ?? इसमें भी आश्चर्यजनक तरीकों से केवल और केवल पुण्यपुरूष ही बचेंगे !?? क्या सचमुच में , पापियों  का थोडे दिनों का " खेला " बाकी बचा है ??? ईश्वर भी आखिर कबतक सहेगा ?? असत्य जब " खेला होबे " शुरू कर देता है तो ?? ईश्वर का " खेला होबे ?? " तो ? अतिभयंकर ही  होगा ना ??? विनोदकुमार महाजन 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩

सत्य

 जब सत्य को असत्य साबित करने की होड सी लग जाती है तब अदृश्य रूप से नियती कुछ अलग ही खेल आरंभ कर देती है ! विनोदकुमार महाजन

मच्छरों की रणनीती

 मच्छरों की रणनीती ?? ✍️ २५४७ एक मच्छर भी रणनीति बनाकर मनुष्यों का खून चूसता है ! तो इंन्सानरूपी खून  पिनेवाले भयंकर मच्छर कितनी तगडी रणनीति बनाते होंगे ? और ऐसे भयंकर उपद्रवी रक्तपिपासु मच्छरों का सदा के लिए सफाया करने के लिए कितनी शक्तिशाली रणनीति  बनानी पडेगी ?? सोचो !?? हर हर महादेव ! विनोदकुमार महाजन

मच्छर

 मच्छरों की रणनीती ?? ✍️ २५४७ एक मच्छर भी रणनीति बनाकर मनुष्यों का खून चूसता है ! तो इंन्सानरूपी खून  पिनेवाले भयंकर मच्छर कितनी तगडी रणनीति बनाते होंगे ? और ऐसे भयंकर उपद्रवी रक्तपिपासु मच्छरों का सदा के लिए सफाया करने के लिए कितनी शक्तिशाली रणनीति  बनानी पडेगी ?? सोचो !?? हर हर महादेव ! विनोदकुमार महाजन

तीनों जब एक होंगे

 तीनों जब एक होंगे ! ✍️ २५४६ इस्त्राएल की तरह आक्रामक भारत बनेगा इस्त्राएल की तरह अमरीका भी बनेगा और तीनों देश एक होकर संपूर्ण विश्व के आतंकवाद के विरूद्ध वायुगती से आगे बढेंगे तो शायद ? दस दिन के अंदर ही विश्व के सभी आतंक का तुरंत और सदा के लिए सफाया हो जायेगा ! मोदिजी... अब इस ईश्वरी कार्य के लिए आप ही आगे आकर , निर्णायक भूमिका निभाएंगे ऐसी संपूर्ण भारतीयों की  आशा है ! तभी देश के अंदर का संपूर्ण आतंकीयों का सरदर्द सदा के लिए समाप्त हो जायेगा ! देश में छूपे हुए राष्ट्रद्रोहियों का और घुसपैठियों का भी सदा के लिए बंदोबस्त हो जायेगा ! और विशेष महत्वपूर्ण बात पाकिस्तान का सरदर्द सदा के लिए समाप्त हो जायेगा ! मोदिजी आगे बढो ! जय भवानी ! जय शिवाजी ! विनोदकुमार महाजन

मेरा क्या है ??

 मेरा क्या है  ??  🚩🚩🚩🚩🚩 मेरा सुखदुःख मेरा यशअपयश मेरा पापपुण्य मेरा जन्ममृत्यु मेरी नामकिर्ती मेरी गरीबीअमीरी मेरा है ही नहीं ! सबकुछ सद्गुरू का और ईश्वर का है  ! ना मेरा कुछ था  !  ना मेरा कुछ है  !  ना मेरा कुछ रहेगा  !  सबकुछ ईश्वर का है !  सबकुछ मेरे सद्गुरू आण्णा का है  !  ना यह पंचमहाभूतों  का देह मेरा है  !  ना इस देह के अंदर वास करनेवाला आत्मा मेरा है  !  ना ही चल रही श्वास भी मेरी है  !  ना जन्म मेरा है  !  ना मृत्यू मेरी है  !  ना ईश्वरी कार्य भी मेरा है  !  सबकुछ ईश्वर का है  !  सबकुछ सद्गुरू का है  !  और... सबकुछ पवित्र सद्गुरू चरणकमलों पर और ईश्वरी चरणकमलों पर समर्पित है  !!  जय श्रीकृष्ण  !!!  विनोदकुमार महाजन 🕉🕉🕉🕉🕉

आत्मरक्षा

 *हिंदू साथीयों,*   *आत्मरक्षा के लिए धैर्यवान* *बनो !* ✍️२५४४ 🤺🤺🤺🤺🤺 देशविदेश के मेरे प्यारे सभी हिंदू साथीयों तथा सत्यप्रेमी , मानवतावादी साथीयों , समय केवल आत्मचिंतन का नहीं है बल्कि प्रत्यक्ष कृती का है ! क्योंकि हमारे अस्तित्व का प्रश्न निर्माण हो गया है और भविष्य अंधकार मय दिखाई दे रहा है ! इसिलिए केवल संगठित होने से काम नहीं चलेगा बल्कि आक्रमक भी बनना पडेगा ! और क्रूर भी ! और साहसी और धैर्यवान भी ! देवीदेवताओं का ध्यान करो ! देवीदेवता केवल शक्तिशाली ही नहीं होते है बल्कि हर समय में आसुरी शक्तियों का विरोध तथा विनाश करने में भी सक्षम होते है ! और शक्तिशाली , बलशाली , संपन्न होकर भी , देवीदेवताओं के हाथ में हमेशा शस्त्र भी होता है ! केवल आसुरीक संपत्ति का विरोध ही नहीं बल्कि मुसिबतों की घडी में आत्मरक्षा भी महत्वपूर्ण होती है ! अब हमें भी देवीदेवताओं की तरह शक्तिशाली ,बलसंपन्न , धनसंपन्न तो बनना तो पडेगा ही ! साथ में चौबीसों घंटे सजग , सावधान भी रहना पडेगा ! और अधर्म का तथा अधर्मियों का हरपल डटकर सामना करने की हिम्मत भी रखनी चाहिए ! हम तो बडे दयालु ,सहिष्णु होते है ! मगर अब धर

गरीब हिंदू ?

