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Showing posts from 2024

ब्लैक मैजीक

 " *ब्लैक मैजिक " और मनुष्य* ✍️ २५८५ 🕉🕉🕉🕉🕉 क्या सचमुच में ब्लैक मैजिक होती है ? जी हाँ ! यह वास्तव है , बल्कि कोई कल्पना नहीं है ! जैसे हमारी आत्मा होती है मगर दिखती नही है , वैसे प्राणवायु भी होता है , और वही अदृश्य प्राणवायु हमारे आत्मा और बाहरी निराकार ब्रम्ह से जूडा रहता है ! निरंतर ! सभी अदृश्य मगर फिर भी विश्वसनीय सत्य ! इसे कोई भी नकार नहीं सकता है ! तो इसी आत्मा से अथवा आत्मशक्ति से संबंधित मंत्रशक्ति भी होती है ! इस मंत्रशक्ति के प्रभाव और परिणाम अब विज्ञान भी स्विकारने लगा है ! और ऐसी मंत्रशक्तीयों का प्रभाव भी अदृश्य ही होता है ! मगर परिणाम तो दिखाई देते है ! ठीक इसी प्रकार से मंत्रशक्तीयों पर आधारित ब्लैक मैजीक भी होता है ! किसी का बुरा करने के लिए ही ऐसे ब्लैक मैजीक का दुरूपयोग किया जाता है ! करणी , भानामती ,मूठ , जारण , मारण ,उच्चाटन इसी मंत्रशक्तीयों द्वारा किए जाते है ! पिशाच और पिशाच बाधा अलग होती है ! और पिशाचों को अथवा स्मशान साधना द्वारा , प्रेतों द्वारा मंत्रशक्तीयों द्वारा वश में करके उसके द्वारा बुरे कर्म किए जाते है , इसे ही ब्लैक मैजीक कहते है ! ...

चक्रव्यूह

 नियती का चक्रव्यूह ?? ✍️ २५८४ नियती ने मुझे ऐसे भयंकर चक्रव्यूह में जकडकर रखा था , शायद उससे बाहर निकलना ही असंभव था ! मगर मेरे सद्गुरु आण्णा की परम कृपा से ऐसे भयंकर और विनाशकारी चक्रव्यूह से , ईश्वरी कार्य के लिए मैं बाहर आ गया हूं ! शायद सत्य और सभी सत्यवादीयों को नियती ने ऐसे ही जकडकर रखा है ? इसीलिए सत्यवादी और सत्य तडप रहा है ? इसिलिए तो अनेक महात्माओं को भी ऐसे ही नियती ने जकडकर रखा था ? शायद इसीलिए ही ऐसे महापुरुष अपने अंतिम मकसद और यश तक नहीं पहुंच सके ? ( कलियुग में सत्य तो तडपेगा ही ना ? कलियुग का उल्टा न्याय ! ) हरी ओम् विनोदकुमार महाजन

गहरी चाल ??

 जानो , जागो !! ✍️ २५८३ केवल और केवल एक ही मत के आधार पर ,  घात करके सत्ता हतीयायी और फर्जी लोकतंत्र के नामपर ( लोकतंत्र को ही खत्म करने का , असली खेल तो यही से ही आरंभ हुआ है ) अंदरूनी गुप्त तानाशाही चलाकर हिंदुत्व को बरबाद करने का भयंकर जालिम षड्यंत्र रचाकर देश और यहाँ की आदर्श संस्कृति को तबाही की कगार पर लाकर खडा कर दिया !  आज का भयंकर अराजक उसी का परिणाम है ! सोचो , समझो , जानो , जागो और असली गुनहगारों को पहचानकर , इसकी अंतिम काट निकालो ! तभी देश बचेगा , तभी संस्कृति बचेगी ! गुप्त तानाशाही में , गुप्त षड्यंत्रों द्वारा , हिंदुत्व की आवाज उठाने वालों को ही , भयावय षड्यंत्रों द्वारा संपूर्ण नेस्तनाबूद करने की , अनेक जटिल योजनाएं बनाई गई ! इसकी यशस्वी रणनीति द्वारा यशस्वी काट तो ढूंडनी ही पडेगी और सही अर्थ से लोकतंत्र तो बचाना पडेगा ! और यशस्वी काट निकालना आज इतना भयंकर जटिल है कि , आज भी षड्यंत्रकारीयों ने सत्य को , चारों ओर से , और पूर्ण रूप से घेर के रखा है ! शिवाजी महाराज की यशस्वी रणनीति ही ऐसे भयानक षड्यंत्रों के चक्रव्यूह को भेद सकती है , और असली लोकतंत्र बचा सकत...

चिटींग

 केवल ? एक ही मत से ? सर्वोच्च सत्तास्थान ? हस्तगत किया ( किसने ? ) और अनेक सालों तक राज्य करके संपूर्ण देश का सिस्टम ही खराब कर दिया ! क्या अब यही रास्ता अपनाकर ? फिरसे ? सडा हुवा सिस्टम ही ? दुरूस्त करना होगा ? और लोकतंत्र बचाना होगा ? यही एकमेव और अंतिम मार्ग बचा हुवा है ? अन्यथा ??? विनोदकुमार महाजन

हिंदुराष्ट्र

 जबतक हिंदुराष्ट्र नहीं बनता है , तबतक ? स्वस्थ और शांत ? नहीं बैठेंगे ! विनोदकुमार महाजन

नवसमाज

 नवराष्ट्र की ओर.... ✍️ २५८१ 🌞🌞🌞🌞🌞 संपूर्ण देश को गुमराह करके केवल एक मत के आधार पर , प्रधानमंत्री बनकर , रात के अंधेरे में बनाया गया , ईश्वरीय शक्तियों को दबाने वाला और आसुरीक शक्तियों को निरंतर बढावा देने वाला यह फर्जी लोकतंत्र हमें बिल्कुल भी अस्वीकार्य है !  चलो क्रांति की ओर !! चलो तेजस्वी समाज की ओर !! चलो सबको सुखी , संपन्न , आनंदी , ऐश्वर्यसंपन्न , सुसंस्कृत , मानवताप्रेमी  बनाने वाले नये लोकतंत्र की ओर !  चलो नवसमाज की ओर !!  चलो नवराष्ट्र की ओर !! जय हिंद !! वंदेमातरम् !! 🌞🌞🌞🌞🌞 विनोदकुमार महाजन

सफाया

 समाज और राष्ट्र को खंडित करने का सपना  देखने वाले राष्ट्रद्रोही  शक्तियों का संपूर्ण  सफाया ?? विनोदकुमार महाजन

सनातन

 सनातन धर्म के वैश्विक कार्य के लिए आपको मेरा सहयोग तो करना ही पडेगा !! क्योंकी यह कार्य मेरा नही बल्की ईश्वर का है !! और मैं आपका ना सही ईश्वर तो आपका ही है ना ? विनोदकुमार महाजन

धर्म जागृती

 संभाजी राजे जैसे  महान आत्मा ने धर्म के लिए बलिदान दिया ! धर्म के लिए आप क्या कर रहे हो ? मैं तो धर्म जागृती का दिनरात प्रयास ईमानदारी से कर रहा हूं ! विनोदकुमार महाजन

तूफान

 हिंदुत्व का तूफान... ✍️ २५८० 🚩🚩🚩🚩🚩 भगवान का भगवा भगवे का प्रचंड शक्तिशाली तूफान.... हिंदुत्व का तूफान.... सनातन संस्कृति का शक्तिशाली तूफान.... ईश्वर निर्मित आदर्श संस्कृति का तूफान.... संपूर्ण देश में और संपूर्ण विश्व में , विश्व के कोने कोने में , तेजी से , बहुत तेज गती से.... विविध माध्यमों द्वारा दूर दूर तक पहुंचाना है ! विश्व के अनेक भाषाओं में सांस्कृतिक फिल्मों का निर्माण , अनेक किताबों का लेखन एवं पुनर्लेखन , सोशल मीडिया , इलेक्ट्रॉनिक मीडिया , प्रिंट मीडिया जैसे अनेक प्रभावी माध्यमों द्वारा , तेज गती से  यह तूफान फैलाना है ! हर देश , शहरों में गुरूकुल ,गौशाला का भी निर्माण करना है ! हर देश के राष्ट्र प्रमुखों को भी साथ में लेना है ! आप सभी महात्माओं को नम्र निवेदन एवं नम्र  आवाहन करता हूं की.... इसका प्रभावी हिस्सेदार बनें ! बानरों के बिना राम अधूरा है ! गोपालों के बिना कृष्ण भी अधूरा है ! मावलों के बिना राजा भी अधूरा है ! मैं तो एक छोटासा जीव आपके सहयोग के बिना भी अधूरा ही हूं ! बोलो सनातन धर्म के वैश्विक कार्य के लिए क्या सहयोग करोगे ? तन मन धन से ? मन बु...