 *हम हिंदू गरीब , असहाय* *क्यों बनते गये ??* ✍️ २५४३ ❓❓❓❓❓❓❓ जब घर परिवार अथवा देश में आर्थिक संपन्नता ,समृध्दि होती है तब खुशहाली , आनंद और निश्चिंत जीवन होता है ! जीवन में स्थैर्य रहता है ! सुखी ,समाधानी , आनंदी जीवन शैली ! और लगभग सभी मानवसमुह आर्थिक संपन्नता के लिए ही आजीवन प्रयासरत रहता है ! हमेशा उसी दिशा में चारों ओर प्रयत्न करता रहता है ! अनेक धार्मिक अनुष्ठान , धार्मिक विधि भी , अनेक बार आर्थिक स्थैर्य प्राप्ति के लिए भी किए जाते है ! मगर जब आर्थिक मुसिबतों का भयंकर दौर आरंभ होता है तब , .... मती गूंग हो जाती है , त्राहिमाम त्राहिमाम जैसी भयंकर विदारक स्थिति बनती है ! भगवान श्रीराम , श्रीकृष्ण से लेकर , राजा विक्रमादित्य जैसे महानायकों तक , लगभग यह देश संपन्न , समृद्ध था ! इसीलिए इस देश को सोने की चिडिय़ा वाला देश भी कहा जाता था ! आर्थिक संपन्नता के साथ साथ , विचारों की संपन्नता , सुसंस्कृत और शालीन ,परोपकारी समाज , मानवताप्रिय तथा धर्माभिमानी और धर्मावलंबी आदर्श समाज भी था ! चारों ओर ऐसे ही आदर्श सनातन धर्म और सनातन संस्कृति का राज था ! सुसंपन्न , सुखवस्तु , सुखवास्तु समाज था

बिना माँगे

 किसीको ❓कुछ भी ❓ माँगना नहीं ! अगर सचमुच में.... ईश्वर साथ है तो ?? बिना माँगे ही सबकुछ मिलेगा ! और.... वैश्विक ईश्वरी कार्य संपन्न होकर ही रहेगा ! न मागे तयाची रमा होय .. दासी...सद्गुरु आण्णा वचन....!!! ।। अवधूत चींतन श्री गुरूदेव दत्त ।। विनोदकुमार महाजन

गौमाता का श्राप

 गौमाता का श्राप ❓ ✍️ २५४१ " हम हिंदू " अगर गौमाता के तेजस्वी पूत्र है और उसके जान की रक्षा भी  " हम हिंदू " नहीं कर सकते है तो ❓ हमारा यह जीवन ही व्यर्थ गया ना ?? सोचिए !!❓ ऐसा भयावह दृष्य ना तो आँखों से देखा जा सकता है और नाही सहा जा सकता है !! इससे बेहतर तो मृत्यु भी लगती है ! धिक्कार है हम " हिंदुओं का ! " जो ऐसे नारकिय जीवन जीते है ! हमारी संवेदना ही लगभग मर सी गई है ! और ऐसे संवेदनशून्य ⁉ समाज में रहने से ❓ बेहतर है हिमालय में ?? चले जाना.... गौमाता बचाव !! उसके श्राप से संपूर्ण सृष्टि संतुलन खतरे में आ गया है !! कामधेनु बचाव !! जय गौमाता !!! विनोदकुमार महाजन

पंछी

 खुले पंछी खुले आसमान में आनंद से विहार करेंगे किसी को सक्ती से पिंजरे में कैद किया तो ईश्वर भी दुखी होता है हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

हम जीतेंगे

 हम जीतेंगे !!! ✍️ २५४० 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩 देशविदेशों के सभी... आध्यात्मिक ,सामाजिक , राजनीतिक हिंदुत्ववादी संगठन मुझे हिंदुत्व के कार्य में आत्मीय सहयोग करते है तो...निश्चित रूप से संपूर्ण देश में और संपूर्ण विश्व में सनातन धर्म की वैश्विक क्रांति कर सकता हूं ! निती तैयार है ! यशस्वी रणनीति के अनुसार कार्य तेजी से आगे बढाने के लिए , संपूर्ण विश्व से महत्वपूर्ण व्यक्तियों के सहयोग की अपेक्षा करता हूं ! इस वैश्विक कार्य के लिए , मैं मोदिजी और योगीजी का संपूर्ण और तुरंत आत्मीय , सहयोग चाहता हूं ! इसी आधार पर सभी देशों में , संपूर्ण विश्व में , सनातन का कार्य तेजी से आगे बढेगा ! इसके लिए सभी मान्यवरों के लिए , पत्रव्यवहार करने का विस्तृत मसुदा बना रहा हूं ! अब वैश्विक क्रांति अभियान तेज होगा ! और इसे रोकने की किसी की हिम्मत भी नहीं होगी ! क्योंकि सबकुछ ईश्वर की इच्छा के अनुसार ही हो रहा है ! हम सभी सनातन धर्म प्रेमी जीतकर ही रहेंगे ! हर हर महादेव ! विनोदकुमार महाजन 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩

पाणी पाणी करके...

 *पाणी पाणी करके तडपकर* *मर रहा है ...?*  ✍️ लेखांक : - २५३९  *विनोदकुमार महाजन*  ***************** कोई... पाणी पाणी करके तडप तडपकर मर रहा है तो ? सारी दुनियादारी और ? आज की कलीयुगी रिश्तेदारी भी ? पाणी के अभाव से उस तडपकर मरनेवाले को ? सचमुच में पाणी पिलायेगी ? या फिर ? उसे पाणी के अभाव से तडपातडपाकर मारेगी ? उसे तडपातडपाकर मारने में ही दुनियादारी को भयंकर राक्षसी आनंद होगा ? पाणी के अभाव से तडपकर मरनेवाले को ही दुनिया उलटी हँसेगी ? क्रूर से ? उस तडपनेवाले को ही पागल करार देगी ? उसकी तडप समझनेवाला ? एक भी माई का लाल ? इस दुनिया में नही होगा ? कोई मुसिबत की भयंकर आग में तडपकर मर रहा है तो ? उसे सहयोग करने के बजाए , उल्टा उसका ही क्रूरता से मानसिक उत्पीडन  किया जायेगा ? तो ऐसा व्यक्ती एक तो तडपकर मरेगा ? या फिर आत्महत्या करेगा ? या फिर सचमुच में पागल बनकर ही रास्ते पर आयेगा ? जी हाँ दोस्तो... यह मेरे देश का वास्तव रहा है...यह मेरे समाज का वास्तव रहा है...मेरे हिंदू धर्म का भी यही वास्तव रहा है... दुर्दैव से यह सत्य है ! और सभी को स्विकारना ही होगा ! हिंदू धर्म के लिए कार्य करनेवाले अनेक

अखंड भारत

 जल्दी से जल्दी हिंदुराष्ट्र बनाने की अखंड भारत बनाने की और असुर मुक्त  भारत बनाने की शक्तिशाली निती खोजो !! किसका दिमाग काम  करेगा ❓ विनोदकुमार महाजन

आतंकवादी

 कश्मीर में मोदिजीने आतंकीयों को ठोकना आरंभ किया तो कश्मीर भी शांत और भारत देश भी शांत इनको केवल बंदुक की गोली की ही भाषा समझती है तभी ये शांत रहते है बॅंटेंगे तो कटेंगे सोचेंगे तो बचेंगे जागो हिंदुस्तानी

सोचेंगे तो ? बचेंगे !