गुरूमंत्र

 गुरूमंत्र आपको ब्रम्हज्ञान भी देगा ,  सिध्दीयाँ भी देगा , दिव्यज्ञान और दिव्यत्व भी देगा ! सद्गुरु चरण ही मेरा  प्राण !! विनोदकुमार महाजन

कमाल ही कमाल

 कमाल की बात है ना ?? ✍️ २५७९ 🤔🙊🤦‍♂️🌞🤔 विश्व पटल पर अनेक ख्रिश्चन राष्ट्र है अनेक मुस्लिम राष्ट्र भी है और बौध्द राष्ट्र भी है मगर संपूर्ण विश्व पटल पर एक भी हिंदुराष्ट्र नही है ? कमाल की बात है ना दोस्तों ?? और फिर भी हिंदू ? गहरी निद्रा में सोया हुवा है ? यह तो और भी कमाल की बात है ना ? बहुसंख्यक हिंदू होकर भी अनेक जटिल कानून बनाकर हिंदू चारों ओर से बाँधकर रखा है , जकडकर रखा है.... और दूसरों को चारों तरफ से उनका धर्म बढानी की खुली छूट दे रखी है.... और इसके खिलाफ शक्तिशाली और बुलंद आवाज उठाकर बहुसंख्यक समाज को तुरंत न्याय दिलानेवाला ? एक भी माई का लाल नही है इस देश में ? चमकता तेजस्वी तारा ? यह तो और भी भयंकर कमाल की बात है ना ? केवल एक मत के आधार पर , संपूर्ण देश को गुमराह करके और अंधेरे में रखकर , किसीको प्रधानमंत्री बनाकर , यहाँ का लोकतंत्र बनाया गया.... यह लोकतंत्र आज भी पिढी दरपिढी एक ही खानदान येनकेन प्रकारेण चला रहा है और हिंदू समाज भी ?? उसीको सरपर लेकर , नाच रहा है ?  भरभरके मतदान करके , वहीं एकमत वाला लोकतंत्र चला रहा है ?? है ना कमाल ही कमाल ? सबकुछ कमाल ?? मु...

अनुत्तरित ?

 अनुत्तरित ?? ✍️२५७८ 🚩❓🚩❓🚩❓ हिंदुराष्ट्र निर्माण ? बस्स्...खाली लिखना  और बोलना...हमारे हाथ में ? कुछ भी नहीं है ! और ? नाही सरकार कुछ कर सकती है ! वातावरण निर्मिती तो हो रही है , धीरे धीरे थोडाबहुत समाज भी जाग रहा है ! मगर हिंदुराष्ट्र निर्माण के परीणाम अथवा गती ? नही दिखाई दे रही है ! ठोस कदम , ठोस कानून और ठोस एक्शन से ही हिंदुराष्ट्र बनेगा ! इसके लिए ? तीव्र इच्छाशक्ती की सख्त जरूरत होगी ! कौन और कैसे ? तोडेगा यह चक्रव्यूह ?? सोशल मीडिया का कुछ प्रतिशत हिस्सा , कुछ गिनेचुने टिव्ही चैनल और कुछ गिनेचुने अखबार ही यह मुद्दा उठा रहे है ! मगर इसके लिए अपेक्षित तेज गती की क्रांती की  लहर कौन लायेगा ? कैसे लायेगा ? सभी मजबुरीयों को तुरंत कौन हटायेगा ? और अंतिम परिणामों तक कौन पहुंचेगा ? यह सब अनुत्तरित है ! तेज गती से बढती हैवानियत को भी कौन रोकेगा ?  यह भी अनुत्तरित ही है !? नियती और ईश्वर भी आखिर क्या चाहते है ?? देवीदेवताओं की ,ऋषिमुनियों की ,साधूसंतों की , सिध्दपुरूषों की ,महापुरुषों की , चमत्कारी सिध्दपुरूषों की , हठयोगीयों की यह तेजस्वी भूमी ? आखिर इतनी हतबल क्य...

महापुरुष

 जब संत ज्ञानेश्वर निवृत्तिनाथ , सोपानदेव और मुक्ताबाई को संपूर्ण समाज और रिश्तेनातों ने बहिष्कृत किया था तब , स्वयं ईश्वर उनके लिए कुछ अलग ही योजनाएं बना रहा था ? महापुरुषों का इतिहास !! विनोदकुमार महाजन

गुरूवंदन

 गुरूवंदन 🙏🙏🙏🙏🙏 हमारा जालिम और अतिभयंकर दुखदर्द , प्रारब्ध भोग और यह संपूर्ण जहर भोगने के लिए शायद हमें चोबिस जनम भी लेने पडेंगे ! मगर सद्गुरू के मंत्र के जाप से इसी जनम में ही हमारे प्रारब्धभोग जलकर राख हो जाते है और हमें नवजीवन प्राप्त होकर , एक आनंदी , चैतन्यमयी , यशस्वी आयुष्य प्राप्त होकर , एक सुखदाई जीवन आरंभ हो जाता है ! मेरा तो यही अनुभव है ! आप भी अनुभव किजिए ! और दिव्यत्व की प्रचिती लिजिए ! गुरूचरणों पर सबकुछ समर्पित कर देने से ही जीवन का और जन्म जन्मांतर का कल्याण है ! सद्गुरू आण्णा के परमपवित्र चरणकमलोंपर मेरा सारा जीवन समर्पित है ! ।। गुरूरब्रम्हा गुरूरविष्णु गुरूरदेवो महेश्वर: गुरू: साक्षात परब्रम्ह तस्मै श्री गुरवे नम: ।। 🙏🙏🙏🙏🙏 विनोदकुमार महाजन

धर्म

 " वो " कुछ भी काम करके पैसा कमा रहे है और धर्म बढा रहे है  और " हम " जमीन जायदाद बेचकर ऐशोआराम कर रहे है और धर्म को बदनाम कर रहे है???  विनोदकुमार महाजन

युगों युगों से

 युगों युगों से लेकर युगों युगों तक जो भी असत्य, अधर्म और हैवानियत का पक्ष लेगा वह सब मारे जायेंगे !  श्रीकृष्ण:शरणं मम्!!  विनोदकुमार महाजन

धर्म युध्द

 धर्म युध्द में सामने चाहे द्रोणाचार्य जैसा गुरू हो दुर्योधन जैसा भाई हो अथवा भिष्म पितामह  जैसा पितामह हो सबको.... ठोक दो....यही सर्वश्रेष्ठ दैवत भगवान श्रीकृष्ण सिखाते है !! विनोदकुमार महाजन

निरर्थक

 हम जिसके सुखों के लिए ईश्वर से निरंतर प्रार्थना करते है , वही हमें निरंतर जहर देता रहेगा तो हमारे उस प्रार्थना का भी क्या मतलब होगा ? निरर्थक प्रार्थना और ? निरर्थक प्रेम  विनोदकुमार महाजन

वैश्विक क्रांती

 मेरे सभी हिंदू साथीयों चलो वैश्विक क्रांती अभियान हम खुदसे ही आरंभ करते है ! हर एक के माथेपर भगवान का भगवा तीलक लगाते है और हर घरपर भगवान का भगवा ध्वज  भी लहराते है !! हर हर महादेव !!! विनोदकुमार महाजन

हे ईश्वर

 हे ईश्वर , संपूर्ण विश्व के कोने कोने में फैले हुए , हर हिंदू को ऐश्वर्य संपन्न , कट्टर हिंदुत्ववादी और संस्कृतीसंपन्न भी बना देना ,ऐसी प्रार्थना करता हूं !! हम सभी हिंदुत्ववादी मिलकर उसी दिशा में  प्रयास भी जारी रखते है !! हर हर महादेव !!! विनोदकुमार महाजन

हमारे घर में ?

 *हमारे ही घर में ?*   *हम सभी असुरक्षित है ??* ✍️ २५७५ *************** हमारा घर ? सुरक्षित था ! हम सभी ईश्वर पर प्रेम करनेवाले, भूतदया वाले , सहिष्णू ,परोपकारी, सुसंस्कृत थे ! सभीपर प्रेम करनेवाले ! पवित्र, निरपेक्ष, निस्वार्थ प्रेम ! खुद भूके रहकर दुसरों को रोटी खिलानेवाले ! " अतीथी देवो भव: " का संदेश देनेवाले और ऐसा शुध्द, स्वर्गीय वातावरण रखनेवाले ! मगर !? कुछ साल पहले !? " भाईचारे " की नौटंकी करके ,  " हमारे घर में " मेहमान के रूप में ? " वास्तव में " एक घुसपैठी ,बेईमान , नमकहराम,रक्तपिपासू , आक्रांता घूस गया ! " हम जो ठहरे ? " मानवतावादी ! शत्रू पर भी प्रेम करनेवाले ! खुद का सबकुछ दूसरों को बहाल करनेवाले ! मगर ? घात हो गया ! हमारी पवित्र नजरों ने , हमारे आदर्श सिध्दातों ने ही हमारा घात कर दिया ! क्योंकी , " भाईचारे का ड्रामा करनेवाला ही..." " आस्तिन का साँप निकला ! " हमारी आँखे तो खुल गई ! मगर अब तो बहुत देर हो चुकी थी ! क्योंकी वह मेहमान, वह अतिथी ,वह भाईचारे वाला अब.... हमारे ही घरपर कब्जा बोल रहा है ! हमारे...

मोहजाल

 *मोहजाल !??*  ✍️२५७४ ⁉⁉⁉⁉⁉ गौतम बुद्ध ? पत्नी का त्याग किया ? बहुत बडा नाम कमाया ! भक्ती वेदांत प्रभुपाद ? पत्नी का त्याग किया ? बहुत बडा नाम कमाया ! नरेंद्र मोदी ? पत्नी का त्याग किया ? बहुत बडा नाम कमाया ! योगी आदित्यनाथ ? घरदार छोड दिया ? बहुत बडा नाम कमाया ! बाबा रामदेव ? घरदार छोड दिया ? बहुत बडा नाम कमाया ! जिसने भी घरदार छोड दिया  झूठा मायाजाल छोड दिया ? रिश्तेनाते छोड दिये ? विश्व में वे सब ? महान बन गये ! आसान नही है घरदार, रिश्तेनाते ? सदा के लिए ? छोड देना ! ?? मोहजाल....!!? झूठा....!!!? 🕉🕉🕉🕉🕉  *विनोदकुमार महाजन*

उन्मादी

 रावण,दुर्योधन, कँस, हिरण्यकश्यपू उनके पापों से नही मरते है ! बल्की ईश्वर को अवतार लेकर ही उन्हे मारना पडता है !! वास्तव है ना ?? हरी बोल !! विनोदकुमार महाजन

सावरकर

 सावरकर लढले देशासाठी , हिंदुत्वासाठी आजीवन... आणी शेवटी ? प्रायोवेशन करून ? देहत्याग करावा लागला !! नायक ? खलनायक ठरले आणी...खलनायक ? नायक ठरले.... दुर्देव....हुश्य... अजुनही ? या देशात सत्पुरूषांची अवस्था ??? कवडीमोल.... विनोदकुमार महाजन

पत्थर

 एकबार पत्थर भी पिघलेगा मगर पत्थरदिल लोगों के सामने सर पटककर खून भी बहेगा तो भी पत्थरदिल इंन्सान नहीं बदलेगा ! विनोदकुमार महाजन

साथ

 साथ मिले तो हाथ बढाना नहीं तो चलो अकेला ! धिरे धिरे काँरवाँ  बढता जायेगा ! विनोदकुमार महाजन

प्रोत्साहन

 अगर तुम्हे आगे बढने के लिए प्रोत्साहित करने के बजाए कोई तुम्हें निरंतर हतोत्साहित कर  रहा है तो ऐसा रिश्तानाता           किस कामका ?? छोड दिजिए ऐसा             रिश्तानाता सदा के लिए !! विनोदकुमार महाजन

मुझे तो केवल

 *मुझे तो केवल हिंदुराष्ट्र* *चाहिए !!*  ✍️ २५७२ 🚩🚩🚩🚩🚩 ना मुझे बंगला चाहिए ना गाडी चाहिए ! मुझे तो बस हिंदुराष्ट्र चाहिए ! ना मुझ ऐश्वर्य चाहिए ना नोकर चाकर चाहिए ! मुझे तो बस हिंदुराष्ट्र ही चाहिए ! ना मुझे शिष्य चाहिए ना अनुयायी चाहिए ! मुझे तो बस हिंदुराष्ट्र चाहिए ! ना मुझे मठ चाहिए ना धनदौलत चाहिए ! मुझे तो बस हिंदुराष्ट्र ही चाहिए ! एक ही आस है एक ही प्यास है हिंदुराष्ट्र ही मेरे जीवन का ध्यास है ! सर्वसंपन्न हिंदुराष्ट्र सर्वसमावेशक हिंदु राष्ट्र सुसंस्कृत समाज वाला हिंदुराष्ट्र सुजलाम सुफलाम हिंदुराष्ट्र चाहिए ! आवो सब मिलकर आगे बढते है एक तगडी यशस्वी रणनीति बनाते है ! हम सब मिलकर हिंदुराष्ट्र बनाते है ! हिंदुराष्ट्र बनाते है !! 🚩🚩🚩🚩🚩  *विनोदकुमार महाजन*

हँसते रहिए

 *हँसते रहिए... मुस्कुराते* *रहिए....!!!* ✍️२५७१  *विनोदकुमार महाजन*  👍👍👍👍👍 सुखदुख तो अपना साथी है ! सुखदुख को गले लगाते रहिए ! सदा के लिए ,हँसते रहिए , मुस्कुराते रहिए ! गाना गुनगुनाते हुए , हँसी मजाक से ,बडे आनंद से , जीवन बिताते रहिए ! दुसरों के सुखदुख में उनका हमदर्द बनते रहिए ! खुद मस्त रहिए , दुसरों को भी मस्त जीवन जीने दिजिए ! कभी किसी का भी दिल मत दुखाईये ! पशुपक्षियों पर भीनिरंतर, निरपेक्ष , निर्वाज्य प्रेम करते रहिए ! प्रेम करनेपर भी जो नफरत करेगा , दिल दुखाएगा , हमें तडपायेगा.... उससे नाता सदा के लिए ? तोड दिजिए ! नफरतों के बाजार में भी मस्त रहिए , स्वस्थ रहिए , खुश रहिए , हँसमुख रहिए ! हँसी खुशी से सभी का मन भी प्रसन्न किजिए ! मुसिबतों के आग में तडपते हो ? तो भी .... हँसते खेलते रहिए ! मुसिबतें आयेगी , चली जायेगी , उसे झेलकर , आगे आगे बढते रहिए ! ईश्वर का भजन हमेशा गाते रहिए ! हँसी खुशी से जीवन बिताते रहिए ! सभी को रामराम बोलते रहिए ! रामनाम का जादू देखते रहिए ! हरदिन बडे हिम्मत से , बडे आनंद से , रामराज्य की ओर बढते रहिए ! जय श्रीराम !! 👍👍🙏🕉🚩

गलती किसकी

 लगभग हर घर समस्या ग्रस्त है....कोई आर्थिक मुसिबतों से जूझ रहा है... किसिके घर में अनगिनत बिमारीयाँ है तो...किसी घर में दिनरात झगडा है....आखिर क्यों ? गलती किसकी ? अंतिम हल क्या है ?? विनोदकुमार महाजन

मित्र

 पूरे देश में और विदेशों में भी मेरा अनगिनत मित्र परिवार है ! उनके घर को भी बुलाते है ! अनेक दिन रहने को भी कहते है ! खाना भी खिलाते है ! गाडी ड्राइवर भी देते है ! और कितना प्रेम चाहिए ? विनोदकुमार महाजन

गुरूदेव

 पूज्य गुरूदेव आपको कोटि कोटि सादर प्रणाम हिंदुत्व के अंतरराष्ट्रीय कार्य सफलता के लिए आपके संपूर्ण सहयोग की  बहुत आशा करता था मगर न जाने क्यों मन बहुत ही नाराज हो रहा है और आपके चरणों से अब दूर जाने की अनुमति माँगता हूं 🙏🙏🙏

हर घरपर भगवा

 *एक था राजा....*  ✍️ २५७० **************** विशेष सूचना : - हिंदू धर्म पर जी जान से प्रेम करनेवाले हर भारतीय और विदेशों में रहनेवाले हर हिंदुओं के लिए यह लेख अत्यंत महत्वपूर्ण है ! संपूर्ण विश्व में हिंदू धर्म को और हर हिंदुओं को पुनर्वैभव प्राप्त कर देने के लिए , हर हिंदुओं को प्रोत्साहित करनेवाला और आत्मनिर्भर करनेवाला यह महत्वपूर्ण लेख है ! एक राजा की बोधकथा के रूपक में इसको संजोया है !  *एक था राजा !!!*  संपूर्ण पृथ्वी पर बडे आनंद से राज्य करनेवाला एक चक्रवर्ती राजा था ! सम्राट !! प्रजा पर जी जान से प्रेम करनेवाला ! प्रजाहित दक्ष ! वैभवसंपन्न , दयालु ,परोपकारी ,मानवताप्रिय ,पशुपक्षियों में भी ईश्वर का रूप देखने वाला ! सोने की चिडिय़ा वाला संपन्न राज्य ! हर एक के घर से सोने का धूवाँ निकलता था ! चारों ओर आनंदी आनंद , आबादी आबाद था ! हर एक व्यक्ति खुशहाल था ! ईश्वर निर्मित सत्य सनातन धर्म के छाया में हर एक व्यक्ति बडे मजे में था ! सहिष्णु , परोपकारी ,भूतदया माननेवाला , वसुधैव कुटुम्बकम पूजनेवाला , आदर्श , सुसंस्कारित था ! धन की भीक माँगने वाला नहीं बल्कि धन बाँटने वा...

सत्य सनातन

 सत्यपर , सत्यधर्म पर, सत्य सनातन धर्म पर , मानवता पर संकट बहुत घना है , गहरा है , विनाशकारी है ! ऐसे भयावय समय पर हे सृष्टिनियंता प्रभो तुझे दौडकर आना ही पडेगा ! वचन गीता वाला तुझे निभाना ही पडेगा ! विनोदकुमार महाजन

फायनान्स

 हिंदुत्व पर आधारित बिगबजेट अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माण के लिए फायनांन्सर चाहिए ! फिल्म विश्व के  सभी भाषाओं में डब  की जायेगी !! विनोदकुमार महाजन अंतरराष्ट्रीय पत्रकार

निरास की माँ

 आँस का बाप , निरास की माँ , होते की बहन , जोरू साथ , पैसा गाँठ और ? निदान का दोस्त !! बस्स्...यही तो छोटिसी जींदगी है मेरे प्यारे दोस्तों !! और क्या चाहिए ?? विनोदकुमार महाजन

सुखदुख

 सुखदुख जाननेवाला और सुखदुख बाँटनेवाला भी " केवल और केवल "  एक ही '" सारथी " चाहिए ! एक सच्चे मन का सच्चा ? दोस्त !! विनोदकुमार महाजन

युगपुरुष

 ठंडे दिमाग का क्रूर मगर आध्यात्मिक युगपुरुष संपूर्ण विश्वपर राज करेगा और अधर्म का नाश करके सनातन धर्म की पुनर्स्थापना करेगा !! विनोदकुमार महाजन