 *हम सभी तो केवल  निमित्त मात्र*  ?? ✍️ लेखांक २५३८ विनोदकुमार महाजन -------------- ( सभी को झकझोर करनेवाला और हिंदुत्ववादियों को तेज गति से जगाने वाला महत्वपूर्ण लेख सभी को पढना ही होगा ! ) *******👆👇👇👇 सृष्टिकर्ता ईश्वर की रचना बडी अजीबोगरीब होती है ! वह ईश्वर केवल धरती का अथवा पृथ्वी का ही संचालन करता है , ऐसा नहीं है ! तो संपूर्ण ब्रम्हांड का संचालन अद्भुत , अदृश्य और अतर्क्य ईश्वरी शक्ति द्वारा किया जाता है ! जैसे ? सूरज का उगना और अस्त होना ! हर एक सजीव का जन्म और मृत्यु ! सूर्योदय और सूर्यास्त क्या हमारी इच्छा से होता है ? हमारा जन्म भी हमारी इच्छा नहीं है , और नाही हमारी मृत्यु भी हमारी इच्छा से होती है ! सबकुछ आश्चर्यजनक ईश्वरी चमत्कार दिखाई देते है ! अनंत कोटि ब्रम्हांडनायक !! फिर भी छोटासा मगर अहंकारी मनुष्य प्राणी कहता है कि... " मैंने ऐसा किया , मैंने वैसा किया ! " खैर ! वैश्विक सनातन हिंदू धर्म भी खुद ईश्वर ने ही बनाया है ! और सनातन हिंदू धर्म अनादि अनंत भी है ! फिर भी...कुछ हिंदू ही सनातन धर्म को हमेशा निचे दिखाने की कोशिश करते रहते है ! राक्षस लोग ? असुर लो

जीवन संघर्ष

 जीवन संघर्ष !! जितना कार्य बडा उतनी मुसिबतें भी जादा होती है ! इसिलिए हम सभी ध्येयवादीयों को जीवन कि कठोर एवं कठिन लढाई बडी हिम्मत से लडनी चाहिए ! तभी जीवन कि सभी परिक्षाएं सौ मे से सौ गुण  प्राप्त करके उत्तीर्ण हो जाती है ! अनेक कठोर अग्नीपरीक्षाएं , सत्वपरीक्षाएं उत्तीर्ण होनी पडती है ! अनेक सालों तक अग्नि में तपना और जलना पडता है ! नरकयातनाएं , मृत्यु यातनाएं सहनी  पडती है ! अनेक सर्पदंशों पर और अनेक जहरीले प्यालों पर विजय प्राप्त करनी पडती है ! जहर के अनेक सागर भी पार करने पडते है ! बिना थके , बिना हारे ! चौबिसों घंटे ! ईश्वर भी....?? युंही विजय नहीं देता है ! अनेक रूकावटें , थकान पार करके अंतिम मंजिल तक पहुंचना होता है ! अनेक सिध्दियां ,यशप्राप्ती ईश्वर प्राप्ति ; ईश्वर युंही नहीं देता है ! आसान नहीं है , अंतिम उद्दीष्ट तक पहुंचना ! हथौड़े के कठोर घाव सहने के बाद ही मुर्ति को आकार आता है ! ऐसा ही ध्येयवादीयों का जीवन होता है ! तभी हाथों से महान ईश्वरी कार्य संपन्न हो जाता है ! सभी महान आत्माओं को , पवित्र ईश्वरी आत्माओं को , धरतीपर देह धारण करने के बाद , ऐसी भयंकर ,भयानक परीक्षाएं

धनतेरस

 *मेरी माॅं माता महालक्ष्मी कोल्हापूर          *धनधान्यसमृद्धि तव भवतु ।*          *धनतेरसस्य पुण्यदिनव स्वस्ति*         धनतेरस का ये शुभ दिन आया,          सबके लिए नई खुशियां लाया,      लक्ष्मी, गणेश विराजे आपके घर में,       और आपके परिवार पर सदा रहे खुशियों की छाया! "आपके घर में धन की बरसात हो, शांति का वास हो, संकटों का नाश हो, लक्ष्मी का वास हो, 🧨🪔 *धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं।"*🧨🪔       🙏 शुभ प्रभात जय लक्ष्मी माता🙏 विनोदकुमार महाजन अंतरराष्ट्रीय पत्रकार अंतरराष्ट्रीय संस्थापक अध्यक्ष विश्व स्वधर्म संस्थान

जहरीले पेड

 *जहरीले पेड* ❓⁉ " जहरीले पेड की "  शाखाएं मत काटो बल्की ,  ऐसी तरकीब सोचो की ,  " हर जगहों पर " उगनेवाले   *जहरीले*  " हर पेड की " जड ही समाप्त कर दो !!  *कैसे ❓* ⁉ मोदिजी , योगीजी के संपूर्ण आत्मिय सहयोग से  " *वैश्विक महाक्रांती* *अभियान !! "* कृती में उतरने के लिए ❓ तुरंत पर्याप्त पर्याय ढूंडना तो पडेगा ही !  *मोदिजी , योगीजी से मुझे* *तुरंत कौन मिलवायेगा ??*  कृष्णनिती.... हरे कृष्णा....  *विनोदकुमार महाजन*

त्यांचेही आभार

 विनोद महाजनला चक्रव्यूहात अडकवून संपवण्याचे डाव टाकणारांचे मनापासून आभार . बदनाम्या करून जगणंच मुश्किल करणारांचे , अनेक अफवा पसरवून अख्ख आयुष्यच बरबाद करण्याचे स्वप्न बघणारांचे , मला आयुष्यातूनच उठवण्याचे स्वप्न बघणारांचे मनापासुन अनेक आभार . जिवापाड प्रेम करूनही जगणंच मुश्किल करणारांचे , जीवन हराम करणारांचे सुध्दा मनापासुन आभार . यामुळेच मी प्रत्येक क्षण जीद्दीने लढत गेलो . त्यामुळेच ईश्वराच्या अगदी जवळ गेलो . आणि आज ईश्वर स्वरूप झालो . जगन्मिथ्या , ब्रम्हंसत्य हे कोडे उलगडले . म्हणूनच माझा भयावह मानसिक छळ करणाराचे , माझं जगणंच मुश्कील करणाराचे मनापासून आभार . जे होतं ते भगवंताच्या इच्छेनुसार होतं . आणि जे कांहीं होतं तेही चांगल्यासाठीच होतं . ईश्वर किती महान आहे , आणि ईश्वराने बनवलेला छोटासा मनुष्य प्राणी किती लहान आहे , स्वार्थी , मतलबी , अहंकारी आहे हेही अंतिम सत्य कळालं . प्रभुइच्छा बलीर्यसी . हरी बोल . विनोदकुमार महाजन .