निसर्ग, नियती... ईश्वर

 *निसर्ग, नियती,नशीब और* *ईश्वर...!!!* ✍️ २५७९ ***************** नशीब... हर एक का नशीब अलग अलग ! नशीब अपना अपना ! और इसी नशीब के अनुसार ही हर एक को सुखदुःख भी भोगना पडता है ! हर एक का सुखदुःख भी अलग अलग ! पिछले जन्म के पापपुण्य के हिसाब के अनुसार ही अपना नशीब बनता है ! मगर इसी में भी निसर्ग, नियती और ईश्वर का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है ! वैसे तो निसर्ग , नियती , कुदरत , सृष्टिरचना ईश्वर के ही अधिन होते है ! सृष्टिनियंता और सृष्टिकर्ता ईश्वर ! कभी साकार तो हमेशा के लिए निराकार ! निराकार ब्रम्ह ! साकार निराकार भी ईश्वर की ही अद्भुत रचना ! इसमें भी सजीव सृष्टि , निर्जीव सृष्टि ! अनेक सजीव और उसीमें भी अनेक आकार के , अनेक प्रकार के जीवजंतु ! सजीवों में भी चौ-याशी लक्ष योनी ! उसीमें भी इंन्सान अलग ? इंन्सानों का भी हर एक का नशीब भी अलग अलग ! कौन कहाँ जन्म लेगा , कौन कहाँ कौनसे योनी में जन्म लेगा , कहाँ मरेगा... यह सब अद्भुत घटनाएं भी ?  ईश्वराधीन !! ना जन्म हमारे हाथ में है ना मृत्यु ! फिर भी मेरा तेरा का गजब का नाटक होता है मनुष्य प्राणीयों का ! खैर....!!! निसर्ग, नियती, ईश्वर क...

भक्ती

 जहाँ सच्ची भक्ती , श्रध्दा विश्वास , प्रेम होता है उसी घर में ईश्वर निरंतर वास करता रहता है और इसकी दिव्य अनुभूती भी हमें निरंतर मिलती है ! विनोदकुमार महाजन

गरीब

 किसी गरीब का अथवा किसीके गरीबी का  मजाक मत उडाना...  शायद उस गरीब का  श्राप भी बहुत महँगा  पड सकता है !! विनोदकुमार महाजन

यशप्राप्ती

 *यश कैसे मिलेगा ??*  ✍️ २५७८ 🚩🚩🚩🚩🚩 अगर काफी प्रयास करने के बाद भी और काफी तपस्या करने के बाद भी अपेक्षित परिणाम अथवा अपेक्षित यश नहीं मिल रहा है तो...?  हमारे पिछले जन्म के कर्म अडे आ रहे है...ऐसा समझना चाहिए और हताश उदास ना होकर यश मिलने तक फिरसे कठोर तपस्या आरंभ कर देनी चाहिए ! हमारा उद्दीष्ट...? " हिंदुराष्ट्र निर्माण और अखंड भारत "  के महत्तम ईश्वरीय कार्यों में सफलता हासिल नहीं होती है...? तबतक बडे धैर्य के साथ  और निश्छल मन से और बडे ही धैर्यपूर्वक हमारे " दिव्य मंजिल " की ओर हरपल , हरकदम , हरदिन एक यशस्वी रणनीति बनाकर आगे आगे बढते ही रहना चाहिए और हमारे उद्दीष्ट में जल्दी ही यशस्वी भी होना चाहिए !! कार्य सफलता के लिए हर भाई बहन महादेव की उपासना बढायेगा तो निश्चित शिघ्र फल मिलेगा ! असंभव को भी संभव में बदलने वाले बाबा भोलेनाथ है !! हर जगहों पर सामुहिक उपासना , मंत्रजाप , होम हवन अत्यावश्यक है ! चलो यशप्राप्ती की ओर ! हर हर महादेव !! 🚩🚩🚩🚩🚩  *विनोदकुमार महाजन*

मोदिजी

 मैं मोदिजी के लिए मतदान करता हूं , केवल इसीलिए मुझसे ही नफरत करनेवाले बहुत लोग मिलेंगे ! विशेषत: हिंदू !! है ना कमाल की और हैरान करनेवाली बात ? कैसे सुधरेगा मेरा देश ?? विनोदकुमार महाजन

मतदान

 संभाजी महाराज , गूरू गोविंदसिंग जी को तडपा तडपाकर मारनेवाले हत्यारे की पूजा करनेवाले पापीयों को तुम हरबार मतदान करते हो ?? समझ में नहीं आ रहा है ?? विनोदकुमार महाजन

जागतीक महायुद्ध

 तीसरा जागतिक महायुद्ध और रामायण महाभारत के बाद का तीसरा घनघोर धर्मयुद्ध नजदिक है ! जीसमें भयंकर नरसंहार होगा ! इसमें आसुरीक संपत्ती का संपूर्ण संहार होगा !! पृथ्वी शुध्द होगी ! और दस प्रतिशत आबादी बचेगी ! जो सत्ययुग में  प्रवेश करेगी !! विधि का विधान कौन टाल सकता है ?? जय श्रीकृष्ण ! विनोदकुमार महाजन

जीवन

 हमारे जीवन में हमेशा हमारे इच्छा विरूध्द ही घटनाएं होती रहती है ! फिर भी हरदिन बडे हिम्मत से और बडे आनंद से आगे बढना ही पडता है !! जय हो !!! विनोदकुमार महाजन

देव

 भाव नाही देवावर आणी संकटं आली की ?  देवा मला वाचव....कसा देव धावणार हो ?? विनोदकुमार महाजन

जीवन

 *जीवन ऐसे नाव*  ✍️ २५७६ 🚩🚩🚩🚩🚩 भगवंतानं जन्म दिला म्हणून जगायचं ? अन् ? त्याचचं बोलावणं आलं की ? मरून जायचं !! असल्या कुत्र्यामांजरासारखं निरर्थक जगण्याला कांही अर्थ आहे का ? त्यापेक्षा हिंदुत्वासाठी जगावं...सनातन धर्माचं उत्तुंग कार्य करावं... शेर शिवासारखं जगावं... राजे संभाजीसारखं... भव्यदिव्य... उत्तुंग... उदात्त जगावं जन्म मृत्युची फिकीर न करता बिनधास्त जगणं असावं.... ईश्वरी कार्यासाठी... सगळं आयुष्यचं झोकून द्यावं... जीना इसीका नाम है... नहीं तो ? कुत्ते भी पडे रहते है सडक के किनारे... गटर के किनारे... हर हर महादेव !! 🚩🚩🚩🚩🚩  *विनोदकुमार महाजन*

भोलेभाले मत रहिए

 तुम्हारे नजदीक रहकर तुमसे बहुत सी मिठी मिठी बाते करके , तुम्हारे संपूर्ण तबाही का गुप्त षड्यंत्र रचाते है ऐसे विनाशकारी और भयंकर धोखादायक जहरीले सर्प कौन ?? जानिए , पहचानिए ! चौतरफा अखंड सावधान रहिए !  भोलेबाले मत रहिए ! सोचो , समझो , जानो , जागो !! खुद जागो , दुसरों को भी जगावो ! जय श्रीराम !! विनोदकुमार महाजन

भारतीय

 आम्हा भारतीयांना सवयच आहे , एकतर्फी ऐकुनच आपली मतं बनवायची. दुस-या बाजूचं ऐकुनच घ्यायचं नाही. आणी एकतर्फीच विचार करायचा. मग भले कुणावर कितीही भयानक अन्याय , अत्याचार का होईना ? वा भई वा !! विनोदकुमार महाजन

ब्रम्हशक्ति

 संपूर्ण ब्रम्हांड में तेहतीस कोटी देवताओं का और ब्रम्हशक्ति का निरंतर वास है  वह सारी शक्तियाँ मेरे अंदर और सभी सजीवों में निरंतर व्याप्त है और मैं उन सभी शक्तियों में निरंतर व्याप्त हूं ! पंचमहाभूतों का यह देह तो केवल एक निमित्त मात्र है ! जय श्रीकृष्ण !! विनोदकुमार महाजन

रामभरोसे

 *हिंदू साथीयों ....*   *तुम्हारा जीवन ? रामभरोसे*  ❓😭❓😭❓😭❓ संपूर्ण विश्व में फैले हुए मेरे तमाम हिंदू साथीयों , और हिंदुत्व पर प्रेम करनेवाले सभी प्रिय भाईयों.... सचमुच में आज हम सभी हिंदू भाईयों का जीवन ❓ रामभरोसे ही हो गया है ?? हमारा ना कोई तारणहार है और नाही हिंदुओं पर हो रहे भयावह अत्याचार को रोकनेवाला....कोई ईश्वरी दूत...? हम सभी हिंदुओं का संपूर्ण जीवन ही क्या दाँवपर लगा हुवा है ? सचमुच में ?? एक ईश्वर के सिवाय हमारा कोई तारणहार ही नहीं है ! इतना भयावह वातावरण देखकर सचमुच में भयंकर आत्मक्लेश होते है ! आत्मा तडप उठती है !! और ? विश्व में इतनी बडी आदर्श संस्कृती पर हो रहे हमले देखकर... हमारा जन्म ही व्यर्थ गया , अथवा ईश्वर ने हमें व्यर्थ ही धरती पर भेजा... ऐसे विचार मन में आने लगते है ! आज की घडी में , " खबरदार किसीने मेरे हिंदू भाईयों को हाथ लगाया तो अन्यथा ?? तुरंत भयावह परीणाम देखने पडेंगे " ऐसा कहनेवाला और तुरंत कृती में लानेवाला... एक भी माई का लाल ? इस धरती पर नहीं है ?? कहाँ विलुप्त हो गया वह शिवा का अंगार जैसा धधगता ईश्वरी तेज ?? विश्व के कौनसे भी को...

जखमा

 ज्याच्या ह्रदयावरच्या जखमा भळभळा वाहतात त्यालाच माहित असतं दु:ख काय आहे ते  विनोदकुमार महाजन

पेंशन

 *सिनिअर सिटीजन पेंशन* *योजना ....* ✍️ २५७१ 💰💰💰💰💰 महाराष्ट्र में लाडली बहन योजना बहुत ही लोकप्रिय हो गई ! और इसी योजना के कारण महाराष्ट्र में युती सरकार को रेकार्ड ब्रेक यश मिल गया ! इसमें बिजेपी की शक्तिशाली और तगड़ी रणनीति भी काम आ गई ! अब संपूर्ण भारत के लिए भी , अगले लोकसभा चुनाव के लिए , बिजेपी की जबरदस्त , बंपर और शक्तिशाली जीत के लिए तगड़ी रणनीति बनाना सख्त जरूरी है ! शायद मध्यावधि चुनाव की भी संभावना नकारी नहीं जाती है ! इसिलिए बिजेपी एक तगड़ी और सकारात्मक रणनीति बनाकर आगे बढती है तो ? संभवतः ४०० पार का नारा भी संभव में बदलेगा ! इसके लिए पिछली बार जैसे ४०० पार का नारा नहीं देना चाहिए ! बल्कि  " कुछ एजेंडे " गुप्त भी रखने चाहिए ! अन्यथा इसके विरोध में कुछ लोग  " समाज को प्रभावित करनेवाले नेरेटिव फैलाकर समाज मन को संभ्रमित करके , मतदान पर प्रभाव निर्माण कर सकते है ! " " शायनींग इंडिया " की जैसी स्थिति बनी ऐसी स्थिति नहीं बननी चाहिए ! इसी विषयों को केंद्रित करके और आरएसएस के संपूर्ण सहयोग से आगे बढने की और यशस्वी होने की रणनीति मोदिजी बनाते है तो मह...

अधर्म का नाश

 *अधर्म का नाश जरूर* *होगा...* ✍️ २५७० 🚩🚩🚩🚩🚩 धर्म की जीत तब होती है जब.... अधर्म का संपूर्ण नाश हो जाता है ! तब हैवानियत की हार भी होती है ! भयावय और उन्मादी आसुरीक शक्तियों की भी हार हो जाती है ! हाहाकारी , उपद्रवी राक्षसी शक्तियों का संपूर्ण संहार हो जाता है ! पशुपक्षियों को भी अभय मिलता है और उन्हें निसर्गदत्त जीने का ईश्वरी अधिकार भी प्राप्त हो जाता है ! खुशहाली , आजादी , संपन्नता आ जाती है ! मानवता की जीत होती है ! कामधेनु स्वरूप गौमाता के आशिर्वाद से पृथ्वी निवासी संपूर्ण मानवसमुह सुखी , संपन्न , व्याधीमुक्त , आनंदित हो जाता है ! सुसंस्कारित पिढी तय्यार हो जाती है ! और धरती का स्वर्गीय आनंदी माहौल बन जाता है ! अब का , वर्तमान समय   *युगपरिवर्तन* का समय चल रहा है ! और परिवर्तन सृष्टि का नियम भी है और जब भयावय सामाजिक उग्रता बढती है तो ईश्वरी इच्छा से ही युगपरिवर्तन हो ही जाता है ! आज समय करवट बदल रहा है ! क्योंकि.... संपूर्ण पृथ्वी पर अधर्म का घना अंधेरा छा गया है ! चारों ओर आसुरीक शक्तियों का भयावय साम्राज्य वायुगती से फैलता जा रहा है ! इसीलिए आज मानवता तो संकट...

भव्यदिव्य

 ऐसा भव्यदिव्य कार्य करेंगे कि संपूर्ण विश्व में  अजरामर भी होंगे और... ईश्वर भी आनंदित हो उठेगा ! विनोदकुमार महाजन

अफवा

 एखाद्याच्या सांगण्यावरून आपले मत बनवू नका. कारण ते खोटं ही असू शकतं.  आणी त्यामुळे एखाद्या निष्पाप जीवाला त्रासही होऊ शकतो.  त्यामुळे संपूर्ण खात्री पटल्याशिवाय, शहानिशा झाल्याशिवाय व खरे खोटे समजल्याशिवाय एखाद्या विषयी आपली मते बनवू नका. ती मते भविष्यात चुकीची पण ठरू शकतात.  ब-याच वेळा अफवांवर व चुकीच्या माहितीवर आधारित आपली मते बनविण्याची व त्यावरच ठाम राहण्याची ब-याच जणांना सवय असते.  त्यामुळे समाजात संभ्रम निर्माण होऊन, अनेक जटिल समस्या निर्माण होतात.  विनोदकुमार महाजन

बातमी

 देवेंद्र फडणवीस यांचा शपथविधी पूर्ण होताच महाराष्ट्रात ब्राह्मण मराठा हा वाद पेटवण्यासाठी कांहीं राष्ट्रद्रोही शक्ती आक्रमक होऊ शकतात. सरकारने यावर गंभिरतेने विचार करून तोडगा तयार ठेवावा. अशा विघातक शक्तिंना वेळीच जेरबंद करून अशा वृत्ति विरोधात प्रभावी उपाययोजना तयार ठेवावी.

एकाकी

 *असं का  ???*  ✍️ २५६६ आजकाल... कुणी कुणाला समजावून घ्यायलाच तयार नाही. जो तो एकमेकांच्या विकपाँईंटवर हमले करतोय. प्रत्येकजण एकमेकांशी तडजोड करतोय , अन् ? एडजेस्टमेंट करतोय ? हे असलं जगणं अन् हे असलं प्रेम ? प्रत्येक जण प्रत्येक ठिकाणी अनेक मुखवटे धारण करून जगतोय. अन् जगण्यासाठी केवीलवाणा धडपडतोय माणूस  ?  जीवनाचा नैसर्गिक आनंदच संपला ? ते खळखळून मनसोक्त , मनमोकळं हसणं, गप्पांची मनसोक्त, मनमुराद मैफिल हे सगळंच गायब झालं ? एकमेकाची ओढ , प्रेम , आत्मीयता कुठं गायब झालं सगळंच ? माणसं एकमेकापासून मनानं दूर दूर चालली. एकटं , एकाकी पडू लागली. का बरं असं झालं ?  द्वेष , मत्सर , नींदा खूपच वाढतय  ?  लोकसंख्या वाढली पण माणूस मात्र एकाकी पडत चालला.  काय झालंय माणसाला ? हरी बोल  *विनोदकुमार महाजन*

तेरे भी दिन

 *तेरे भी दिन आयेंगे !!*  ✍️ २५६५ ✅✅✅✅✅ जब मुसिबतों का दौर आयेगा ? तब ? साथ देने के लिए कोई आगे नही आयेगा ! सब दूर भाग जायेंगे ! और दूरसे मजा देखते रहेंगे ! सुख के सब साथी ? दुख में ना कोई ?? तो ऐसे समय में मेरे दो शब्द ही याद करना प्यारे ! " मुसिबतों का यह भी दौर चला जायेगा ! तेरे भी दिन आयेंगे ! बस्स्...हिम्मत से लडते रहना ! " हिम्मत ना हार... अकेला चल चला चल!!   ✅✅✅✅✅  *विनोदकुमार महाजन*

हिंदू एकता

 हिंदुओं का दैदीप्यमान समय नजदिक है मगर...? इसके लिए सभी हिंदुओं को निरंतर , लगातार संगठीत और एकजूट रहना पडेगा ! और वज्रमूठ बनाकर हैवानियत का जमकर विरोध करना पडेगा ! जय श्रीराम विनोदकुमार महाजन

भारत का विराथू

 अगर बांगलादेश में हिंदुओं पर अत्याचार बढते रहेंगे तो ? परिणाम ? भारत में रहनेवाले सभी हैवानों का संपूर्ण बंदोबस्त किया जायेगा ? बोलो मंजूर ? ये देश माँगे क्रांतिवीर ?? ❓❓⁉ कौन बनेगा भारत का विराथू ?

रिश्तेनाते किस काम के

 रिश्तेनाते किस काम के ?? https://globalhinduism.in/?p=2504 https://youtu.be/0fwMR5VdPdM?si=ACtAfgvWPK8ID6gk रिश्तेनाते किसीलिए होते है ? एक दुसरे का  सुखदुख बाँटने के लिए !! मगर रिश्तेनाते  हमेशा दुखदर्द ही देते है ? हमेशा रूलाते ही रहते है ? तो ऐसे रिश्तेनाते किस काम के ?? क्या इससे बेहतर यही होगा ? कि रिश्तेनाते  सदा के लिए तोडकर  कहीं दूर चलें जायें ? ईश्वर की खोज में ??? विनोदकुमार महाजन

आस्तिन के साँप ??