मतदान

 मतदानासाठी मुंबई, पुण्यावरून व बाहेरगांववरून येणा-या  लोकांची जाण्यायेण्याची सोय होणे गरजेचे आहे मतदान टस्सल होणार आहे त्यामुळे एकेक मतदानाची काळजी घेणे गरजेचे आहे तर विजय मिळू शकेल राजाभाऊ राऊत कडे हा विषय बोलल्यास तशी उपाययोजना करणे सोपे जाईल ऐनवेळी नियोजन करणे शक्य नाही

विजयादशमी

 विजयादशमी की सभी मित्रों को शुभकामनाएं ! सत्ता और संपत्ति के लिए इमान बेचने वाले व्यक्ति, राजनेताओं से सदैव दूर रहिए ! धर्मद्रोही दुर्जनों से हमेशा दूरी बनाये रखिए ! हमारे हिंदुत्व के जीत के राष्ट्रीय , अंतरराष्ट्रीय तेजस्वी अभियान द्वारा वैश्विक सनातन धर्म के चौफेर जीत का हिस्सेदार बनिए ! हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

पवार

 महाराष्ट्रातील जाणकार नेता म्हणून मी शरद पवारांचा आदर करतो.  पण १९८२ साली पवारांनी मराठ्यांना कधिही आरक्षण मिळू नये म्हणून कायदा केला. आज तेच पवार मराठा आरक्षणाचे  राजकारण करतात , हा दुटप्पीपणा अयोग्य आहे.  तसेच पवारांसमोर  उघडपणे हिंदू देवीदेवतांची बदनामी केली जाते, याला पवार विरोध करायचा सोडून हसून प्रोत्साहन देतात.  यामुळेच आज त्यांचे राजकारण संपत चालले आहे.  त्यामुळेच कंटाळून अजीत पवार बाहेर पडले.

जन्मदिन

 [08/10, 12:32 pm] महेंद्र शर्मा 🙏🚩: *आपको जन्मदिन की अनेकानेक शुभकामनाएं बधाईयां तुम जीवों हजारों साल साल के दिन हों पचास हजार*🎂🎂🍫🍭🍬🍰🎉🎈🎊🎈🎁🎁 [08/10, 12:38 pm] vinodkumarm826: बहुत धन्यवाद शर्माजी 🙏🙏🙏 [08/10, 3:05 pm] Yogendra Sharma, Sasni.: *हमारे परम पूज्य बड़े भाई श्री विनोद कुमार महाजन जी आपको जन्मदिन की ढेरों बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं  आप जियो हजारों साल साल के दिन हों लाख करोड़। आप जीवन में जिस प्रकार से सामाजिक एवं राष्ट्रीय कार्यों में जीतोड़ मेहनत एवं परिश्रम कर रहे ईश्वर आपको खूब खूब आशीष प्रदान करें*🎂🎂🍫🍭🍬🍰🎉🎈🎊🎈🎁🎁 [08/10, 3:41 pm] Devendra Vora: सब को जोड़कर रखनेवाले बापूजी की दीर्घायु निरोगी जीवन की शुभकामनाएं [08/10, 3:43 pm] Yogendra Sharma, Sasni.: ये तो महान संत आत्मा है भाईसाहब [08/10, 5:07 pm] Pt Suresh Agrawal, Nagpur.: जय हो, जय हो, जय हो, जय हो, जय हो, जय हो । [08/10, 8:03 pm] vinodkumarm826: बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏 [08/10, 8:04 pm] vinodkumarm826: बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏 [08/10, 8:04 pm] vinodkumarm826: बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏 [08/10, 8:07 pm] vinodkumarm8

हिंदू

 हिंदुओं को ❓हिंदू ही ⁉️ हरायेगा ❓ बिल्कुल सच्ची बात है ये लिख लो  ....  हिंदुत्व को भी  ❓ हिंदू ही मिटायेगा  !!  इतिहास साक्ष है  !!  ऐसा ही होता आया है ❓और  ⁉️⁉️ बारबार  ऐसा ही होता रहेगा!!  गॅरंटी से लिख रहा हूं  !!  हिंदू तो भगवान को भी ⁉️ भगायेंगे  ❓ तो हिंदुत्व कौन सी बात है  ⁉️ अती भयंकर ही नही तो  ⁉️ अती भयावह हो रहा है ना  ❓ और उत्तर  ⁉️❓❓ ना के बराबर  !!!  आखिर करें तो क्या करें ❓⁉️⁉️ हुश्श.........  विनोदकुमार महाजन

मेरा गाँव

 मेरे कारी गाँव की खेती में जल्दी ही भव्य लक्ष्मी नृसिंह मंदिर बनवाया जायेगा और उसमें भव्य धर्म शाला का निर्माण किया जायेगा।  जिसमें देशविदेश से आनेवाले अनेक श्रद्धालुओं के लिए, मंत्री, व्हिआयपी लोगों के लिए रहने खाने की मुक्त सुविधा उपलब्ध की जायेगी।  कारी गाँव सनातन संस्कृति के लिए वैश्विक सेंटर बनाया जायेगा।  ईश्वर की इच्छा कौन रोकेगा?  वैश्विक क्रांति अभियान आरंभ हो रहा है।  🙏🕉️🚩

दुनिया

 " पैसे " दिले तरच नातं ? नाही दिले की ? नातं ? खल्लास....!!! हा हा हा.... वा रे दुनियादारी !!! विनोदकुमार महाजन

तूफान

 मुसिबतों के कितने भी भयंकर तूफान हो जब ईश्वर की कृपा होती है और शांत, स्थिर, निश्चल मन से उस भयंकर तूफान का सामना होता है तब  ?  एक दिन जरूर बडे बडे भयंकर विनाशकारी तूफान भी समाप्त होकर रहत है !  मेरा अनुभव है !  जय श्रीकृष्ण  !!  विनोदकुमार महाजन

नशीब

 रामाच्या नशीबाला?  वनवास?  अन् ? रावणाच्या नशीबाला ?  राज ऐश्वर्य ??  पण   त्याच रामाच्या हातून ?  रावणाचा मृत्यु ?  अजब तुझी लीला प्रभू 🙏🙏🙏 विनोदकुमार महाजन

ग्रुप

 यह ग्रुप केवल लक्ष्मी प्राप्ती, सुख, ऐश्वर्य, आनंद, यश, किर्ती प्राप्ती से जीवन आनंदी करनेवालों के लिए ही है! इसिलिए इस आध्यात्मिक ग्रुपवर केवल आध्यात्मिक पोष्ट, तथा साधना संबंधित पोष्ट की ही अपेक्षा है !   महालक्ष्मी माता की जय हो ! 🙏🙏🙏🕉️ ग्रुप एडमिन विनोदकुमार महाजन

सख्त जरूरी

 उधर ? इस्त्रायल ? धडाधड बमबारी करके बदला ले रहा है ! और हमारे यहाँ ? आज भी शांतीवार्ता ? चल रही है ❓❓❓ विनाशकाले विपरीत बुध्दी: ❓ इंग्लैंड की दुर्दशा का ❓ यही कारण है ! शांतीवार्ता ❓❓❓ विनाशकारी ठंडा खून ⁉ विनोदकुमार महाजन

जागरण

 " हम " प्रेम करते रहे ! " वो " फिर भी घात करते  रहे...." सदीयों से !!! " यह सिलसिला जारी है !! जागरण अभियान ? तेज करो !! राष्ट्रीय भी ! अंतरराष्ट्रीय भी !! विनोदकुमार महाजन

सभी समस्याओं का

 सभी समस्याओं का❓ एक ही उत्तर ???  योगीराज ?  योगी बाबा लाओ देश बचावो देश माॅंगे...  योगीमाॅडल.. योगीमाॅडल विनोदकुमार महाजन

निलेश जाधव

 [09/08, 11:51 pm] Iscon Nilesh Jadhav, Pune.: वास्तविक इन सभी बातों की खबर इंटेलिजेंस के पास थी, ये पुरा toolkit के तेहेत चल रहा है,  तो मेरा निवेदन है कृपया कोई उग्र या भड़काऊ टिपण्णी ना करें ना तो कोई उग्र आंदोलन करे, अगर भारत में आग भड़की और आर्मी को उतरना पड़ा तो वहा बॉर्डर पर चीन और पाकिस्तान  हमला करके हमारी जमीन कब्जा कर लेंगे। तो कुछ समय शांत रहे शांति से प्रतिक्रिया दे, जब निधर्मी अफजल खान छत्रपति शिवाजी महाराज को मारने निकला था तो  छत्रपति शिवाजी महाराज को अपने चंगुल में फसाने के लिए ऐसा ही उत्पात मचाया था कितने मंदिर तोड़े, मूर्तियां फोड़ी, गोर गरीब जनता पर अत्याचार किए, कितने हिंदु स्त्रियोका बलात्कार किया, हत्याएं की लेकिन शिवाजी महाराज शांत और संयमी रहे और बुद्धि से उस राक्षस का मुकाबला किया ठीक उसी तरह हमे भी चतुराई से काम लेना है तो कृपया समझदारीसे काम ले । कृपया मुझे क्षमा करे यहां सभी बहुत ही समझदार और बुद्धिमान जन है अगर कुछ गलत या कठोर बोल दिया हो तो। मेरा विश्वास है सब कुछ जल्द ही पूर्ववत हो जाएगा जय हिंद 🇮🇳🙏 [10/08, 12:56 am] Vinodkumar Mahajan: 👍 आपने भागवतज

उत्तर क्या है ?

 पूरे *देश में ???*  पूरे देश में ? और ? पूरी दुनिया में ? एक भी ऐसा ? माई का लाल ? नहीं है ? जो ? एक ही झटके में ? देश का ? और ? संपूर्ण विश्व का भी ? अराजक ? हटा सके ? और ? जो ? आसुरीक , हाहा:कारी उन्मादी , परपिडादेनेवाले हैवानियत का ? तुरंत ? नामोनिशाण ? मिटा सके ? बोलो ?? कौन उत्तर देगा ??? छत्रपती शिवाजी महाराज की जय !!  *विनोदकुमार महाजन*

जीवनाचे गणित

 जीवनाचे तत्वज्ञान !! ( मौलीक विचार धन !! ) 🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷 काळ उलटला की ? खेळ उलटतो अन् ? आयुष्यात सगळंच ? उलटंतीलटं घडतं ! म्हणून ? दुस-याच्या  आयुष्याशी खेळू नका ! नियती अन् नशीब फार क्रूर असते ! ती भल्याभल्यांनाही ? लोळवते ! अन् ? सगळेच हिशोब ? पूर्ण करते ! म्हणूनच रावणाची सोन्याची ? लंकाही जळाली ! अन् उन्मादी दुर्योधन , कँस , हिरण्यकश्यपू यांचा क्रूरपणाने ईश्वरी शक्तिकडूनच वधही झाला ! म्हणूनच भजून खाणे नेहमी फायद्याचे ! अती उतमात आणी अती मस्ती , अती माज , कपट , ढोंग , दुस-याच्या आयुष्याशी ? खेळणं....? एक दिवस सगळंच नियती संपवल्याशिवाय ? रहात नाही ! सर्वनाश ! ही उन्मादी , हाहाःकारी उन्मत्त महापातक्यांना अंतिम चेतावणी आहे ! पापाचे घडे भरले की ? सगळेच खेळ खल्लास होतात ! म्हणूनच शालिनता , नम्रता सेवाभाव इत्यादी ईश्वरी गुणसंपन्न बनून आयुष्य ? मस्त मजेत घालवावं ! परोपकारी वृत्तीनेच निरंतर जगावं ! भगवंतावर , जगावर भरभरून प्रेम करावं ! अन् ? निस्वार्थ प्रेम करूनही ? धोकाच झाला तर ? अशा घातखोराचं ? आयुष्याचचं ? नातं संपवून ? मस्त आनंदाने जगावं ! हेच आनंदी जीवनाचं सूत्र आहे ! जय हरी विठ्ठल !

सख्त कदम

 सख्त कदम.....?? संपूर्ण देश के अराजक का तुरंत और समुल उच्चाटन करने के लिए अब केंद्र सरकार को तुरंत और  सख्त कदम उठाने ही होंगे ? अन्यथा ?? देश की संपूर्ण तबाही ? कोई भी नहीं रोक सकेगा ! अंधकार मय भविष्य से बचने के लिए आज सख्त कदम उठाने ही होंगे ! समय सोचने का नही बल्कि तुरंत कृती कर दिखाने का है ! विनोदकुमार महाजन

काळजी करू नको बेटा

 " काळजी करू नको बेटा ? " " काळजी करू नको बेटा . वाघाच्या काळजासारखा हा तुझा बाप आहे . आणी रात्रंदिवस तुझ्या पाठीशी उभा आहे . अन्यायाविरुद्ध हिमतीने  लढत रहा . " अस एखादा बाप जेंव्हा पोराच्या पाठीवर हात टाकून बोलतो तेंव्हा त्या " लेकराला " हजारो हत्तीचे बळ मिळते. पण एखादा बाप क्रूरपणाने बालपणीच एखाद्या मुलाचा जीवघेणा मानसिक छळ करून , त्याचे उभारीचे पंख वारंवार छाटतो , आणी ? त्या लेकराचं उभ आयुष्यच बरबाद करतो ? अशा कमनशीबी पोरांचे उभे आयुष्यच पार बरबाद होते , अन् सगळे जीवनच जणू नरकतूल्य बनते. अशी कमनशीबी पोरं भरपूर सापडतील या देशात ? पण अशा महाभयानक जीवघेण्या प्रसंगातून ही जो मुलगा स्वतःला सावरतो अन् हिमतीने लढून काळ आपल्या हातात आणतो ? तो ? कदाचित ? जगावर राज्य सुध्दा करू शकतो.? ( भक्त रक्षक नृसिंह भगवान की जय. ) विनोदकुमार महाजन

कारी गांव

 कारी गावाचा संपूर्ण कायापालट करण्याचा आपण सगळे कारीकर संकल्प करू या. कारी गावात कोणीही गरीब , दु:खी , व्यसनी , कंगाल राहू नये यासाठी आपण पायाभरणी करु या. वृक्षारोपण , जलसिंचन , पाणी अडवा - पाणी जिरवा , व्यसनमुक्ति इत्यादि ध्येयधोरणे राबवू या. छत्रपति शिवाजी महाराज की जय. शिवाजी महाराजांचा आदर्श कृतीत उतरवू या. जय हिंद. 👍🕉️🚩🚩🚩

रामकृष्ण

 रामायण और महाभारत कभी भी काल्पनिक नहीं हो सकते अगर काल्पनिक है तो ? राम और कृष्ण भी काल्पनिक ही कहलायेंगे हिंदू धर्म में विवाद बहुत होते है इसिलिए धर्म हानि भी बहुत होती है और अधर्मीयों को बल मिलता है

मोहब्बत की दुकान ?