 *हिंदू होकर भी ? हिंदुओं से* *ही नफरत क्यों करते* *हो ??* ✍️२५६३ ---------------- दोस्तों कुछ लोग ऐसे भी होते है जो हिंदू होकर भी हिंदुओं से ही नफरत करते है ? हिंदुत्व से ही बैर करते है ! और भाईचारे के नामपर हिंदुओं से और हिंदुत्व से ही नफरत करते है ! हिंदुओं का द्वेष भी करते है ! और हमें ही भाईचारा सिखाते है ? ऐसा क्यों ? अज्ञान हिंदू ? ठीक है ! मुर्ख हिंदू ? यह भी ठीक है ! आलसी और निद्रीस्त हिंदू ? यह भी ठीक है ! मरे हुए मन का , हताश ,उदास हिंदू ? यह भी ठीक है ! चैतन्य शून्य हिंदू ? यह भी ठीक है ! अज्ञान , मुर्ख , आलसी , निद्रीस्त , मरे हुए मन से जीनेवाला , हताश ,उदास , चैतन्य शून्य हिंदू बांधवों को जगाया जा सकता है ! नवचैतन्य , नवसंजीवनी भी इनको दी जा सकती है ! मगर दुष्ट , बेईमान ,कृतघ्न ,सत्ता और संपत्ति के लिए इमान भी बेचने वाला जयचंद हिंदू ? इनका क्या करना चाहिए ? जो समाज में सत्य के प्रति ,सत्य सनातन धर्म के प्रति अनेक प्रकार के संभ्रम फैलाते है ? लोगों को भ्रमित करते है ? आखिर इनका इलाज क्या है ? हम हिंदू तो बहुत ही दयालु , सहिष्णु , परोपकारी ,क्षमाशील , सदैव प्रेमभाव रखने...

शाब्बास

 शाब्बास रे पठड्यांनों !! ✍️ २५६२ 🚩🚩🚩🚩🚩🚩 हिंदी चिनी भाई भाई ? फेल...फरेब...धोखा... हिंदू  चु ...❓🤦‍♂️❌ स्लिम  भाई भाई ? गलत...बिल्कुल गलत... हिंदू हिंदू भाई भाई ?? बिलकुल सही बात... सौ टक्के की पक्की बात ! बटेंगे तो ? कटेंगे !! एक रहेंगे तो ? सेफ रहेंगे !! सही सोचेंगे तो ? सौ प्रतिशत बचेंगे !! नो झगडा ? नो जातिवाद ! ओन्ली ?  हिंदू हिंदू भाई भाई  !! बिचमें ? नहीं है दूसरा कोई ! हिंदू एक हो गया ! जातिपाती का भयंकर जालिम ? जहर भूल गया ! शाब्बास रे मेरे हिंदू भाईयों ! पठ्ठे वाघांनो , शूरविरों ! सनातन धर्म के तेजस्वी वीरपुत्रों !! हिंदू सारा एक हो गया ! नया इतिहास बन गया !! ना बटेंगे , ना कटेंगे !! एक रहेंगे , सेफ रहेंगे ! वादा रहा वादा रहा !! पक्का ! पक्का !! हम सब हिंदू ?  एक रहेंगे नेक रहेंगे ! गौमाता को बचायेंगे ! भारतमाता को भी ? राक्षसों से बचायेंगे ! हर हर महादेव ! जय श्रीराम ! जय भवानी जय शिवाजी ! का नारा लगाकर... तुरंत यह हिंदुराष्ट्र बनायेंगे !! देशपर भगवे का राज्य लायेंगे !! साधुसंतों का भगवा ! शिवछत्रपती का भगवा ! भगवान का भी भगवा !! भगवा हमार...

देव

 ज्याच्या सानिध्यात आनंद वाटतो तोच खरा देव ! विनोदकुमार महाजन

उत्तर

 उत्तर सापडले  ( आत्म्याची स्पंदने ) दि.१ / १२ / २०२४ ( रविवार ) ✍️ २५६० विनोदकुमार महाजन 🕉🕉🕉🕉🕉🕉 अपयशावर आज अखेर अंतिम उत्तर सापडले. मी जींकणार आहे. यशाजवळ मी पोचलो आहे. अंतिम टप्यावर मी आहे. यशाचा व माझा फासला अगदी जवळ आला आहे. माझ्या आण्णांच्या कृपेने मी लवकरच जींकणार आहे. एक लाख टक्के हे सत्य आहे. माझ्या आण्णांनी गुरु दत्तात्रेयासह डोक्यावर वरदहस्त ठेवून , दिलेला आशिर्वाद , " तुझे विश्व कार्य सुरू झाले आहे ! " कधीही व्यर्थ जाणार नाही. त्यामुळे उत्तर सापडले. बेचैनी , अस्वस्थता संपली. माझ्या आण्णांनी मला केवळ आणी केवळ जींकण्यासाठीच व विश्वकार्यासाठीच तयार केले आहे. मन पुर्णपणे शांत झाले. अधर्माचा नाश व धर्माची पुनर्स्थापना. हीच ईश्वराची पण अंतिम इच्छा आहे. सद्गुरू आण्णा माऊली की जय. जय श्रीकृष्ण. 🕉🕉🕉🕉🕉🕉

आत्मा

 आत्म्याचे बोल !!! देवाला ओळखणं ? फार कठीण आहे. त्याच्या जवळ जाणं ? आणखी कठीण आहे. त्याचं दर्शन होणं ? हे तर फारच महाकठीण आहे. ( तो तुमच्याजवळ कोणत्याही रूपात येऊन तुम्हाला दर्शनही देऊ शकतो. अगदी कुत्र्याच्या , मांजराच्या , चिमणीच्या , कावळ्याच्या रूपातही येऊ शकतो.वेड्याच्या , भिका-याच्या रूपातही येऊ शकतो. पण ?  तुमचं कर्मच झोपलेलं असल्यामुळे , तो विविध रूपात तुमच्या जवळ येऊनही तुम्ही त्याला ओळखु शकत नाही. अहो , एवढंच कशाला ? अनेक माणसांतही देव असतो.अन् ? अनेक माणसांतही देवत्व असतं. पण ?  कर्मदरीद्री माणसं अशा देवत्वतुल्य माणसांना तरी काय ओळखणार ?  त्यासाठी ? दिव्यत्वचं मिळवावं लागतं ) पण ? सद्गुरू कृपा असेल तर ? सगळचं साध्य होतं. मग कठीण कांहीच उरत नाही. माझ्या आण्णांच्या परमकृपेने मला सगळचं प्राप्त झालं. दिव्यत्वही मिळाल. दिव्य दृष्टीही मिळाली. या दिव्यत्वातुनच सनातन धर्माचं उत्तुंग वैश्विक कार्य ही आरंभ झालं. हरी बोल प्यारे. विनोदकुमार महाजन ( अमृतसागरानंद )

हिंदू

 इससे कुछ भी साध्य नहीं होगा भाईसाहब इस्रायल की तरह बांगलादेश और पाकिस्तान को तुरंत ठोक देना चाहिए और गाजा की तरह राख कर देना चाहिए मोदीजी क्यों शांत बैठकर हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार देख रहे है ??  समझ से बाहर है ⁉️⁉️❓❓❓ 🤔🤔🤔

हिंदुराष्ट्र

 🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 हम सबको यशस्वी होना है हिंदुराष्ट्र बनाना है जब जल गंदा हो जाता है* *तो उसे हिलाते नहीं* *शांत छोड़ देते हैं ,धीरज* *रखते है.......,* *गंदगी अपने - आप नीचे* *बैठ जाती है....* *साफ जल अपने - आप* *ऊपर आ जाता है.....*  *इसलिये जो धीरज रख* *सकता है वह........* *अपना इच्छित सब कुछ* *पा सकता है.........* *स्पीड ब्रेकर कितना भी बड़ा हो,* *गति धीमी करने से* *झटका नहीं लगता ।* *उसी तरह* *मुसीबत कितनी भी बड़ी हो* *शांति से विचार करने पर* *जीवन में झटके नही लगते ।* *चलते रहिए।* *आपका दिन शुभ एवं मंगलमय हो*                🦚   सुप्रभात   🦚 विनोदकुमार महाजन

अभिजीत सोनवणे

 डाँक्टर ही शाँर्टफिल्म आज पूर्ण पाहिली. आवडली. पण.... आपल्या उत्तुंग कार्याची उंची , आपली प्रत्येक शब्दातील ह्रदयभेदी शब्दफेक या फिल्ममध्ये मांगता आली नाही. या फिल्ममध्ये आपला अभिनय करणारा व्यक्ति व आईची भूमिका करणारी व्यक्ति यांची अभिनयाची उंची , आपल्या कार्यापुढे नगण्य वाटते. मी स्वतः यावर गंभीरतापूर्वक विचार करतो आहे की , आपल्या उत्तुंग ईश्वरी कार्यावर , जागतीक सर्व भाषेत डब करुन , एक जबरदस्त अंतरराष्ट्रीय , बिग बजेट फिल्म बनायला हवी. ज्यामध्ये आपल्या कार्याची उंची , तंतोतंत बसेल. यासाठी दिल्लीचे माझे मित्र जे करोडों चे फायनांस करू शकतात , त्यांना लवकरच भेटणार आहे. कथा , पटकथा ,रजिस्ट्रेशन ,काँपीराईट आपणाकडून भेटेल ही अपेक्षा करतो. आपल्यातील देवमाणसाला नव्हे , आपल्यातील देवाला करोडों करोड़ों प्रणाम. हरी ओम् 🙏🙏🙏

असंग

 असंगाशी संग ?? प्राणाशी संकट !! इससे बेहतर होगा ? सदा के लिए , सर्वसंबंध ? विच्छेद करके सदा के लिए  दूर चले जाना !! विनोदकुमार महाजन

गुणदोष

 गुणदोष जो सतत दुस-याचे दोषच काढत राहतो तो आयुष्यात कधीच पुढे जावू शकत नाही उलटपक्षी जो दुस-यांना  गुणदोषासकट स्विकारतो तोच आयुष्यात मोठा होतो आणी मोठं नाव पण कमावतो हर हर महादेव विनोदकुमार महाजन