 *मोहब्बत की दुकान ?*   *यह तो जहर की दुकान है !!* ✍️ लेखांक : - २५२४  *विनोदकुमार महाजन* 👆👆👆👆👆👆👆 साथियों , आज कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा संपूर्ण देश की राजनीति भयंकर गंदी की जा रही है ! झूठ पे झूठ फैलाया जा रहा है ! समाज संभ्रमित किया जा रहा है ! और सत्ता प्राप्ति के लिए , समाजमन को सत्य से दूर भटकाया जा रहा है ! इसे ही नेरेटीव सेटिंग्स बोलते है ! अतएव सावधान ! वैसे तो झूठ फैलाने वालों के खिलाफ सख्त और कठोर कानून की अती आवश्यकता और तुरंत आवश्यकता भी है ! तभी जानबूझकर सत्य को बदनाम करने का भयंकर घिनौना राक्षसी कृत्य थम जायेगा ! आज के दौर में , असत्य जानबूझकर समाज में फैलाया जा रहा है , मोहब्बत की दुकान के नामसे ! साथीयों , वास्तव में यह मोहब्बत की दुकान है ही नहीं ! और नाही कभी बन सकती है ! उल्टा यह तो नफरत की दुकान है ! जहर की दुकान है ! सत्य को बदनाम करनेवालों की दुकान है ! नेरेटीव फैलाने वालों की दुकान है ! सहिष्णु , अहिंसक , दयालु , ममतालु , पुण्यवान व्यक्तीयों को हिंसक दिखाकर , असली हिंसक समाज को जिवित करने की यह एक गहरी साजिश है , गहरी चाल है ! इसीलिए , मोहब्बत की दुकान के

असली रिश्तेदार ?

 *असली रिश्तेदार कौन ?* ✍️ लेखांक : - २५२३  *विनोदकुमार महाजन* 🕉🕉🕉🕉🕉🕉🕉 हमारे असली रिश्तेनाते कौनसे ? जो हमारे खून के होते है , यही हमारे असली रिश्तेदार होते है ? नही ! ईश्वर ने खून का रिश्ता तो बनाया ! मगर यही रिश्तेनाते हमारे मुसिबतों में कितना आधार देते है ? यह बात भी महत्वपूर्ण होती है ! वास्तव में मुसिबतों के क्षणों में जो आधार देते है , वही असली रिश्तेनाते होते है ! मुसिबतों के क्षणों में हमें रूलानेवाले , नरकयातनाएं देनेवाले , हमारे रिश्तेदार कैसे बन सकते है ? इसिलिए , असली रिश्तेदार कौन ? यह महत्वपूर्ण विषय है ! सुखदुःख में साथ देनेवाली माँ होती है !  और माँ के बाद ? सद्गुरू !! सद्गुरू ही हमारे असली रिश्तेदार होते है ! जो हमें ब्रम्हज्ञान देकर , ईश्वर से निरंतर नाता जोड देते है ! इसिलिए जन्म जन्मांतर जो साथ में रहते है , साथ भी देते है , आधार भी बनते है , वहीं हमारे असली रिश्तेदार होते है ! आत्मा के रिश्तेदार ! जन्म जन्म तक निरंतर साथ रहनेवाले रिश्तेदार ! खून के रिश्तेदार तो इस जन्म तक ही मौजूद रहते है ! मृत्यु के बाद सब बिखर जाते है ! मगर आत्मा के रिश्तेदार ? जन्मजन्मों

जग मला हसेल का ?

 *जग मला हसेल का ?* ✍️ लेखांक : - २५२२  *विनोदकुमार महाजन* 😂😂😂😂😂😂😂 दुनियादारी आणी रिश्तेदारी फार विचित्र असते भावांनो . तुम्ही कसं जरी वागंल ना ? तरी ही दुनिया तुम्हाला नावेच ठेवणार , हे पक्के ध्यानात ठेवा . अगदी ईश्वर स्वरूप बनून जगावर जरी उपकार केले तरी जग हे तुम्हाला हसणारचं . तुमचे दोष काढणारचं . तुम्हाला चक्क वेड्यातसुध्दा काढणारचं . त्यामुळे आयुष्यात जर तुम्हाला पुढे जायच असेल , मोठ्ठ व्हायच असेल , फार मोठ्ठ नांव कमवायचं असेल तर विचित्र दुनियादारीचा आधी विचार करन सोडा . मला जग नांव ठेवेल , हसेल असा विचार करणं सोडून द्या . आणी बिनधास्त होऊन ध्येयाकडे वाटचाल सुरू ठेवा . दुनिया फार क्रुर आहे मित्रांनो . मी स्वतः अनुभवलं आहे . दुसरी महत्वाची गोष्ट लक्षात ठेवा , जसंजसं तुमचं चांगल होत राहिल , तसतसी दुनिया तुमच्यावर जास्तीत जास्त जळत राहील , तुमच्या कार्यात विघ्न टाकिल , तुम्हाला चौतरफा बदनाम करेल , अगदी तुमचं जगणं मुश्कील करेल , तुम्हाला असह्य नरकयातना देऊन सदैव  ढसढसा रडवेल सुध्दा . तुमच्या वाटेत काटे टाकणं , हाच दुनियादारीचा स्वभाव आहे . संकटकाळात तुम्हाला कोणीसुध्दा मदत तर क

माणसं

 माझ्या लहानपणी माणसं एकमेकावर भरभरून  प्रेम करायची ! पण आता माणसं एकमेकावर भरभरून कपट करतात ! कितना बदल गया इंन्सान ? विनोदकुमार महाजन

महाक्रांति अभियान

 संपूर्ण देश में और संपूर्ण विश्व में हैवानियत  के विरुद्ध " महाक्रांति अभियान " तेज करना है ! विनोदकुमार महाजन

योगी आदित्यनाथ

 [22/07, 10:05 pm] +91 89583 99975: इन सुरो की जुबान बंद करने के लिए सरकार को तत्काल देश निकला अध्यादेश जारी कराना चाहिए। ताकि ये अपनी गंदी बातें बोलने की हिम्मत न करे [22/07, 11:15 pm] Vinodkumar ( Bapuji ): यहाँ केवल योगी आदित्यनाथ जी ही कार्य कर सकते है बाकी में हिम्मत नहीं है पश्चिम बंगाल में हरदिन अनेक हिंदुओं की हत्याएं हो रही है और मोदी सरकार निद्रीस्त है पूरा यूपी गुंडागर्दी से दूर है तो पूरा देश ऐसा क्यों नहीं हो सकता है ? पूछता है भारत

आण्णा

 माझे सद्गुरू , माझे आण्णा , माझे आजोबा यांनी मला गुरु दत्तात्रेयासकट दर्शन देऊन , विश्व कार्यासाठी वरदहस्त ठेवला , त्या माझ्या आण्णांच्या पवित्र चरणकमलावरती माझा संपूर्ण देहच समर्पित आहे. आण्णा तुम्ही जन्मोजन्मी माझ्या बरोबर आहात याची खात्री पटली आहे. देहत्यागानंतरही तुम्ही माझ्या जीवनात अनेक चमत्कार घडवले. धन्य आहे तुमची माझी मायमाऊली आण्णा. तुमचचं लाडकं पिल्लू बापू गुरूपर्णीमेचे कोटी प्रणाम आण्णा

सफलता

 *विश्व स्वधर्म सुर्ये पाहो !!*  🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞  *विश्व के संपूर्ण हिंदुओं को*  सुरक्षित , संपन्न , एक बनाने की मैं यशस्वी रणनीति बना रहा हूं ! और सद्गुरु आण्णा की कृपा तथा अनेक देवीदेवताओं की कृपा के कारण मैं जल्दी ही मेरे कार्यों में सफल भी हो रहा हूं ! वादा रहा !  *यश की चाबी मुझे मिल गई है !*  मैं जीवन में कभी झूटे वादे नहीं करता हूं ! बल्कि वादा निभाता हूं ! शपथ सद्गुरु चरणों की ! आप सभी भी मुझे साथ देने  के लिए अपने सद्गुरु चरणों की शपथ लिजिए ! धर्म की जय हो ! अधर्म का नाश हो ! " *विश्व स्वधर्म सुर्ये पाहो !! "*  मेरे ईश्वरी कार्यों में अब ना मुझे कोई इंन्सानी शक्ति रोक सकती है , ना कोई हैवानी , सैतानी ताकत !! जय श्रीकृष्णा !! हर हर महादेव !!  *विनोदकुमार महाजन* 🕉🚩🕉🚩🕉🚩🕉🚩

देवानंद तिवारी , दिल्ली

 आपके द्वारा  इस्त्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू जी से मिलने का पूरा इंतजाम होगा ऐसी आशा करता हूं ! आपके परिचित कोई सांसद द्वारा ऐसा इंतजाम होगा तो बेहतर होगा ! वैश्विक रणनीती बनानी है ! मेरे लिए प्रयास जरूर किजिए ! 🕉

उपाय

 हिंदुओं पर हरदिन होनेवाले भयंकर अत्याचार रोकने के लिए कौनसा अंतिम उपाय जरूरी है ? विनोदकुमार महाजन

मरा हुवा साँप ??

 *मरा हुवा साँप जींदा हो सकता* *है ?* ✍️ लेखांक : - २५२०  *विनोदकुमार महाजन*  🐍🐍🐍🐍🐍🐍🐍 जी हाँ ! कैसे ? जानीए.... जहरीला साँप ? एकबार काटता है तो ? उस सजीव की तुरंत जान जा सकती है ! और इंन्सानरूपी दुष्टात्मे भी साँपों से भी भयंकर होते है !? वैसे ही दुष्टों द्वारा सज्जनशक्तियों को बारबार परेशान किया जाता है तो ? ऐसे जहरीले साँप जैसे दुष्टों का बंदोबस्त सदा के लिए करना ही चाहिए ना ? मगर हम तो ठहरे सहिष्णु ? अहिंसा और परोपकार ही हमारे खून में कुटकुटकर भरा हुवा है ! मगर फिर भी हमें कोई व्यक्ति जानबूझकर बारबार.... हिंसक हिंसक कहके प्रताडित , अपमानित कर रहा है , सहिष्णु समाज को ही उल्टा बारबार बदनाम कर रहा है , समाज में भयंकर संभ्रम फैला रहा है तो ? इसे क्या कहेंगे ? इसका तुरंत कानूनी कार्यवाही से बंदोबस्त करना ही चाहिए ना ? या फिर मुकदर्शक तमाशाई बनकर ?   हिंदुओं को विनावजह और जानबूझकर बदनाम करनेवाले को ? और जादा प्रोत्साहित करना चाहिए ? मुकदर्शक मत बनो ! सभी सत्यप्रेमी यह समझ रहे थे की , यह तो मरा हुवा साँप है ? मगर इसी जहरीले साँप ने कमाल कर दिखाया ना ? हिंसक हिंसक कहके ? भरी लोकसभा

प्रेम से दुनिया ?

 *क्या प्रेम से दुनिया जीती जा* *सकती है ?* ✍️ लेखांक : - २५१९  *विनोदकुमार महाजन*  🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷 प्रेम !! कितना पवित्र शब्द ? ईश्वर के ह्रदय से निरंतर निर्माण होनेवाला अमृत ! और नफरत , द्वेष , मत्सर ? ऐसा जालिम जहर तो भयंकर होता है ! और जो उन्मादी हैवानों के ह्रदय से निरंतर बहता रहता है ! और कलियुग में यह जहर दुष्टों के कंठ में निरंतर रहता है ! और सज्जनशक्तियों को देखकर ऐसा दुष्टों का कंठ का जालिम जहर तुरंत बाहर निकलता है ! प्रेम से ईश्वर जीता जा सकता है ! और चौबिसों घंटे ईश्वर हमारे साथ भी रह सकता है ! मेरा अनुभव है ! मगर वही ईश्वर ने बनाया हुवा मनुष्य प्राणी सचमुच में प्रेम से जीता जा सकता है ? हरगीज नहीं !! कैसे ? श्रीकृष्ण स्वयं भगवान होकर भी ना प्रेम से दुनिया जीत सका ! ना प्रेम से सत्य की जीत कर सका ! ना धर्म की जीत करा सका ! क्योंकी सज्जनों का ह्रदयपरिवर्तन हो सकता है ! मगर दुर्जनों का ह्रदयपरिवर्तन कभी भी नही हो सकता है ! इसिलिए ईश्वर को भी सत्य की और धर्म की जीत के लिए आखिर धर्म युध्द का ही रास्ता अपनाना पडा ! देखिए , जब परमात्मा श्रीकृष्ण स्वयं कृष्णशिष्टाई करने के लिए दुर्

येथे पाहिजेत जातीचे

 *येथे पाहिजेत जातीचे !!*  ✍️ लेखांक : - २५१८ @@@@@@@@@ ध्येयासाठी वेडे झालेले ध्येयपुर्तीसाठी सर्वस्वाचे बलिदान करणारे  धगधगता अग्नी अन् तेज असणारे  " क्रांतिवीर " आता भेटणे शक्य नाही . स्वातंत्र्य प्राप्तीसाठी सर्वस्वाचे बलिदान करणारे , सर्वस्व झोकून देणारे , प्रसंगी मृत्युची सुध्दा पर्वा न करणारा महान क्रांतिकारक निर्माण करणारा तो काळ , ते मंतरलेले दिवस , ते झपाटलेले दिवस केंव्हाच संपले आहेत . ध्येयवेडे तरूण कुठेच दिसत नाहीत . अंधाधूंद अन् स्वार्धांध झालेले बरेच दिशाहीन , व्यसनाधीन तरूण जागोजागी दिसत आहेत . स्वार्थ अन् धनासाठी , ऐशोआरामासाठी वाट्टेल त्या थराला जाणारा तरूण पावलोपावली निर्माण होतो आहे . योग्यता , लायकी नसतानासुद्धा सरकारच्या बोकांडी बसून मला हे पाहिजे , मला ते पाहिजे म्हणणारे बांडगूळं जागोजागी निर्माण होताहेत . खरंच समाज भिकारी झाला का ? हीन - दीन - लाचार - कंगाल - स्वाभीमानशून्य - हतबल - निस्तेज झाला का ? देण्याची भावनाच संपली . दातृत्वचं संपल . परोपकार संपला . सगळंच मला मला ? परनिंदा , परपीड़ा यातच आसुरी आनंद वाढला ? कुणी केलं एवढं सगळं भयानक ? आकाशाएवढी वि