क्षमता

 *क्षमता*  ✍️ २५५४ अगर तुम्हारे अंदर कुछ कर दिखाने की क्षमता होगी , नया इतिहास बनाने की योग्यता भी होगी , और तुम्हारे प्रयास भी उसी दिशा में निरंतर और अथक जारी रखेंगे तो ? निश्चित ही तुम्हारे भाग्य का सितारा एक दिन आसमान में जरूर चमकेगा ही चमकेगा ! फिर चाहे तो क्षेत्र कौनसा भी हो ! और ईश्वर भी तुम्हें तुम्हारे कठोर परीश्रम से प्रसन्न होकर उत्तुंग और भव्यदिव्य यशप्राप्ती का आशिर्वाद भी देता है तो ? तुम्हें असंभव क्या होगा ? और किसीको कुछ माँगने की भी क्या जरूरत होगी ? अगर ईश्वर ही प्रसन्न होकर तुम्हें बिना माँगे बहुत कुछ , सबकुछ देता है , छप्पर फाडकर देता है तो ? तुम्हारे जैसा भाग्यशाली कौन रहेगा ? इसीलिए अथक प्रयत्नवाद , संयम , धैर्यशीलता धारण करके , अपने दिव्य मंजिल की ओर , हर एक कदम बडे हिम्मत से , आत्मविश्वास से आगे बढते रहेंगे तो ? एक दिन तुम्हारे कार्य में जरूर यशस्वी ही होकर रहेंगे ! जिसका खुद ईश्वर ही है रखवाला उसका कार्य कौन बिगाडेगा ? तो ??? हमारा ? हम सभी का ?? अंतिम मकसद क्या है ? वायुगती से ? हिंदुराष्ट्र का निर्माण अखंड भारत और सनातन मय विश्व !! क्या मेरे विचारों ...

हमारा पैसा

 " हमारा " पैसा चाहिए ? " हमारे " मठ मंदिरों का भी पैसा चाहिए ? और ?? " हमारे " पैसों से ही ? हमारा , हमारे सर्वनाश का सपना देखते हो ? ऐसी अनेक गुप्त योजनाएं भी चलाते हो ? वारे बेईमानों , नमकहरामों ,गद्दारों ! मगर हमारे सर्वनाश का तुम्हारा भयंकर सपना कभी भी पूरा नहीं होगा ! क्योंकि ? सत्य का रखवाला और  सृष्टि का विधाता दिनरात जागता रहता है ! और तुम्हारे जैसे भयावय उन्मादीयों का ऐन मौका आते ही सर्वनाश भी कर देता है ! युगों युगों से युगों युगों तक  संभवामी युगे युगे और तुम्हारे भयावय उन्माद के अंत का समय सृष्टिकर्ता के अनुसार नजदीक है ! उन्मादीयों सावधान !! चक्रधर भगवान श्रीकृष्ण की जयजयकार हो !! विनोदकुमार महाजन

सत्ययुग

 " मेरा " सत्य का , ईश्वर का , ईश्वरी सिध्दांतों का , कुदरत के कानून का , सनातन धर्म का , राज्य आरंभ हो रहा है ! सत्ययुग आ रहा है !! भयंकर , भयावय ,भयानक विनाशकारी , उन्मत्त , उन्मादी ,हाहाकारी कलीयुग के चंगूल से सत्य छूट गया ! अब अधर्म का भी नाश होगा ! अधर्मी , हाहाकारी , उन्मादीयों का भी संपूर्णत: सर्वनाश होगा ! धरती पर स्वर्ण युग लौटकर आयेगा !  धरती पर फिरसे सत्ययुग आयेगा ! सनातन का स्वर्णीम युग आरंभ होगा ! " रामराज्य " धरती पर फिरसे लौट के आयेगा ! अंधेरा छट गया ! सूरज निकल गया !! ।। सुर्य देवाय नमः ।। विनोदकुमार महाजन

गणेशजी

https://youtu.be/a4VljA-vEsU  My Puja  धनलाभ एवं ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए यहाँ होता है अनुष्ठान यह स्थान मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर से तकरीबन पांच कलोमीटर दूरी पर है ! यहां पर एक जागृत गणेश जी का मंदिर है ! धनप्राप्ति तथा ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए यहां पर विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है ! राजा विक्रमादित्य ने भी यहां पूजा की थी ! बनवास के समय जब यहां राम , लक्ष्मण और सीतामाता आये थे तब यहांपर तीनोंने एक ही स्थान पर पूजा की थी ! भगवान श्रीराम ने चिंतामणि गणेशजी की , लक्ष्मण ने इच्छामण गणेशजी की और माता सिता ने सिध्दीविनायक की पूजा की थी ! यहां पर तीनों गणेशजी एकसाथ विराजमान है ! चींता हरनेवाला चिंतामणि , इच्छीत फल देनेवाला , इच्छामण और हर प्रकार की सिध्दीयाँ देनेवाला सिध्दीविनायक यहां पर एकसाथ उपस्थित है ! इसीलिए यहां के पूजा विधान का विशेष महत्व होता है ! अष्ट ब्राह्मणों द्वारा मेरे नाम और गोत्रोच्चार से , मैंने भी यहां पर विशेष अनुष्ठान एवं अभिषेक कराया ! इस वीडियो में यह अनुष्ठान दिखाई देता है ! ।। जय गजानन श्री  गजानन ।। ।। गण गण गणात बोते ।। गणेशजी की आप सभी पर कृपा बनी र...

तडपती मछली !

 *जलबीन मछली ?* ✍️ २५५१ ( बोधकथा ) 🦈🐟🦈🐟🦈🐟 एक थी मछली ! स्वच्छ समंदर में आनंद से विहार करनेवाली ! अमृतसागर में मस्त होकर रहनेवाली ! मगर ? एक लहर आ गई ! विनाशकारी लहर ! और उस आनंदी मछली को सागर के किनारे पर ले गई ! लहर वापिस गई ! गहरे समंदर में एकरूप हो गई ! निष्पाप मछली को समंदर के किनारे अकेला छोडकर ... जलबीन तडपने के लिये ... अनेक सालों तक... समंदर किनारे पर भटकने के लिए ,मौजमजा करने के लिए... अनेक लोग आते थे... हँसीमजाक करते थे ! तडपती हुई , अकेली , अनाथ मछली की ओर भी देखते थे.... और...चले जाते थे ! उस बेचारे मछली को , कर्मगति से तडपती मछली को ... ऐसा लगता था... कोई तो भी देवदूत आयेगा.. उस जलबीन तडपती मछली को अपने हाथ में लेकर , गहरे समंदर में छोड़ देगा... फिर से आनंद से विहार करने के लिए.... मगर अनेक साल बितते गये मछली तडपती रही ! ना समंदर में वापिस जा सकती थी ! और...? ना ही उसकी मृत्यु होती थी ! तडप और तडप ! कर्मगति का फेरा ! ईश्वर भी उस निष्पाप , निष्कलंक मछली को ना तो समंदर में पहुंचाने के लिए सहायभूत होता था ! ना मृत्यु देता था ! कर्म गति के उल्टे फेरे के आगे ईश्वर भी क...

सुख के सब साथी ?

 *जब हम मुसिबतों में होते* *है ?* ✍️ २५५० 👆👇👆👇👆👇 जब हम मुसिबतों में होते है , चारों ओर से घोर मुसिबतों में फँस जाते है , दुखी मन हमेशा तडपता रहता है ... तब.... हमें ऐसा लगता है की , मुसिबतों की घडी में हमें कोई सहायता करें , आधार दें ! आर्थिक ना सही कम से कम दो प्रेम के शब्दों का आधार दें ! " चींता मत करना , ईश्वर सबकुछ ठीक करेगा ! " ऐसे दो शब्द बोलें ! ऐसे समय में ऐसे दो शब्दों के लिए , आत्मा तडपती रहती है ! मगर ऐसे पत्थरदिल समाज में , ह्रदयशून्य समाज में , हमारी अपेक्षा पूरी होना तो दूर की बात.... उल्टा हमारे कोमल ह्रदय पर , ह्रदयशून्य लोगो द्वारा , क्रूर समाज द्वारा , कुठाराघात होता है तब... सचमुच में मृत्यु भी अच्छी लगने लगती है ! चारों तरफ से घोर उपेक्षा , विडंबना , अपमान , मनस्ताप से ह्रदय भी घायल हो जाता है ! जिसके साथ जी जान से प्रेम किया , जीसके मुसिबतों की घडी में पहाड़ बनकर आधार दिया , वोभी हमारे मुसिबतों में और पीडा और नरकयातनाएं देते रहते है ...तब ? जीवन ही असह्य लगने लगता है ! मुसिबतों की घडी में साथ देना तो दूर की बात है , सब दूर ही भाग जायेंगे ! कुछ नामर्...

सिरीअस ??

 *काम बंद ? रास्ता चालू ??*  ( *सिरिअस मैटर ?? )*  ✍️ २५४९ ❓❓❓❓❓❓ आज के लेख का विषय ? गंभीर ! सिरिअस मैटर ?? सारे प्रश्न ही प्रश्न !? उत्तर ? शून्य ? फिर वहीं विषय ? वैश्विक समस्या ! विनाशकारी राष्ट्रीय समस्याओं का भयंकर प्रश्न ? और...शायद वैफल्यग्रस्त वैश्विक मानवसमुह के पास  उत्तर ? हल ? ना के बराबर ! वैश्विक स्तरपर समस्त मनुष्य प्राणी इतने भयंकर गहरे चक्रव्यूह में फँस गया है कि , इसके बारे में , विचार करने के लिए भी , सामुहिक मनुष्य प्राणी के पास समय नहीं है ! समस्याएं , चिंताएं गहरी होती जा रही है ! वैश्विक समस्याएं ! और ऐसे महत्वपूर्ण विषय पर , चर्चा करके यथोचित रास्ता निकालकर , समस्त मानवसमुह तथा समस्त सजीव सृष्टि को ऐसे विनाशकारी मुसिबतों से बाहर निकालने के लिए , ... शायद... सारे रास्ते बंद से हो गये है ! मतलब ? मुख्य काम बंद है मगर रास्ता तो चालू है ! संपूर्ण विश्व के जो दो चार प्रतिशत तत्ववेत्ता है , सृष्टि के हितचिंतक है , वह पुण्यात्माएं इस विषय पर जरूर विचार करेंगे !  मगर फिर भी , अगली रणनीति बनाना असंभव लगता है !? क्योंकि उन्हें एक करना , एक व्यासपी...

खेला होबे ??

 क्या ? दुनिया का अंत ?? निश्चित है ??? ✍️ २५४८ 🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞 अगर कल्कि आयेगा तो ? धरती का नब्बे प्रतिशत पाप जलाकर राख कर देगा ! ?? इसमें केवल पुण्यपुरूष ही बचेंगे ?? और अगर कल्कि नहीं भी आयेगा तो भी सुर्यदेव धरती के बढते भयंकर तापमान ( ग्लोबल वार्मिंग ) से ? सजीव सृष्टि को जलाकर भस्म कर देगा ?? इसमें भी आश्चर्यजनक तरीकों से केवल और केवल पुण्यपुरूष ही बचेंगे !?? क्या सचमुच में , पापियों  का थोडे दिनों का " खेला " बाकी बचा है ??? ईश्वर भी आखिर कबतक सहेगा ?? असत्य जब " खेला होबे " शुरू कर देता है तो ?? ईश्वर का " खेला होबे ?? " तो ? अतिभयंकर ही  होगा ना ??? विनोदकुमार महाजन 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩

सत्य

 जब सत्य को असत्य साबित करने की होड सी लग जाती है तब अदृश्य रूप से नियती कुछ अलग ही खेल आरंभ कर देती है ! विनोदकुमार महाजन

मच्छरों की रणनीती

 मच्छरों की रणनीती ?? ✍️ २५४७ एक मच्छर भी रणनीति बनाकर मनुष्यों का खून चूसता है ! तो इंन्सानरूपी खून  पिनेवाले भयंकर मच्छर कितनी तगडी रणनीति बनाते होंगे ? और ऐसे भयंकर उपद्रवी रक्तपिपासु मच्छरों का सदा के लिए सफाया करने के लिए कितनी शक्तिशाली रणनीति  बनानी पडेगी ?? सोचो !?? हर हर महादेव ! विनोदकुमार महाजन

मच्छर

 मच्छरों की रणनीती ?? ✍️ २५४७ एक मच्छर भी रणनीति बनाकर मनुष्यों का खून चूसता है ! तो इंन्सानरूपी खून  पिनेवाले भयंकर मच्छर कितनी तगडी रणनीति बनाते होंगे ? और ऐसे भयंकर उपद्रवी रक्तपिपासु मच्छरों का सदा के लिए सफाया करने के लिए कितनी शक्तिशाली रणनीति  बनानी पडेगी ?? सोचो !?? हर हर महादेव ! विनोदकुमार महाजन

तीनों जब एक होंगे

 तीनों जब एक होंगे ! ✍️ २५४६ इस्त्राएल की तरह आक्रामक भारत बनेगा इस्त्राएल की तरह अमरीका भी बनेगा और तीनों देश एक होकर संपूर्ण विश्व के आतंकवाद के विरूद्ध वायुगती से आगे बढेंगे तो शायद ? दस दिन के अंदर ही विश्व के सभी आतंक का तुरंत और सदा के लिए सफाया हो जायेगा ! मोदिजी... अब इस ईश्वरी कार्य के लिए आप ही आगे आकर , निर्णायक भूमिका निभाएंगे ऐसी संपूर्ण भारतीयों की  आशा है ! तभी देश के अंदर का संपूर्ण आतंकीयों का सरदर्द सदा के लिए समाप्त हो जायेगा ! देश में छूपे हुए राष्ट्रद्रोहियों का और घुसपैठियों का भी सदा के लिए बंदोबस्त हो जायेगा ! और विशेष महत्वपूर्ण बात पाकिस्तान का सरदर्द सदा के लिए समाप्त हो जायेगा ! मोदिजी आगे बढो ! जय भवानी ! जय शिवाजी ! विनोदकुमार महाजन

मेरा क्या है ??

 मेरा क्या है  ??  🚩🚩🚩🚩🚩 मेरा सुखदुःख मेरा यशअपयश मेरा पापपुण्य मेरा जन्ममृत्यु मेरी नामकिर्ती मेरी गरीबीअमीरी मेरा है ही नहीं ! सबकुछ सद्गुरू का और ईश्वर का है  ! ना मेरा कुछ था  !  ना मेरा कुछ है  !  ना मेरा कुछ रहेगा  !  सबकुछ ईश्वर का है !  सबकुछ मेरे सद्गुरू आण्णा का है  !  ना यह पंचमहाभूतों  का देह मेरा है  !  ना इस देह के अंदर वास करनेवाला आत्मा मेरा है  !  ना ही चल रही श्वास भी मेरी है  !  ना जन्म मेरा है  !  ना मृत्यू मेरी है  !  ना ईश्वरी कार्य भी मेरा है  !  सबकुछ ईश्वर का है  !  सबकुछ सद्गुरू का है  !  और... सबकुछ पवित्र सद्गुरू चरणकमलों पर और ईश्वरी चरणकमलों पर समर्पित है  !!  जय श्रीकृष्ण  !!!  विनोदकुमार महाजन 🕉🕉🕉🕉🕉

आत्मरक्षा

 *हिंदू साथीयों,*   *आत्मरक्षा के लिए धैर्यवान* *बनो !* ✍️२५४४ 🤺🤺🤺🤺🤺 देशविदेश के मेरे प्यारे सभी हिंदू साथीयों तथा सत्यप्रेमी , मानवतावादी साथीयों , समय केवल आत्मचिंतन का नहीं है बल्कि प्रत्यक्ष कृती का है ! क्योंकि हमारे अस्तित्व का प्रश्न निर्माण हो गया है और भविष्य अंधकार मय दिखाई दे रहा है ! इसिलिए केवल संगठित होने से काम नहीं चलेगा बल्कि आक्रमक भी बनना पडेगा ! और क्रूर भी ! और साहसी और धैर्यवान भी ! देवीदेवताओं का ध्यान करो ! देवीदेवता केवल शक्तिशाली ही नहीं होते है बल्कि हर समय में आसुरी शक्तियों का विरोध तथा विनाश करने में भी सक्षम होते है ! और शक्तिशाली , बलशाली , संपन्न होकर भी , देवीदेवताओं के हाथ में हमेशा शस्त्र भी होता है ! केवल आसुरीक संपत्ति का विरोध ही नहीं बल्कि मुसिबतों की घडी में आत्मरक्षा भी महत्वपूर्ण होती है ! अब हमें भी देवीदेवताओं की तरह शक्तिशाली ,बलसंपन्न , धनसंपन्न तो बनना तो पडेगा ही ! साथ में चौबीसों घंटे सजग , सावधान भी रहना पडेगा ! और अधर्म का तथा अधर्मियों का हरपल डटकर सामना करने की हिम्मत भी रखनी चाहिए ! हम तो बडे दयालु ,सहिष्णु होते ...

गरीब हिंदू ?

 *हम हिंदू गरीब , असहाय* *क्यों बनते गये ??* ✍️ २५४३ ❓❓❓❓❓❓❓ जब घर परिवार अथवा देश में आर्थिक संपन्नता ,समृध्दि होती है तब खुशहाली , आनंद और निश्चिंत जीवन होता है ! जीवन में स्थैर्य रहता है ! सुखी ,समाधानी , आनंदी जीवन शैली ! और लगभग सभी मानवसमुह आर्थिक संपन्नता के लिए ही आजीवन प्रयासरत रहता है ! हमेशा उसी दिशा में चारों ओर प्रयत्न करता रहता है ! अनेक धार्मिक अनुष्ठान , धार्मिक विधि भी , अनेक बार आर्थिक स्थैर्य प्राप्ति के लिए भी किए जाते है ! मगर जब आर्थिक मुसिबतों का भयंकर दौर आरंभ होता है तब , .... मती गूंग हो जाती है , त्राहिमाम त्राहिमाम जैसी भयंकर विदारक स्थिति बनती है ! भगवान श्रीराम , श्रीकृष्ण से लेकर , राजा विक्रमादित्य जैसे महानायकों तक , लगभग यह देश संपन्न , समृद्ध था ! इसीलिए इस देश को सोने की चिडिय़ा वाला देश भी कहा जाता था ! आर्थिक संपन्नता के साथ साथ , विचारों की संपन्नता , सुसंस्कृत और शालीन ,परोपकारी समाज , मानवताप्रिय तथा धर्माभिमानी और धर्मावलंबी आदर्श समाज भी था ! चारों ओर ऐसे ही आदर्श सनातन धर्म और सनातन संस्कृति का राज था ! सुसंपन्न , सुखवस्तु , सुखवास्तु समाज...