मोदिजी

 मोदिजी असुरी शक्तियों पर अंतिम तथा निर्णायक प्रहार करने का समय आ गया है ! यही समय है ! कर दो आखिरी प्रहार और कर दो सदा के लिए तबाह सैतानी शक्तियों को ! सौ कौरवों पर पाँच पांडव भारी होते है  यह सिध्द करने का समय आ गया है ! कर दो अंतिम प्रहार ! धर्म की जय हो ! विनोदकुमार महाजन

विचार करा

 अखंड सावधान !! ✍️ २५१६ कुणावर उपकार करताय ? मानवतेच्या नात्यातून इतरांना सहकार्य करताय ? थांबा...विचार करा... समोरच्याची आधी परीक्षा घ्या. मगच सहकार्य करा अन्यथा ?? फसगत होऊ शकते. या घोर कलियुगात तुम्हाला बरबाद करण्यासाठी अनेक मनुष्यरूपी जहरीले साप जाळं लावून बसलेले आहेत. ज्याच्यावर उपकार करताय तोच उद्या सापासारखा फना काढून तुमच्या समोर उभा राहू शकतो. आणी दंशही करू शकतो. दुष्ट , कृतघ्न , बेईमान ,स्वार्थी , मतलबी , ढोंगी लोकांपासून हमेशा सावध रहा. असे लोकं तुमचे मानसिक , शारीरीक , आर्थिक सोशनही करू शकतात. तुमचा दयाळू , मायाळू , प्रेमळ स्वभावच तुम्हाला नडू शकतो. त्यामुळेच संत सज्जन सांगतात " अखंड सावधान ! " वेळ फार वाईट आहे. कलियुगाचं विनाशकारी वादळ भयावह आहे. या विनाशकारी वादळात स्वत:च अस्तित्व टिकवून ठेवायलासुध्दा दररोजच आणी पावलोपावली तारेवरची कसरत करावी लागते. कोण ? कधी ? कुठे ? घात करील याचा भरवसा नाही. सदैव डोळसपणे जगणे हेच सर्व समस्यावर उत्तर आहे. पटलं तर घ्या , नाहीतर ? सोडून द्या . वेळ निघून गेल्यावर पश्चाताप करण्यात अर्थ नसतो. वेळीच सावध झालेलं केंव्हाही चांगल. हिंदू

हिंदुओं को

 *हिंदुओंको जानबूझकर गरीब* *क्यों बनाया गया ❓* ✍️ लेखांक २५१५  *विनोदकुमार महाजन* 🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔 हर हिंदू के लिए यह लेख अत्यंत महत्वपूर्ण है ! विशेषत: आर्थिक समस्याओं से निरंतर जूंझनेवाले हिंदुओं के लिए ! सोने की चिडिय़ा वाला यह भारत देश , जहाँ संपन्नता , समृद्धि कुटकुटकर भरी थी ! हर घर से सोने का धूवाँ निकलता था यहाँ ! तो ऐसा क्या हो गया कि हिंदुओं का आर्थिक स्तर आज निचे आ गया ? सोने की चिडिय़ा वाला देश गरीब क्यों हो गया ? इसका विस्तार से विश्लेषण का प्रयास इस महत्वपूर्ण लेख में किया गया है ! अनेक लुटोरें , आक्रमणकारियों ने , मुगल , अंग्रेज जैसे क्रूर अत्याचारीयों ने अनेक सालों न केवल यहाँ पर राज किया बल्कि अनेक सालों तक यहाँ का धन भी भरभरके लूटा ! इसके साथ ही यहाँ की संस्कृति बरबाद , नामशेष करने का प्रयास भी लगातार किया गया ! अनेक सालों तक यहाँ के मूल निवासी हिंदुओं का शारीरक ,मानसिक , आर्थिक सोशन किया गया ! परिणाम यह हुवा की हिंदू समाज केवल आर्थिक मुसिबतों ही नहीं फँसा बल्कि , धीरे धीरे संस्कृति शून्य भी बनता चला गया ! आजादी के बाद भी अनेक भ्रष्टाचारी , लुटेरों ने देश को , यहाँ की संस

क्रांती

 वैश्विक  महाक्रांती  अभियान...🕉️🚩 विनोदकुमार महाजन

हिंदू एकता ( कारी ग्रुप )

 प्रत्येक  हिंदुंना सर तन से जूदा ही मृत्युदंड शिक्षा टाळायची असेल तर हिंदुनों एक व्हा. हिंदुत्ववादी पक्षाला मतदान करा. तरच आपण जीवंत राहू शकतो. कश्मीर मध्ये असेच हिंदू मारले आहेत. पाकिस्तान मध्ये अनेक हिंदू मारले जात आहेत. केरळ , पश्चिम बंगाल मध्ये भयंकर घडते आहे. एक व्हा बाबांनो. भूलथापांना बळी पडू नका. जातीपातीत भांडत बसू नका. वेळ फार वाईट आहे.

बच्चे मन के सच्चे

 बच्चों को प्रताड़ित , अपमानित मत करो !! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 बचपन में अगर किसीके नशीब में प्रेम के बजाए मानसिक उत्पीड़न , छल , कपट नशीब में होता है , बचपन में ही जिसके पंख क्रूरतापूर्वक छाटें जाते है उसका संपूर्ण जीवन अतीभयावह बन जाता है ! इसिलिए छोटे छोटे निष्पाप बच्चों के साथ निरंतर प्रेम करते रहो ! उसका आधार बनते रहो ! छोटे बच्चे ईश्वर का अंश होते है ! बच्चे फुलों जैसे होते है ! अतीभयावह मानसिक उत्पीड़न के कारण अनेक छोटे बच्चों का अनेक कारणों से , अथवा अनेक बिमारियों के कारण अकाल मृत्यु हो जाता है , अथवा वह जीवनभर के लिए , अट्टल गुनहगार बन जाता है , अथवा कोई व्यसनाधीन बनकर जीवन उध्दस्त कर देता है , अथवा कोई निराशा के गर्ते में आकर आत्महत्या कर देता है ! अथवा कोई आजीवन पागल बनकर , अनाथ - निराधार - निराश्रित बनकर , मन से ही विचित्र बातें करते , रास्ते पर भटकता रहता है ! पागल का कौन रखवाला होता है ? तो एखाद बच्चा नारसिंव्ह भक्त प्रल्हाद बन जाता है ! और इतिहास बना देता है ! बचपन में अगर प्रेम के बजाए किसी को भयंकर नरक यातनाएँ , अन्नान्न दशा का सामना करना पड़ता है , वह शख्स जीवन भर के लिए क्रूर ब